लखनऊ। गणतंत्र दिवस के दिन कासगंज हिंसा के दौरान एक युवक चंदन गुप्ता की हत्या हो गयी थी। इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी सलीम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी की टीम गठित की गयी है। चंदन गुप्ता के परिवार वालों एक नी ऍफ़आईआर में 20 लोगों को नामजद किया है, उन में से 11 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है |
यूपी पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि एफआईआर और बयान के आधार पर सलीम ही वह शख्स है जिसने अपने घर की बालकनी से चंदन पर गोली चलाई थी. उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में उन्होंने कई हथियार बरामद किए हैं. वह अब चंदन के शरीर से मिली गोली का उन हथियारों से मिलान कर रहे हैं |
गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों ने निकाली थी. इस तिरंगा-यात्रा को मुस्लिम बहुल इलाके से निकालने के दौरान भड़की हिंसा में चंदन की मौत हो गई थी | एक स्थानीय कॉलेज से कॉमर्स की पढ़ाई करने वाला चंदन गुप्ता एक स्थानीय गैर लाभकारी संस्था से जुड़ा था. उसके माता-पिता का कहना है कि वह कंबल बांटने और रक्दान जैसी मुहिमों में हिस्सा लिया करता था |
सीएम योगी ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए थे कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस के मुताबिक सलीम, भेष बदल कर कासगंज में घूम रहा था। चंदन गुप्ता हत्याकांड में तीन भाई सलीम, वासिम और नसीम मुख्य आरोपी हैं। फिलहाल वासिम और नसीम अभी भी फरार हैं। गौरतलब है कि पुलिस एफआईआर के मुताबिक सलीम की हो गोली से चंदन की मौत हुई थी। इस बीच आरोपियों की धर पकड़ के लिए एसटीएफ भी कासगंज पहुँच गई है।
अब तक इस मामले में 117 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं। हिंसा में दर्ज 5 एफआईआर के तहत 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 81 लोगों को धारा-144 के उल्लंघन के आरोप में अरेस्ट किया गया है। कासगंज हिंसा के दौरान शहर में आगजनी की 7 एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।
आपकी प्रतिक्रिया