कर्नाटक में राज्यपाल की सिफारिश पर राष्ट्रपति राज लागू किए जाने की रिपोर्ट आज संसद के दोनों सदनों में रख दी गई। रिपोर्ट के साथ राज्यपाल की ओर से भेजी गई सिफारिश की प्रति भी सदन पटल पर रखी गई। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को दोनों सदनों से राष्ट्रपति शासन की मंजूरी मिलने के बाद देर रात तक विधानसभा भंग की जा सकती है।
कांग्रेस सूत्रों ने विधानसभा को फिर से बहाल किए जाने और एमपी प्रकाश के साथ मिलकर सरकार बनाने की किसी संभावना से इनकार किया। एमपी प्रकाश ने आज बेंगलुरू में कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावना जताई थी। इस बाबत पूछे जाने पर कांग्रेस सूत्रों ने कहा- 'यह अध्याय अब खत्म हो चुका है।' कर्नाटक में राष्ट्रपति राज का मामला सदन पटल पर रखे जाते समय विधानसभा भंग करने संबंधी केबिनेट की सिफारिश का जिक्र नहीं किया गया। इस पर सिंगापुर में मौजूद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी संसदीय कार्यमंत्री प्रियरंजन दासमुंशी से पूछताछ करवाई। सूत्रों के मुताबिक प्रियरंजन दासमुंशी ने संवैधानिक स्थिति की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को बताया कि राष्ट्रपति राज की मंजूरी लेने के बाद विधानसभा भंग करने के लिए संसद की मंजूरी की जरूरत नहीं, इस बाबत केबिनेट का फैसला पहले ही हो चुका है। कानून मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति राज को संसद की मंजूरी तक विधानसभा भंग नहीं करने का फैसला दिया है, लेकिन विधानसभा भंग करने के लिए संसद की मंजूरी की जरूरत नहीं। इस बीच जद एस के अध्यक्ष एच.डी. देवगौड़ा आज दिल्ली में थे, लेकिन उनकी कांग्रेस की किसी नेता से कोई मुलाकात नहीं हुई। आज उन्होंने प्रिंट मीडिया से बात करने का फैसला किया था, लेकिन उसे रद्द कर दिया गया।
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