मोदी का अगला वार होगा बेनामी सम्म्पति पर

Publsihed: 27.Nov.2016, 11:57

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्पष्ट संकेत दे दिया कि जैसे ही नोटबंदी पर उठा बवाल थम जाएगा, और उन्हे आज भी अम्मींद है कि 50 दिन में सब ठीक-ठाक हो जाएगा, तो बेनामी सम्म्पति पर अगला हमला होगा. बिहार के मुख्यमंत्री और जद यू के अध्यक्ष नीतिश कुमार प्रधानमंत्री के नोटबंदी का समर्थन करते हुए लगातार बेनामी सम्म्पति पर हमला बोलने की मांग कर रहे हैं. 

सम्भवत: नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में नीतिश कुमार को संदेश देने के लिए ही बेनामी सम्म्पति के मुद्दे को उठा दिया. मोदी ने कहा-"बेनामी संपत्ति का इतना कठोर क़ानून बना है, कितनी कठिनाई आएगी और सरकार नहीं चाहती है कि देशवासियों को कोई कठिनाई आए." 

उन्होने कहा कि पूरा विश्व देख रहा है कि सवा-सौ करोड़ देशवासी कठिनाइयाँ झेल करके भी सफलता प्राप्त करेंगे क्या. विश्व के मन में प्रश्न-चिन्ह हो सकता है लेकिन भारत को विश्वास है कि देशवासी संकल्प पूर्ण करके ही रहेंगे.

आपकी कठिनाइयों को मैं समझता हूँ, भ्रमित करने के प्रयास चल रहे हैं फिर भी देशहित की इस बात को आपने स्वीकार किया है

कैशलेस ट्रांजेक्‍शन के लिए युवाओ से मांगी मदद
-देश के लोगों से अपील है कि वो डिजिटल माध्यम की ओर बढ़ें
-अंत में उन्होंने कहा....जी.... जी.. जी मैं दोबारा कहता हूं मुझे आपकी मदद चाहिए
- मेरी युवाओं से भी अपील है कि वो डिजिटल इंडिया की दिशा में सरकार के कदम से कदम मिलाकर चलें
-अपने घरवालों को वो भी वो इस दिशा में प्रोत्साहित करें
-आप एक काम करिए आज से ही संकल्‍प लीजिए अपने मोबाइल फोन पर ऑनलाइन खर्च करने की जितनी टेक्नोलॉजी हों सबको इस्तेमाल करें
-रोज कम से कम दस लोगों को कैशलेस ट्रांजेक्‍शन के बारे में बताइए
-आजकल मोबाइल फोन भी ई बटुए का काम करता है, इसलिए इसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें
-कैशलेस सोसायटी की दिशा में बढ़ने के लिए हमने तमाम ऑनलाइन चार्जेज खत्‍म कर दिए हैं
-देश को आर्थिक ऊंचाइयों पर ले जाने का वक्त आ गया है
-मुझे पता है कि लोगों को मेरा फैसला पसंद आया है
-मैं छोटे दुकानदारों से अपील करता हूं कि वो भी अपने यहां कैशलेस ट्रांजेक्‍शन को बढ़ावा दें। अपने यहां उन्हें ट्रांजेक्‍शन मशीनें रखनी चाहिएं, उन्हें अपने मोबाइल में नई ऐप डाउनलोड करनी चाहिएं
-मैं उन लोगों से अपील करता हूं कि वो देश के बदलाव में साक्षी बनेंगे और खुद के विकास की राह प्रशस्त करें
-देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के इस अभियान का नेतृत्व आपको करना है.

कैशलेस प्रणाली से मजदूरो का शोषण बंद होगा

-मज़दूर भाइयों-बहनों को कहना चाहता हूँ, आपका बहुत शोषण हुआ है।कागज़ पर पगार होता है और जब हाथ में दिया जाता है तब दूसरा होता है.

-कभी पगार पूरा मिलता है, तो बाहर कोई खड़ा होता है, उसको cut देना पड़ता है और मज़दूर मजबूरन इस शोषण को जीवन का हिस्सा बना देता है।

-नई व्यवस्था से हम चाहते हैं कि आपका बैंक में खाता हो, आपके पगार के पैसे आपके बैंक में जमा हों, ताकि minimum wages का पालन हो।

नगर निकायों को सप्ताह में 13 हजार करोड़ का टैक्स मिला

-हम नहीं चाहते कि आम लोगों को कोई दिक्‍कत हो इसलिए उन्हें राहत देने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं 
-नोटबंदी से पहले 47 नगर निकायों में सालभर में मात्र 3-4 हजार करोड़ का टैक्स आता लेकिन निर्णय के बाद एक सप्ताह में 13 हजार करोड़ का टैक्स मिला
-इस पैसे से नगर पालिकाओं को विकास कार्य करने में मदद मिलेगी
-किसानों की भी इस समय तारीफ करनी चाहिए जो तमाम मुश्किलों को झेलने के बाद भी देश हित में डट कर खड़ा है
-खास बात ये है कि इस बार निर्णय के बाद गेंहू की बुआई भी बढ़ी है
-बैंककर्मी ने अस्पताल जाकर बीमार व्यक्ति को नोट दिए, ये सराहनीय कदम है, इस जज्बे को सलाम करना चाहिए.

पूछा जाएगा = बैंक में जमा किया पैसा कहाँ से आया 
-दूसरों के खाते में कुछ लोग पैसे डालकर अपने पैसे बचाने में जुटे हैं उनको यह कदम भारी पड़ सकता है
-बुराइयां इतनी हैं कि कुछ लोगों की बुराई की आदत जाती नहीं हैं
-कुछ लोग नोटबंदी के इस मुश्किल दौर में भी लोगों की मदद कर रहे हैं उनकी तारीफ करना चाहिए.

कठिनाई में ऐ देश 
-मैं चुनाव के दौरान चाय पर चर्चा करता था ये नहीं पता था कि चाय से शादी हो सकती है, 17 नवंबर को सूरत में एक ऐसी ही शादी हुई जिसमें मेहमानों को सिर्फ चाय भी पिलाई गई.
​-फैसला लेते वक्त इन कठिनाइयों का अंदाजा था लेकिन इसे लेना जरूरी था, जल्द ही इन कठिनाइयों से देश निकलकर रहेगा
-हमें उन लोगों की सराहना करनी चाहिए जो तमाम कठिनाइयों के बीच लोगों की मदद कर रहे हैं, वो चाहे बैंक कर्मी हों या पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी.

नोटबंदी के फैसला थोड़ा कड़ा है लेकिन देशहित में जरूरी था
-50 दिन के बाद हम इसमें राहत पाएंगे, 70 साल से जो बीमारी झेल रहे थे उसके इलाज में थोड़ा समय तो लगेगा
-हर वर्ष की बात मैं जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए चीन से मिलती भारत की सरहद पर गया था
-वहां जवानों की स्थिति पर खूब चर्चा हुई, इससे मुझे एहसास हुआ कि हमें त्यौहारों के अवसर पर जवानों को याद करना चाहिए
-दीवाली पर उनके साथ रहकर लगा जैसे मैं अपने घर में ही हूं
-कश्मीर यात्रा के दौरान कई गांवों के सरपंच हमसे मिले और हालात पर चर्चा की.

हरिवंश राय बच्चन को उनके जन्मदिन पर याद किया -प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बात के समापन पर हरिवंश राय बच्चन को उनके जन्मदिन पर याद किया
-उनकी कविता 'स्वच्छ तन स्वच्छ मन स्वस्‍थ भारत, मेरा परिचय' पढ़ते हुए अमिताभ बच्चन का भी आभार जताया जो स्वच्छता अभियान से जुड़े हैं

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