गांधीनगर। पीएम मोदी की नोटबंदी की घेषणा के बाद से ही पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। सरकार देश में कैशलेस इकॉनमी की लागू करने की पूरी कोशिश कर रही है। लोकिन मोदी की इस कोशिश पर उनकी ही अपने भाई पानी फेर रहे हैं। पीएम मोदी के भाई प्रहलाद मोदी ही अभी तक अपनी दुकान को कैशलेस नहीं कर पाए हैं। प्रहलाद अहमदाबाद में फेयर प्राइस शॉप ओनर्स असोसिएशन के प्रेज़िडेंट हैं और उनकी खुद की भी एक फेयर प्राइस शॉप है.
कैशलेस तो ठीक,पर मशीनो का किरया कौन भरेगा
प्रहलाद मोदी का कहना है कि कैशेलस ट्रांजैक्शंस को रफ्तार पकड़ने में अभी कुछ समय लग सकता है क्योंकि उचित मूल्य की दुकानों के मालिकों में इसको लेकर कुछ चिंताएं हैं। प्रहलाद ने अंग्रेजी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को बताया, ‘अभी बैंक हमें स्वाइपिंग मशीनें देंगे और उन मशीनों पर रेंटल चार्ज भी लगेगा। ट्रांजैक्शंस पर कुछ सर्विस चार्ज भी लगेगा और हम जैसे लोगों के लिए जो कि कमीशन बेसिस पर काम करते हैं, उन्हें दिक्कत होगी. इसलिए हम सरकार से यह चार्जेज हटाने या बैंकों को चार्ज देने के लिए कह रहे हैं.’
कैशलेस तो ठीक,पर चार्ज कौन देगा
प्रह्लाद मोदी ने कहा कि अभी तक उन्होंने अपनी दुकान पर कोई POS मशीन या डिजिटल वॉलेट भी नहीं लगाया है. उन्होंने कहा, ‘अभी तक मेरे पास कोई कस्टमर नहीं आया है जो पेटीएम या इसी तरह के किसी दूसरे माध्यम से भुगतान करना चाहता हो.’ पिछले साल मोदी सरकार के खिलाफ दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना दे चुके प्रहलाद मोदी ने कहा कि कुछ ही समय पहले इन दुकानों को बायोमेट्रिक प्रणाली से जोड़ने के लिए कम्प्यूटर और अन्य उपकरण खरीदने का भार दुकानदारों ने उठाया है और अब इसके ठीक बाद नया भार उन पर डालना ठीक नहीं है.
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