प्रहार ब्लैकमनी पर या सपा,बसपा,कांग्रेस पर

Publsihed: 08.Nov.2016, 21:56

उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब विधानसभा चुनावो से ठीक पहले मोदी सरकार की ओर से 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट आज आधी रात से बंद किए जाने के फैसले पर कांग्रेस ने कडी आपत्ति की है. कांग्रेस के प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने बिना तयारी के करंसी बदल डाली, किसानो की फसले अभी बिकी हैं, शादियो का समय है, आने वाले दिनो में गृहणिया घर कैसेव चलाएंगी.

हालांकि राजनीतिक हल्को में विधानसभा चुनावो से ठीक पहले उठाए गए इस कदम को चुनावो में काले धन के इस्तेमाल को रोकने के लिए भी बडा कदम माना जा रहा है. उत्तरप्रदेश में सत्ताधारी सपा और उत्तराखंड में कांग्रेस की ओर से बडे पैमाने पर काला धन इक्कठे किए जाने की सुगबगाहट थी. इसी तरह राजनीतिक हल्को में यह भी चर्चाचा थी कि मायावती टिकटो के बदले धन इक्कठा कर रहीन हैं, खुद बसपा उम्मींदवारो ने भी ऐसा आरोप लगाया था. राजनीतिक दलो ने चुनावो के लिए जो काला धन इक्कठा किया है, अब उस का क्या होगा, क्योंकि 500 और 1000 के नोट बंको को वापस करने के नियम काफी कडे हैं. 

सपा और जद यू ने सरकार के कदम का स्वागत किया है.

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि पीएम मोदी ने 1000 रुपये के नोट वापस ले रहे हैं और 2000 का नोट जारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'काला धन वालों को पीएम यह संदेश तो नहीं दे रहे कि 1000 की जगह 2000 के नोट का कालाधन रखें.'इसके अलावा सुरजेवाला ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि क्या यह फैसला लेने से पहले उन्होंने अर्थशास्त्रियों से राय ली थी. सुरजेवाला ने कहा कि उन लोगों के बारे में मोदी ने नहीं सोचा जिनके घर में शादी जैसे कार्यक्रम हो रहे हैं. 

उन्होंने कहा, 'जिनके घर शादी जैसे कार्यक्रम हो रहे हैं उन्हें इस फैसले से बहुत परेशानी होगी. किसानों को भी इस फैसले से खासी दिक्कत होने वाली है.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस कालेधन के मुद्दे पर हमेशा सरकार के साथ रही है, लेकिन सरकार के इस फैसले से बहुत से लोगों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा.

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