पठानकोट के शहीद की बेटी को एक साल बाद भी नहीं नौकरी

Publsihed: 04.May.2017, 06:45

नई दिल्ली – पठानकोट हमले को करीब एक साल हो गए, इस आतंकवादी हमले में कई सैनिक शहीद हुए। इन्हीं में से एक शहीद संजीवन राणा की बेटी के मुहं से सुनिए परिवार का दर्द | वे तीन भाई बहन हैं, सरकार ने परिवार के किसी सदस्य को अभी तक नौकरी की पेशकश नहीं की है | नीचे संलंग वीडियो न्यूज ट्रेंड से साभार है |

पिछले साल हुए पठानकोट हमले फिर उड़ी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया। भारतीय सेना के बहादुर जवानों ने पठानकोट और उड़ी आतंकी हमले में अपनी विरता का लोहा मनवाया, लेकिन इस हमले में देश ने कई जवान खो दिए। हालांकि हमने इसका बदला पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को हलाल कर लिया। जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया।

ऐसी खबरें जब भी सामने आती है हमें दुख होता है। फिर कुछ समय के बाद इसे भुल जाते हैं और अपने जीवन में खो जाते हैं। शायद इंसानी स्वभाव ही ऐसा है कि हम आपने ऐसे वाकये को भुल जाते हैं। हमारा स्वभाव ही ऐसा है कि सामने वाले का दुःख देखकर हम ज्यादा दिनों तक दुखी नहीं रह सकते।

हमारे और आपके लिए इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि उन परिवारों पर क्या बीतती होगी, जिनके घर के किसी सदस्य की मौत उनसे मीलों दूर हुई हो। सैनिक का जीवन अपने परिवार से दूर रहकर बिताता है। इनमें से कुछ ऐसे वीर भी होते हैं जिन्हें अंतिम समय में अपने परिवार का साथ भी नसीब नहीं होता।

आज हम आपको ऐसे ही एक परिवार का दुख दिखाने जा रहे हैं। यह परिवार है पठानकोट हमले में शहीद हुए श्री संजीवन सिंह राना का जिनकी बेटी ने वीडियो के जरिए हमसे और आपसे कुछ बातें कही हैं, जिन्हें सुनकर आप देश की इस बेटी को सलाम करेंगे….

वीडियो देखें –https://youtu.be/1xtKS1Z3MD8

 

आपकी प्रतिक्रिया