उत्तराखंड निर्माण के खिलाफ थे हरीश रावत :मोदी

Publsihed: 12.Feb.2017, 12:38

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत पर सीधे प्रहार किए ! उन्होंने  कहा की हरीश रावत ने उत्तराखंड निर्माण का विरोध किया था. तब उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी और कांग्रेस आज उसी सपा की गौद में बैठी है. उन्होने उत्तराखंड की महिलाओं से बलात्कार किए, उत्तराखंड आन्दोलनकारियों पर गोलिया चलाई थी. 

उन्होंने कहा की ७० साल से किसी ने चारधाम यात्रा मार्गों को सुगुम बनाने की चिंता नहीं की, मेरी सरकार ने १२००० हजार करोड़ की लागत से आल वेदर रोड का निर्माण शुरू कर दिया है, अच्छी सड़कें बनेगी, तो यात्री ज्यादा तादाद में आएँगे, यात्री ज्यादा आएँगे तो यंहा के होटलों का व्यापार बढेगा, खाने पीने के रेसतरों का काम बढेगा, रोजगार बढेगा, मोदी ने कहा कि हम ने रेल मार्गों का विकास भी शुरू कर दिया है.

मोदी ने कहा कि भाजपा विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है, हम उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा की उत्तराखंड में बागबानी को विकसित करने के उपाय किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि यहाँ का पौधा भी सामर्थ है, यहाँ का पौधा पर्यावरण का संरक्षक है. उन्होंने कहा कि दुनिया साईड इफेक्ट करने वाली दवाईयों से दूर हटी रही है,  दुनिया अब जडी बूटियों की तरफ आगे बढ़ रही है, दुनिया  जब जडी बूटियों की तरफ आगे बढ़ता है तो उसे हिमालय की याद आती है.

भीड भरी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि खंडूरी जी अभी वन रैंक वन पेंशन की बात कर रहे थे, कांग्रेस के लोग बार बार वायदे तो करते थे, लेकिन वायदा पूरा नहीं करते थे. मैंने जब प्रधानमंत्री बनने के बाद जब पूछताछ की तो पता चला की विभाग के कोइ आंकड़े तक उपलब्ध नहीं थे, हम ने सारे आंकड़े इक्कठे करवाए और वन रैंक वन पेंशन शुरू करवाई, इन कांग्रेसियों ने जैसे सर्जिकल स्ट्राईक का सबूत माँगा उसी तरह वन रैंक वन पेंशन को भी मजाक का विषय बना दिया था. सिर्फ ५०० करोड़ रूपए रख कर पूर्व सेनिकों का मजाक उड़ाने की कोशिश की, उन्हें कुछ पता ही नहीं था की कितना खर्च होगा, साढे बारह हजार करोड़ का खर्चा था , और इन्होने ५०० करोड़ रूपए रख दिया .

उन्होंने कहा की नोट्बंदी से बड़े बड़े लोगों के पसीने छूट गए हैं, देश को व्यापारी ने नहीं नेताओं, बाबुओं ने और पद पर बैठे लोगों ने लूटा है, चाहे वह नेता हो या अफसर, या थानेदार. वे समझते थे की एक चाय वाला क्या कर सकता है , लेकिन एक चाय वाले ने इन के पसीने छुडा दिए . मैं गरीबी में पला हूँ, मैं गरीबों के लिए लडूंगा. 

गैस का चुल्हा घर घर पहुंचाना है. कांग्रेस के राज में सांसदों को २५ गैस कुनेक्शन मिलते थे, लोग सांसदों के पीछे पीछे घूमते थे, गाँवों में धुएं से बीमारियाँ होती थी. गरीब माताओं को गैस चूल्हे मिलने चाहिए, तीन साल में ढाई करोड़ परिवारों में गैस चुल्हा पहुंचाना लक्ष्य था और  एक करोड़ अस्सी लाख लोगो के घर में गैस का चुल्हा पहुंचा दिया है.

उत्तराखंड में हरदा टेक्स लग रहा है, इस भ्रष्टाचार को समाप्त करना है, आप हमें मौक़ा दीजिए, हम पंचन साल में विक्सित उत्तराखंड बना देंगे.  

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