हिम्मत है तो करो चर्चा शुरु: जेतली की चुनौती

Publsihed: 07.Dec.2016, 11:43

राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेतली ने आज सदन में विपक्ष पर तीखे हमले करते हुए कहा कि विपक्ष में हिम्मत है तो वह बहस पूरी करे. पहले आज सुबह भाजपा संसदीय दल को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी नोटबंदी को लेकर विपक्ष पर सीधा हमला किया और कहा कि विपक्ष जानबूझकर संसद नहीं चलने दे रहा है. पीएम ने बीजेपी सांसदों से कहा कि नोटबंदी पर जनशक्ति हमारे साथ है.संसद में विपक्ष नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है, ऐसे में अब उन्‍हें बेनकाब कीजिए.

पीएम ने यह भी कहा कि विपक्ष संसद चलने नहीं दे रहा है. राज्‍यसभा में मेरे खिलाफ नारे लगाए जा रहे हैं. ऐसे में पार्टी नेता क्षेत्रों जाकर में नोटबंदी पर लोगों से बात करें. चुनाव प्रचार की तरह कैशलेश का भी प्रचार करें. इससे पहले, बीजेपी संसदीय दल ने नोटबंदी को समर्थन देने के लिए लोगों की प्रशंसा करते हुए प्रस्ताव पारित किया.

संसद सत्र का 21 दिन बीत गए, 9 दिन बाकी बचे हैं. सरकार ने नोटबंदी से जुडे आयकर संशोधन के एक बिल को लोकसभा में शोर श्राबे में पास करवा लिया और राज्यसभा में पेश कर दिया. इस के अलावा संसद में कोई भी विधाई कार्य नही हुआ. न ही किसी विष्य पर बहस हुई. नोटबंदी पर राज्यसभा में पहले दिन बहस शुरु हुई, जो दूसरे दिन भी जारी रही, लेकिन उस के बाद से गतिरध पैदा हो गया, जो आज 22वे दिन भी जारी रहा.

मायावती राज्यसभा शुरु होते ही नोटबंदी से समाज में फैली अव्यवस्था का मुद्दा उठाती हैं, आज भी उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री ने 50 दिन मांगे थे, एक महीना बीतने को है और देश के हालात सामान्य नहीं हुए हैं. सदन के बाहर भी मायावती नोटबंदी पर सब से ज्यादा बोल रही हैं. इस पर सदन से बाहर भाजपा ने मायावती को करारा जवाब देते हुए आज कहा कि सब से ज्यादा मायावती परेशान है क्योकि उसी का कालाधन डूबा है.

ने कहा कि विरोध विपक्ष का अधिकार है, उन्होने बिना तैयारी के देश को लाईनो मे खडा कर दिया, प्रधानमंत्री सदन से बाहर बोल रहे हैं ,लेकिन सदन में कुछ नहीं बोल रहे. उन्हे सदन से माफी मांगनी चाहिए. गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि प्रधानम,अंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होने पूरे देश को बिना कोई ठोस कारण दिए मुश्किल में डाल दिया है. जब कि रिजर्व बैंक कह रहा है कि मोटे तौर पर सारे नोट वापस आ गए हैं, लेकिन सरकार के पास अभी भी नए नोट नहीं हैं. उन्होने कहा कि सरकारी कर्मचारियो का वेतन उन के खाते में आ गया है, लेकिन उन्हे देने के लिए बैंको के पास पैसे नहीं हैं.

राज्यसभा और लोकसभा आज भी बार-बार हंगामेन में बंद होती रही. लोकसभा में अनंत कुमार ने टाईम्स मैगजीन का हवाला देते हुए कहा कि जनता का निर्णय आ चुका है, अब आप बहस शुरु करे. टाईम्स ने मोदी को सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री करार दिया है. 

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