अस्पताल से जयललिता के घर पोईस गार्डन का रास्ता साफ

Publsihed: 05.Dec.2016, 23:27

रात्रि 11.30 बजे चेन्नई के अपोलो अस्पताल से ले कर तमिलनाडू की मुख्यमंत्री जयललिता के घर पोईस गार्डन का रास्ता साफ कर दिया गया है....कोई घोषणा अभी भी नहीं की गई है. अन्नाद्रमुक मुख्यालय और राजभवन में गतिविधिया शुरु हो गई हैं. देर रात वैंकयानायडू ने राजभवन जा कर राज्यपाल से मुलाकात की. पन्नीर सिल्वम भी पार्टी कार्यलय से राजभवन पहुंचने वाले हैं.

अन्नाद्र्मुक की महासचिव और तमिलनाडू की मुख्यमंत्री जयललिता सम्भवत अब इस दुनिया में नहीं रही. इस तरह की खबर खुद जयललिता के चैनल "जया टीवी" ने शाम 5.36 पर जारी कर दी थी और अन्ना द्रमुक मुख्यालय पर अन्नाद्रमुक का झंडा आधा झुका दिया गया था.

लेकिन अपोलो अस्पताल ने एक बयान जारी कर के कहा है कि जयललिता लाईफ स्पोर्ट पर है. इस का मतलब था कि जयललिता का हार्ट मशीन से काम कर रहा है. अन्नाद्रमुक के विधायको ने नया नेता चुनने के लिए सात बजे बैठक बुला ली थी, लेकिन अस्पताल में मौजूद पन्नीरसिल्वम, जिन्हे मुख्यमंत्री चुना जाना था, वह सात बजे के बाद भी अस्पताल में थे. बैठक टाल दी गई थी. पन्नीरसिल्वम अस्पताल से रात्रि 11.27 पर निकले और सीधे अन्ना द्र्मुक मुख्यालय गए , जहाँ पार्टी विधायको की बैठक शुरु हुई. इसी बीच विधानसभा के स्पीकर धनपाल राज्यपाल से मिलने राजभवन गए.

पन्नीरसिल्वम को भावी मुख्यमंत्री और शशिकला को पार्टी का महासचिव चुना जाएगा. हालांकि अन्नाद्रमुक संसदीय दल के नेता थम्बी दुरैई को भी महासचिव बनाने की भी अटकले थी.

शशिकला रह गई मझधार में 

जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने से पहले खबर थी कि जयललिता अपनी करीबी शशिकला का निलम्बन रद्द कर के उन्हे पार्टी का सह महासचिव नियुक्त कर रही है, शशिकला को जयललिता का उतराधिकारी माना जा रहा था, हालाकि उन्होने द्रमुक सासद को थपड्ड मार कर खुद को मुश्किल में डाल लिया था और जयललिता को लोकदिखवे के लिए शशिकला को पार्टी से निलम्बित करना पडा था. इस से पहले कि उन का निलम्बन रद्द होता और उन की उत्तराधिकारी के तौर पर नियुक्ति होती, जयललिता बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती हो गई. हालांकि शशिकला अस्पताल में जयललिता के साथ थी.

की जा रही थी पूरी तैयारिया 

केंद्र के मंत्री वैंकया नायडू दोपहर में ही चेन्नई पहुंच चुके थे. भाजपा हाई कमान ने मंगलवार को होने वाली भाजपा संसदीय दल की बैठक भी शाम पांच बजे टाल दी थी, विपक्ष ने भी कल 6 दिसम्बर होने के बावजूद कोई रणनीति तय नहीं की . तमिलनाडू के वरिष्ठ भाजपा नेता सुब्र्हमणय्म स्वामी ने दोपहर को यह ट्विट कर के सभी को अश्चर्यचकित कर दिया कि शाम 6 बजे जेजे के बारे में घोषणा की जाएगी.

अपोलो ने किया था मौत का खंडन

अपोलो अस्पताल ने जया टीवी की घोषणा के बाद शाम को जयललिता की मौत सम्बंधी खबरो का खंडन करते हुए कहा था कि चिकित्सकों का एक दल तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता  की सेहत पर निरंतर नजर रखे हुए है जबकि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य पर मीडिया में लग रहीं अटकलों पर जयललिता के समर्थकों ने हंगामा और सुरक्षाकर्मियों पर पथराव शुरु कर दिया था, बडे पैमाने पर हिंसा की आशंका को देखते हुए रणनीति बदली गई.अपोलो ने मौत का खंडन करते हुए कहा, ‘कुछ टेलीविजन चैनल गलत रिपोर्ट दे रहे हैं कि माननीय मुख्यमंत्री का निधन हो गया है. यह पूरी तरह निराधार और गलत है. उनको सलाह दी गई है कि वे इस विज्ञप्ति के आधार पर अपनी गलती सुधारें.’ 

हिंसा की आशंका के कारण नहीं हो रही घोषणा

पुलिस को आशंका थी कि जयललिता की मौत की खबर घोषित करते ही तमिलनाडू में जगह जगह बडे पैमाने पर हिंसा होगी. केंद्र सरकार ने राज्य पुलिस को सभी तैयारिया करने को कह दिया है. पडौसी रज्यो की सीमाएन सील कर दी गई हैं और बाहरी राज्यो के वाहनो के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. रेलवे स्टेशनो और एयरपोर्ट पर लोगो को सावधान किया जा रहा है. चेन्नई पहुंचने वालो को एयरपोर्ट पर कहा जा रहा है कि वे या तो एयरपोर्ट पर ही रहने या फिर सिर्फ मेट्रो ट्रेन का ही इस्तेमाल करे. 

72 दिन से अस्पताल में

जे जयललिता पिछले 72 दिनों से अस्‍पताल में भर्ती थी. रविवार को खबर आई थी कि वह डिस्‍चार्ज होने वाली हैं. लेकिन खबर आई कि उनको कार्डियाक अरेस्ट पड़ा है. यह खबर सुनते ही उनके समर्थक‍ चेन्‍नई  के अपोलो अस्‍पताल के बाहर इकठ्ठा हो गए. वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि उनको हार्ट अटैक पड़ा है तो कुछ कह रहे हैं कि कार्डियाक अरेस्ट पड़ा है. बाद में अपोलो अस्पताल ने घोषणा की है कि जे जयललिता को कार्डियाक अरेस्ट पड़ा है.

जयललिता के इलाज में हुई साजिश

इस बीच एआईएडीएमके से निष्कासित सांसद शशिकला पुष्पा ने सीएम जयललिता के इलाज पर सवाल उठाया . उन्होंने कहा कि अम्मा को इलाज के लिए दिल्ली क्यों नहीं लाया जा रहा है. साथ ही शशिकला ने अम्मा के इलाज में गड़बड़ी की बात कही है. सांसद ने इसके पीछे साजिश का भी हाथ बताया. हालांकि वह खुद जयललिता की अस्पताल में देखभाल कर रही थी.

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