केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी के फैसले को ऐतिहासिक तो करार दिया है,लेकिन अपनी जिम्मेदारी से पिंड छुडाते हुए कहा कि नोटबैन का फैसला मुझे भी नहीं मालूम था तो पार्टी (बीजेपी) को कैसे पता चल जाता? बीजेपी को इस फैसले के बारे में पहले से ही पता होने का सवाल ही नहीं है.
गौर हो कि राहुल गांधी ने यह आरोप लगाया था कि बीजेपी को नोटबंदी के फैसले के बारे में पहले से ही जानकारी थी.बीजेपी संसदीय दल की बैठक में सांसदों को संबोधित करते हुए जेतली ने कहा कि यह फैसला बहुत मुश्किल भरा था. इस फैसले को लेने के लिए बहुत हिम्मत चाहिए थी. उन्होने कहा कि जब इस घटना का इतिहास लिखा जाएगा तो इसे कालेधन आतंकवाद पर एतिहासिक चोट बताया जाएगा.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा सरकार नोटबंदी के मुद्दे पर हर तरह की चर्चा को तैयार है लेकिन विपक्ष लगातार इससे भाग रहा है. जेटली ने सदस्यों को संबोधित करते हुए दावा किया कि सरकार के इस कदम से अगले कुछ महीनों में देश की अर्थव्यवस्था में गुणात्मक सुधार देखने को मिलेगा. सरकार पूरा प्रयास कर है कि नकदी के चलन की बजाय कैशलैश विकल्पों पर लोग ज्यादा से ज्यादा ध्यान दें.
जेटली ने दावा किया नोटबंदी का देशभर में स्वागत हो रहा है लेकिन विपक्ष उसे जबरन तूल दे रहा है. जेटली के अनुसार नोटबंदी के कदम से देश में टैक्स देने की व्यवस्था में भी सुधार होगा. लोग ईमानदारी से टैक्स देने के लिए भी मजबूर होंगे.
अभी सिर्फ 5.44 लाख करोड जमा हुए
इस बीच रिजर्व बैंक ने कहा है कि नोटबंदी के फैसले के बाद से बैंकों को 10 से 18 नवम्बर के दौरान 5.44 लाख करोड़ रुपए के पुराने नोट मिले हैं. इनमें जमा कराये गए और बदले गए दोनों तरह के नोट शामिल है. आरबीआई ने अपने ताज़ा बयान में कहा कि 10 से 18 नवंबर के दौरान बैंकों के काउंटर या एटीएम के जरिये 1,03,316 करोड़ रुपए बांटे गए हैं. सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा की थी इसके बाद 9 नवंबर को सभी बैंक बंद रहे थे जौर 10 नवंबर से लोग अपने पुराने नोट बदलवाने के लिए बैंकों में पहुंचने लगे थे.
बैंकों की माने तो इन 8 दिनों में उन तक 5,44,571 करोड़ रुपए के पुराने नोट पहुंचे हैं. इनमें से 33,006 करोड़ रुपए के नोट बदले गये हैं जबकि 5,11,565 रुपए जमा किए हैं. लोगों ने अपने खातों से 1,03,316 करोड़ रुपए निकाले हैं.
मोदी का सीधे जनता से सीधा संवाद
1000 रुपये और 500 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने अब देश की जनता से दस सवाल पूछे हैं। कालाधन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए मोदी सरकार ने नोटबंदी का फैसला लिया और अब खुद पीएम मोदी ने नोटबंदी पर जनता से राय मांगी है। नोटबंदी पर पीएम मोदी ने मंगलवार को ट्वीट किया और देश की जनता से सर्वे में शामिल होने के लिए कहा है। नरेंद्र मोदी App पर इस सर्वे में हिस्सा लेकर आप अपनी राय दे सकते हैं। "पीएम मोदी का ट्वीट: पुराने नोटों को बंद करने को लेकर लिए गए फैसले मैं आपकी प्राथमिक राय जानना चाहता हूं। नरेंद्र मोदी एप्प (NM App) पर इस सर्वे में शामिल होकर अपनी राय दें। ये है एप्प का लिंक:- http://nm4.in/dnldapp"
नोटबंदी पर पीएम मोदी की ओर से पूछे गए दस सवाल इस प्रकार हैं:-
1. नोटबैन पर सरकार के फैसले पर आप क्या सोचते हैं?
2. क्या आपको लगता है कि भारत में कालाधन है?
3. क्या आपको लगता है कि भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ना चाहिए?
4. भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के प्रयास पर क्या सोचते हैं?
5. नोटबंदी के फैसले पर आप क्या सोचते हैं?
6. क्या नोटबैन से आतंक पर लगाम लगेगी, नोटबंदी से भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंक रुकेगा।
7. नोटबंदी के फैसले से उच्च शिक्षा, रियल स्टेट आम आदमी तक पहुंच सकेगी?
8. नोटबंदी पर असुविधा को कितना महसूस किया?
9. भ्रष्टाचार के विरोधी अब इसके समर्थन में लड़ रहे हैं?
10. क्या आप कोई सुझाव शेयर करना चाहते हैं?
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