चार राज्यमंत्रियों की पदोन्ति , 9 नए राज्यमंत्री

Publsihed: 03.Sep.2017, 10:33

नई दिल्ली | मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमन, धर्मेन्द्र प्रधान और पीयूष गोयल को केबिनेट मंत्री का दर्जा दया गया है | सब से पहले धर्मेन्द्र प्रधान ने केबिनेट मंत्री की शपथ ली | उनके बाद पीयूष गोयल, निर्मला सीतारामन और अंत में मुख्तार अब्बास नकवी ने केबिनेट मंत्री पद की शा[पथ ली | नए सभी 9 मंत्रियों को राज्य मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई | जड़ यूं और अन्ना द्रमुक को अभी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया | सम्भवत जल्द ही मंत्रिमंडल का एक विस्तार और होगा | सीतारामन के केबिनेट मंत्री बनाने के बाद सरकार में छह महिला केबिनेट मंत्री हो गई हैं , इतनी ज्यादा महिला केबिनेट मंत्री पहले कभी नहीं रहीं |  

1. शिव प्रताप शुक्ल ( उत्तर प्रदेश सांसद )

2. अश्विनी चौबे (बिहार सांसद )

3. डा.वीरेंद्र कुमार ( बाल श्रम में पीएचडी )

4. अनंत कुमार हेगड़े ( कर्नाटक )

5. आर के सिंह ( पूर्व गृह सचिव, भारत , बिहार सांसद )

6. हरदीप सिंह पुरी ( पूर्व आईऍफ़एस )

7. गजेन्द्र सिंह शेखावत ( राजस्थान सांसद )

8. डा. सत्यपाल सिंह ( पूर्व आईपीएस सांसद उत्तरप्रदेश )

9. अलफोंस कन्न्न्थन्थन ( पूर्व आईएएस केरल ) 

भाजपा कोटे के जिन 7 सांसदों और दो गैर सांसदों को रविवार सुबह साढ़े दस बजे राष्ट्र्पति  भवन के अशोका हाल में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई  , उन में विदेश सेवा से रिटायर हरदीप सिंह पुरी, पूर्व आईएएस अलफोंस कन्न्न्थन्थन  और पूर्व आईपीएस सत्यपाल सिंह भी शामिल हैं | ये तीनों ही लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे |अलफोंस कन्न्न्थन्थन और हरदीप सिंह पुरी दोनों ही सांसद नहीं हैं |

हरदीप सिंह पुरी को शुरू में ही विदेश मंत्री बनाए जाने के आसार थे, लेकिन साढे तीन साल बीत जाने के बाद उन्हें मंत्री बनाया गया है | उम्मींद है कि उन्हें राजस्थान की राज्यसभा सीट के उपचुनाव से संसद में लाया जाएगा | 

पूर्व आईएएस 

बिहार के राजकुमार सिंह पूर्व आईएएस हैं. वह भारत सरकार के गृह सचिव पद  से रिटायर हुए थे. पहली बार लोकसभा में चुने गए हैं  उन्हें भी मंत्री बनाया गया है |.

दूसरे आईएएस

केरल मूल के दिल्ली में डीडीए के अधिकारी रहे पूर्व आईएएस अलफोंस कन्न्न्थन्थन को राज्य मंत्री बनाया गया है , वह मोदी सरकार में पहले ईसाई मंत्री होंगे | रिटायर्ड होने के बाद के बाद वह केरल से निर्दलीय विधायक रह चुकी हैं | वह लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे | मोदी सरकार ने पिछले साल सितम्बर में उन्हें चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया था , लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री की ओर से विरोध किए जाने के बाद सरकार ने उनकी नियुक्ति रद्द कर के पंजाब के राज्यपाल को ही चंडीगढ़ के प्रशासक की जिम्मेदारी दे दी थी |

पूर्व आईपीएस 

रिटायर्ड आईपीएस एंव मुम्बई के पुलिस कमिश्नर रहे सत्यपाल सिंह उत्तरप्रदेश के बुलंदशहर से चरण सिंह के बेटे और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजित सिंह को हरा कर लोकसभा का चुनावजीते हैं | अजित सिंह जब मंत्री थे, तब सत्यपाल सिंह उन के पीएस थे | उन्हें कृषि मंत्री या गृह राज्य मंत्री बनाया जा सकता है |

वसुंधरा विरोथी 

राजस्थान के गजेन्द्र सिंह शेखावत को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी | शेखावत को वसुंधरा राजे का विरोधी समझा जाता है , हालांकि पहले भूपेन्द्र यादव और ओम माथुर का नाम भी चर्चा एन बताया जा रहा था | भूपेन्द्र यादव को अरुण जेटली और अमित शाह के करीब भी माना जाता है, नरेंद्र मोदी की सहमती से ही अमित शाह ने भूपेन्द्र यादव को गुजरात का प्रभारी नियुक्त किया है | ओम माथुर को खुद नरेंद्र मोदी के करीब माना जाता है, मोदी ही उन्हें संसद में लाए हैं, लेकिन लम्बे वह अमित शाह की पसंद नहीं हैं, इस लिए अमित शाह ने उन्हें गुजरात के प्रभार से मुक्त कर दिया है |

ब्राह्मण की जगह ब्राह्मण 

उत्तरप्रदेश से राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ल चार बार विधायक रह चुके हैं , यूपी के दो ब्राह्मण मंत्रियों को हटाए जाने बाद किसी ब्राह्मण को मंत्री बनाया गया  | एक अन्य ब्राह्मण अश्विनी कुमार चौबे को मंत्री बनाया गया है, जो बिहार से लोकसभा सदस्य हैं |

मध्यप्रदेश के डा. वीरेन्द्र कुमार को भी मंत्री बनाया जा गया  है , पिछले 30 साल से लोकसभा सदस्य हैं , वह एक संसदीय समिति के अध्यक्ष थे |

कर्नाटक के अनंत हेगड़े  भी मंत्री बनाए गए हैं |

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