तो क्या "रा" ने पाक का पूर्व सेनिक अगवा कर लिया है ?

Publsihed: 12.Apr.2017, 17:33

भारत और पाकिस्तान के बीच जासूसी का खेल गरमाता दिख रहा है। भारत के नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान मिलिट्री कोर्ट द्वारा मौत की सजा सुनाए जाने के बाद पाकिस्तानी मीडिया इस बात के कयास लगा रही है कि भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) ने बदले की भावना से पाकिस्तान के रिटायर्ड कर्नल को अगवा किया है। 

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक 8 अप्रैल को रावलपिंडी के रावत पुलिस स्टेशन में इस बाबत एफआईआर दर्ज कराई गई है कि पाकिस्तानी सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) मोहम्मद हबीब जहीर नेपाल के लुंबिनी से गायब हैं। 

पाकिस्तानी सेना के पूर्व आर्टिलरी ऑफिसर मोहम्मद हबीब के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए साद जहीर ने सब इंस्पेक्टर मोहम्मद खान से संपर्क किया था। मोहम्मद हबीब एक समय आईएसआई के लिए भी काम कर चुके हैं। 

रावलपिंडी की डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी में लेन नंबर 21 और मकान नंबर 62 में रहने वाले साद जहीर ने पुलिस को बताया कि उनके पिता अक्टूबर 2014 में पाकिस्तान आर्मी से रिटायर हुए और उसके बाद फैसलाबाद की राफहान मिल्स में जॉब करते थे।   

पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि कुछ महीने मॉर्क थॉमस ने उनके पिता के फोन नंबर पर कॉल किया था और स्ट्रैटजिक सोल्यूशन्स कंसल्टेंसी फर्म में नौकरी का ऑफर दिया था। 

विदेश से आया कॉल, ओमान के रास्ते पहुंचे नेपाल

बहुत जल्द ही उन्हें नौकरी का ऑफर लेटर भी ई-मेल के जरिए मिल गया। उन्हें कंपनी में जोनल डायरेक्टर का पद दिया गया था और सैलरी थी 8500 डॉलर (5.5 लाख रुपये) प्रति महीने के हिसाब से। मोलभाव करने के बाद साद जहीर के पिता 4 अप्रैल को लाहौर के लिए निकल गए। 

साद जहीर के पिता को ओमान के जरिए नेपाल की यात्रा के लिए बिजनेस क्लास का टिकट दिया गया। अगले दिन उनके पिता ओमान के लिए रवाना हो गए। साद ने पुलिस को बताया कि थॉमस ने उनके पिता को जावेद अंसारी से संपर्क करने को कहा था। 

इसके साथ ही उनके एक मोबाइल फोन नंबर भी दिया गया था। साद जहीर ने पिता ने उसे 0334511***00 और 032139***909 पर संपर्क करने को कहा था। 

साथ ही यह भी पाया गया है कि लेफ्टिनेंट कर्नल जहीर ने पाकिस्तानी सेना से रिटायर होने के बाद 3 साल से नौकरी के लिए अपना बायोडाटा लिंक्डइन साइट पर डाला था। 

लुंबिनी से गायब हुआ आईएसआई एजेंट
ओमान से उड़ान भरने के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल जहीर 6 अप्रैल को काठमांडू पहुंचे और तुरंत ही बुद्धा एयर प्लेन से लुंबिनी पहुंचे। कर्नल जहीर ने इस बारे में अपने परिवार को पल-पल की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने  एयरपोर्ट से कुछ तस्वीरें भी अपने परिवार को भेजी। इस तस्वीर में हबीब एक एयरक्राफ्ट के सामने खड़े हैं। 

उनके बेटे साद जहीर का आरोप है कि लुंबिनी पहुंचने के बाद उनके पिता ने परिवार के साथ कोई संपर्क नहीं किया 
और उनके फोन बंद हो गए। 

रॉ के एडिशनल सेक्रेटरी (रिटायर्ड) रहे जयदेव रानाडे कहना है कि अगर वाकई भारत ने पूर्व आईएसआई एजेंट को अगवा किया है, तो पाकिस्तान के लिए यह खतरे की बात है। क्योंकि सेना के रिटायर्ड कर्नल और आईएसआई एजेंट के पास काफी जानकारी होती है। स्ट्रैटजिक मामलों के विशेषज्ञ सुशांत सरीन ने कहा कि यह पूरा मामला पाकिस्तान की कवर स्टोरी जैसा लगता है। 

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