लखनऊ | उत्तर प्रदेश के इन्वेस्टर्स समिट में 4 लाख 28 हजार करोड़ रूपए के इन्वेस्टमेंट के एमओयू साईन हुए हैं | अगर इतना इन्वेस्टमेंट धरातल पर उतर आता है , तो निश्चित ही उत्तरप्रदेश अपने चेहरे पर्ल्गा बीमारी राज्य का काला धब्बा धो डालेगा | इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह में भाषण देते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम को इस सफल आयोजन के लिए बधाई की पात्र हैं | उन्होंने कहा कि समिट का आयोजन करना एक बात है,लेकिन सफल आयोजन अलग बात है |
उन्होंने कहा कि नौ प्रधानमंत्री इसी प्रदेश से गए हैं। मेरा जन्म भी इसी प्रदेश में हुआ है। इस प्रदेश की क्षमताओं का प्रयोग देश की तरक्की में भी योगदान देगा। यह समिट उत्तर प्रदेश के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। पिछले तीन साल में एफडीआई में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। जीएसटी, कैशलेश भुगतान ने देश में निवेश की संभवनाओं को बढ़ाया है। यह प्रदेश देश ही नहीं दुनिया में सबसे बड़े बाजार और मैनफोर्स के रूप में जाना जाता है। उत्तर प्रदेश के विशेष प्रयासों की बदौलत देश और विदेश के निवेशक प्रदेश में निवेश के लिए आ रहे है।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग के लिए प्रदेश एक बड़ा बाजार बनकर उभर रहा है। उत्तर प्रदेश किसान भाई बहनों का राज्य है। फूड प्रोसेसिंग, डेयरी आदि में निवेश की असीम संभावनाएं हैं। मुझे खुशी है कि निवेशकों ने इस दिशा में रुचि दिखाई है | उन्होंने कहा कि यह राज्य राम और कृष्ण की कर्मस्थली रहा है। यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश के विकास से पूरे देश के विकास को बल मिलेगा। प्रदेश को आगे ले जाने का कार्य केवल सरकार का नहीं है, इसके लिए प्रदेश के सभी नागरिकों को सहयोग करना होगा। हमें ऐसा माहौल बनाना है कि निवेशक इकोनॉमिक इन्वेस्टमेंट के साथ इमोशनल इन्वेस्टमेंट भी करे। वह यहां आए और यहीं का होकर रह जाए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार शाम चार बजे लखनऊ पहुंचे थे | करीब 4 बजे विशेष विमान से अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे राष्ट्रपति का स्वागत राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।यहां से राष्ट्रपति का काफिला इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचा। दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने समापन सत्र की शुरुआत की |
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन-
राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उतरप्रदेश राम और कृष्ण की भूमि है। यह राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कीकर्मभूमि भी है इसलिए उनका और प्रधानमंत्री का प्रदेश के विकास के लिए लगातार मार्गदर्शन मिलता रहता है। उन्होंने कहा यह हम सबका सौभाग्य है कि आज के इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जी का मार्गदर्शन भी हमें प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को काम करते हुए 11 महीने पूरे हुए हैं। किसानों, गरीबों, वंचितों को विकास की योजनओं के साथ जोड़ने के लिए 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश के उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए वन डिस्ट्रिक वन नेशन योजना की शुरुआत की थी। उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट इसी प्रयास की दूसरी कड़ी है।
-इस इन्वेस्टर्स समिट में 4 लाख 28 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट के बारे में पूरी व्यवस्था की। इसके अलावा करीब चार लाख के ऐसे प्रस्ताव आए हैं, जिन्होंने प्रदेश में निवेश की इच्छा जताई है।
-इस निवेश से 33 लाख रोजगार प्राप्त होंगे।
-एक लाख करोड़ का रुपए का इन्वेस्टमेंट डिफेंस कॉरीडोर में होगा। प्रधानमंत्री ने इसका आश्वासन दिया है।
-प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था बेहतरत है।
-सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए निवेशक बिना किसी परेशानी के राज्य की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
-भारतीय जनता पार्टी के विधायक लोकेंद्र सिंह चौहान की मौत पर सीएम योगी ने कार्यक्रम में जताया दुख और श्रद्धांजलि दी।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का संबोधन-
-इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश के एजेंडा को बदले का बड़ा प्रयास है।
-सरकारें बदलती हैं, मुख्यमंत्री बदलतें, लेकिन इस बदलाव से प्रदेश की स्थिति में कोई बदलाव आता है, यह सरकार की कार्यशैली से पता चलता है।
-योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश में इतिहास लिखा जा रहा है।
-निवेशकों के अनुकूल देश की स्थिति को बनाना हमारा लक्ष्य।
-निवेशकों के आने से रोजगार बढ़ते हैं, सरकार के पास ज्यादा पैसा आता है। उसी पैसे से सरकार वंचितों का ख्याल रखती है।
-प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री की ओर देखती है, क्योंकि कड़े निर्णय लेना, उनकी गति क्या हो, निवेशक यह सब देखता है और यह सब योगी आदित्यनाथ में दिखता है।
-सबसे अधिक उपभोक्ता उत्तर प्रदेश में है। पुरानी एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश में है। इसका विकास करना चनौती नहीं है।
-उद्योग के साथ ट्रेंड नौजवनों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए उद्योगों के साथ शैक्षिक संस्थानों को भी विकासित किया जाए।
राज्यपाल राम नईक का संबोधन
-यूपी में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इन्वेस्टर्स समिट हुई है। उत्तर प्रदेश के विकास के इतिहास में यह समिट स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी।
-मैं मुंबई से आता हूं। मुंबई से तीन बार विधायक रहा, सांसद रहा, मंत्री रहा। लेकिन जहां से मैं आता हूं, वहां 65 प्रतिशत लोग स्लम में रहते है। लेकिन देश की आर्थिक राजधानी भी उन्हीं की वजह से बनी है।
-रोजगार के लिए लोग दूसरे प्रदशों में जाते हैं। लेकिन जब यूपी में ही रोजगार मिलेगा तो कौन वहां जाएगा।
-उत्तर प्रदेश के सरकारी यूनिवर्सिटी से 15 लाख नौजवान ग्रेजुएट हुए हैं। प्राइवेट को मिलाकर करीब 20 लाख लोग ग्रेजुएट हुए हैं। यह प्रदेश के लिए मानव संसाधन है, जिसे प्रयोग किया जा सकता है।
-अधिकारियों को निर्देश- योजना बनाते हैं लागत भी तय करते हैं, लेकिन समय पर काम पूरा न करने से लागत बढ़ती है। इसलिए समय पर काम पूरा करना होगा, ताकि और ज्यादा निवेश आ सके।
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