बोफोर्स घोटाले में राजीव गांधी खुद शामिल थे, जांचकर्ता का खुलासा

Publsihed: 23.Jul.2017, 15:56

बोफोर्स तोप के रिश्वत काण्ड में आज नया खुलासा हुआ है | स्वीडन में बोफोर्स घोटाले की जांच करने वाली स्वीडन की राष्ट्रीय जांच एजेंसी के प्रमुख स्टेन लिंडस्ट्रोम ने रिपब्लिक टीवी के मुख्य सम्पादक अर्नब गोस्वाली और बोरोफोर्स टॉप घोटाले को सब से पहले उजागर करने वाली चित्रा सुब्र्ह्मन्य्म के साथ इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 23 जनवरी 1986 को स्वीडन के राष्ट्रपति आलफ पाल्मे और भारत के प्र्धानमंत्री ने विमान में बैठ कर सौदा तय किया था | उन्होंने खुलासा किया कि राजीव गांधी ने 50 मिलियन स्वीडिश क्रोनर की बात की थी, जो एक फाऊँडेशन बना कर अदा की जानी थी | मार्च 1986 में सौदा हुआ था, और जून 1986 में फाऊँडेशन बना दी गई थी , जिस में 30 मिलियन डालर जमा करवाए गए थे, लेकिन बाकी 20 मिलियन डालर स्विस अकाऊंट में जमा हुए थे , उन्होंने कहा कि भारत सरकार चाहेगी तो स्विस बैंक को आज 31 साल बाद अकाऊंट का खुलासा करने में एतराज नहीं होगा |

स्टेन लिंडस्ट्रोम ने यह भी खुलासा किया कि जांच से जुड़े तीन बाक्स भारतीय जांच एजेंसी सीबीआई के पास हैं, जिस में भुत कुछ है, उन्होंने कहा कि वह भारतीय जांच एजेंसी अ अदालत को यह सब कुछ बताने को तैयार हैं, लेकिन वह 71 साल के हो चुके हैं, इस लिए यात्रा करना उन के लिए मुश्किल होगा, इस लिए वह वीडियों कांफ्रेंसिंग के जारी अपनी जांच की रिपोर्ट पर गवाही दे सकते हैं | स्टेन लिंडस्ट्रोम ने कहा कि उन्हें भारत से  किसी ने भी किसी स्तर पर सम्पर्क नहीं किया |

आपकी प्रतिक्रिया