मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ,जो कभी किसी तरह का पुरस्कार लेने नहीं आते थे और जिन की पत्नी ने कह दिया था कि मोदी राज में अभिव्यक्ति की आजादी खत्म हो गई है , जिस से उन का भारत में दम घुट रहा है , उन्हीं आमिर खान ने असहिष्णयुता ब्रिगेड के मुहं पर जोरदार तमाचा मारते हुए अपना पहला पुरस्कार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हाथों गृहण किया है |
आमिर करीब 16 साल किसी पुरस्कार को लेने समाने आए हैं। आरएसएस प्रमुख ने उन्हें 75वां मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार दिया | भारत रत्न स्वरकोकीला लता मंगेशकर के परिवार द्वारा संचालित यह पुरस्कार आमिर को उनकी फिल्म ‘दंगल’ के लिए दिया गया है। आमिर के अलावा क्रिकेटर कपिल देव और अपने दौर की मशहूर अभिनेत्री वैजयंती माला को मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कपिल देव को क्रिकेट जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए इस खास पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वैजयंती माला को भी हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में उनकी विशेष उपलब्धि के लिए यह अवॉर्ड दिया गया।
इस मौके पर लता मंगेशकर ने कहा, ‘मोहन भागवत को वंदन। उनका आना मुझ पर उपकार है। मेरे पिता हिंदू महासभा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मैंबर रह चुके हैं। सभी अवॉर्ड से सम्मानित सदस्यों का अभिनंदन।’
मास्टर दीनानाथ प्रतिष्ठान और हृदयेश आर्ट्स की ओर से दीनानाथ मंगेशकर अवॉर्ड हर वर्ष अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतर काम करने वालों को दिया जाता है। इसमें संगीत, समाज सेवा, नाटक, साहित्य और सिनेमा से जुड़े लोग शामिल हैं।
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