बुध्ददेव भट्टाचार्य नंदीग्राम कांड पर माफी मांगकर कोलकाता लौटे। तो ममता बनर्जी लोकसभा में लौट आईं। पिछले दिनों उन्होंने दूसरी बार इस्तीफा भेजा था। बुध्ददेव कोलकाता लौटे, ममता दिल्ली आई। इस बीच नंदीग्राम से जुड़ी दो बड़ी खबरें आ गई। पहली खबर- सीपीएम के खुन्नस निकालने की शैली से संबंधित। सीपीएम ने महिला फिल्मोत्सव का उद्धाटन अपर्णा सेन से करवाने पर एतराज किया है।
अपर्णा ने नंदीग्राम पर कड़ा रुख अपनाकर सीपीएम के खिलाफ मोर्चा खोला था। नौ दिसम्बर से शुरू होने वाला फिल्मोत्सव नई अखाड़ेबाजी का केंद्र बन सकता है। दूसरी खबर- नंदीग्राम से एक और सनसनीखेज कांड की। अब खेजुरी में पांच अधजली लाशें मिली हैं। खेजुरी नंदीग्राम के पास सीपीएम के दबदबे वाला गांव। खबर है कि मरने वाले सीपीएम वर्कर। जो बम बनाते हुए मारे गए, जब बम फट गए। सो ममता के आते ही नंदीग्राम फिर से सदन के एजेंडे पर आ गया। बुधवार को स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने मुद्दा नहीं उठाने दिया। भले ही बंगाल की बीजेपी बालागढ़ उप चुनाव में तृणमूल से गठबंधन को तैयार न हो। दिल्ली में ममता का बीजेपी से गठबंधन जारी। ममता ने खेजुरी का मामला उठाने के लिए बीजेपी से बात की। गुरुवार तो बाबरी ढांचे को समर्पित हो जाएगा। सो सात दिसम्बर को उठाने का नोटिस देने का फैसला हुआ है। तृणमूल कांग्रेस इस समय कांग्रेस-भाजपा में झूल रही है। लेफ्ट भरोसे केंद्र की सरकार होने के कारण कांग्रेस पर भरोसा नहीं। पर बीजेपी के साथ मिलकर चुनावी नैय्या पार नहीं होगी। संसद के गलियारों में तृणमूल के नेता एक पल कांग्रेसी नेताओं के साथ दिखेंगे। तो दूसरे ही पल किसी बीजेपी नेता के इर्द-गिर्द।
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