इस से पहले कि रविवार रात से देश भर के पेट्रोल पम्प क्रेडिट और डेबिट लेने बंद करय्ते और सरकार की कैशलेस स्कीम का बाज़ा बजता, सरकार ने एचडीएफसी को घुडकी दिखाई और बैंक की घिग्घी बंध गई. रविवार होने के बावजूद रात 9.30 बजे बैंक ने अपना फैसला वापिस ले लिया.
इस से पहले पेट्रोल पम्प एसोसिएशन ने फैसला किया था कि सोमवार से डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने यह फैसला बैंकों की ओर से उपभोक्ताओं के बजाय उन पर ट्रांजेक्शन चार्ज लगाने के विरोध में किया था.
ये व्यवस्था उन पेट्रोल पंपों पर लागू होनी थी , जिनके पास एचडीएफसी बैंक की स्वाइप मशीन है. पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने फैसला लेते हुए कहा था कि एचडीएफसी बैंक की मशीन से डेबिट कार्ड या फिर क्रेडिट कार्ड को स्वाइप नहीं किया जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि बैंक अपनी स्वाइप मशीन से होने वाली हर बिक्री के भुगतान पर एक फीसदी चार्ज वसूलता है.
देश भर के पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन की मीटिंग इस वक्त बेंगलुरू में हुई. एसोसिएशन के रवि शिंदे ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया था कि मीटिंग में इस बात का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है.
शिंदे के मुताबिक, देश भर के ज्यादातर पेट्रोल पंपों पर इस वक्त सबसे ज्यादा एचडीएफसी बैंक की स्वाइप मशीन का प्रयोग किया जा रहा है. एचडीएफसी बैंक से सरचार्ज घटाने के लिए कहा गया था, लेकिन बैंक ने इसको स्वीकार नहीं किया.
आपकी प्रतिक्रिया