दोनो ओर से "सर्जिकल स्ट्राईक" की तैयारी

Publsihed: 10.Oct.2016, 12:39

सर्जिकल स्ट्राईक के तुरंत बाद पाक सेना के रेडियो से भारतीय सेना की ओर से की गई इंटरसेप्ट से खुलासा हआ है कि सब से ज्यादा नुकसान लश्कर-ए-तोयबा के आतंकवादियो का हुआ है, एलईटी के दो केम्पो में कम से कम 19 आतंकी मारे गए थे. अब पाकिस्तान सेना की मदद से एलईटी और जैश-ए-मोहम्म्द बदला लेने के लिए अपने अलग अलग टारगेट तय कर रहे हैं.

सूत्रों के अनुसार अंतरराष्‍ट्रीय सीमा के पास लॉन्चिंग पैड से घुसपैठ के प्रयास में जुटे इन आतंकियों को पाकिस्‍तान से लश्‍कर कमांडर हमले के निर्देश दे रहा है. एलओसी पर आतंकियों की मूवमेंट के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को चौकस रहने के निर्देश दिए गए हैं. सूत्रों के हवाले से बताया गया कि खुफिया एजेंसियों ने लश्‍कर कमांडर साजिद बट उर्फ नोमी की बातचीत इंटरसेप्‍ट की है. वह इन आतंकियों को हमले के निर्देश दे रहा है, जो पाक रेंसर्स की वर्दी में सीमा पर घूम रहे हैं. नोमी लश्‍कर चीफ हाफिज सईद का सबसे करीबी कमांडर बताया जाता है. बताया जाता है कि सर्जिकल स्‍ट्राइक में लश्‍कर ए तोएबा को ही सबसे अधिक नुकसान हुआ है.  दुदनियाल आतंकी शिविर में लश्कर ए तैयबा को अधिकतम नुकसान पहुंचा।

इन खबरो के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को एक ओर सर्जिकल स्ट्राईक के लिए तैयार रहने की हरी झंडी दे दी है. टाईम्स आफ इंडिया की खबर के अनुसार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने जैश-ए-मोहम्मद को किसी भी हद तक जाकर हमला करने के निर्देश दिए हैं. खबर में कहा गया है कि खुफिया एजेंसी आईएसआई एक बार फिर संसद को निशाना बना सकती है।.जम्मू-कश्मीर सीआईडी ने भी सरकार को इस तरह की सूचना दी है।.सनसद भवन के सभी दरवाजो को हाल ही में इलेक्ट्रानिक जैम से सुसजित किया गया है, कोई भी वाहन बिना पहचान के अंदर नही घुस सकता, जैसे ही कोई वाअन अंदर घुसेगा, जमीन में से छर्रे बाहर निकल आएंगे और वाहन वहीन रुक जाएगा. हालांकि संसद पर हुए पिछले हमले के बाद से अत्याधुनिक व्यवस्था कर दी गई ती, लेकिन इसी सत्रावसान के दौरान सभी दरवाजो पर लगे सभी उपकरण बदल कर नए लगा दिए गए हैं. कुछ जगह पर अभी काम चल रहा है जो दीपावली तक पूरा हो जाएगा.

अगर जैश संसद पर हमले में नाकाम रहा तो वो दिल्ली सचिवालय, अक्षरधाम मंदिर और लोटस टेंपल को भी निशाना बना सकता है. इस के अलावा दिल्ली और देश के अन्य बडे शह्रो के मुख्य स्थाथान या बाजारो को भी निशाना बनाया जा सकता है. खबर है कि आईएसआई ने आतंकवादियो के खातमे सम्बंधी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ का आदेश मानने से इंकार दिया है, अलबत्ता पाकिस्तान सरकार को भारत से निपटने के मामले में दखल न देने की सलाह दी है, इसी के बाद नवाज़ शरीफ के दफतर की ओर से इन खबरो का खंडन किया गया कि प्रधानमंत्री ने आतंकवादियो के सफाए के कोई निर्देश दिए थे. भारत स्थित पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने भी इसी के बाद स्पषट किया है कि भारत ओर अफ्गानिस्तान के मामले में पाकिस्तान की नीति पाक सेना तय करती है.

पाकिस्तान आर्मी का अंग आईएसआई पीओके में हुए सर्जिकल स्ट्राईक का बदला लेने के लिए एलईटी के अलावा मौलाना मसूद अजहर के जैश-ए-मोहम्मद और जैश-उल-हक की भी मदद ले सकती है. ये संगठन जैश-ए-मोहम्मद से ही अलग होकर बना है जिसका मुखिया मौलाना अब्दुरहमान है. 2001 में भी जैश ने अफजल गुरु की मदद से संसद पर हमला किया था. सर्जिकल स्ट्राइक के तुरंत बाद बारामूला स्थित सेना कैंप पर आतंकी हमला हुआ. इस हमले में एक जवान शहीद हो गया. बारामूला में हमला करने वाले तीनो आतंकी भागने में कामयाब हो गए थे.सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देश भर में भारतीय जवानों की तारीफ हो रही है. वहीं आर्मी ने दावा किया है कि वह दिवाली तक कश्मीर से आतंकवाद को ख़त्म कर देंगे.

 

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