जयपुर। रक्षा मामले में भारत की ताकत लगातार बढ़ रही है। एक के बाद सफल परीक्षण के बाद भारत ने एक और इतिहास रचा है। थर्ड जेनरेशन एंटी टैंक मिसाइल ‘नाग’ का सफल परीक्षण जैसलमेर की पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ। रक्षा सूत्रों ने बताया कि मिसाइल ने मंगलवार के मिशन में लक्ष्य को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। पाकिस्तान सीमा के पास पोखरण फायरिंग रेंज में इस मिसाइल का परीक्षण महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
शस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य लोग उपस्थित थे
इस अत्याधुनिक मिसाइल के परीक्षण के मौके पर डीआरडीओ, रक्षा प्रयोगशाला (जोधपुर) के वैज्ञानिक, शस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य लोग उपस्थित थे। रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार जी सतीश रेड्डी ने कहा कि इस सफल परीक्षण से देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूती मिली है।
इसी फायरिंग रेंज में अमेरिका से खरीदी गई यूएवी होवित्जर तोपों का परीक्षण भी इन दिनों चल रहा है। सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मिसाइल प्रोजेक्ट की लगात 350 करोड़ रुपये से अधिक है। अब परीक्षण में मिसाइल में उच्च क्षमता के उपकरण लगाए गए हैं। यह अधिक गर्मी में भी मिसाइल को दिशा नहीं भटकने देंगे।
इससे पहले पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा में एक परीक्षण किया
भारत ने देश में निर्मित एवं परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा में एक परीक्षण रेंज से दो हफ्ते पहले सफल प्रायोगिक परीक्षण किया था। यह सतह से सतह पर मार करने में सक्षम और 350 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली मिसाइल थी। पृथ्वी-2 मिसाइल 500 किलोग्राम से 1000 किलोग्राम वजनी आयुध ले जाने में सक्षम है। यह दो इंजनों से संचालित होती है। यह अपने लक्ष्य को सटीकता से निशाना बनाने के लिए अत्याधुनिक प्रणाली का इस्तेमाल करती है। इससे पहले 21 नवंबर 2016 को इसी जगह से दो पृथ्वी 2 मिसाइलों का एक के बाद एक परीक्षण किया गया था।
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