सन्युक्त राष्ट्र में उठा ब्लूचिस्तान

Publsihed: 15.Sep.2016, 10:55

भारत ने यूएन (सयुंक्त राष्ट्र) में पहली बार बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया है। जेनेवा में यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स काउंसिल के 33rd सेशन में भारत ने पाकिस्तान पर तीखा हमला किया है। इसी बीच, न्यूयॉर्क में यूएन हेडक्वार्टर्स के बाहर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हुआ और ‘बलूचिस्तान दूसरा बांग्लादेश’ का नारा गूंजा। वहीं भारत, अफगानिस्तान और अमेरिका ने पाकिस्तान को घेरने की तैयारी कर ली है।

यूएन में उठा बलूचिस्तान का मुद्दा

यूएन में उठा बलूचिस्तान का मुद्दा, पाक को खिलाफ लगे नारे

यूएन ह्यूमन राइट्स के 33वें सेशन के दौरान भारत ने कहा कि कश्मीर में अस्थिरता और अशांति का मुख्य कारण पाकिस्तान है जो आतंकवाद के जरिे उसकी महत्वाकांक्षाएं से उपजा है। ये बात बार-बार होने वाले हमलों से साबित हो चुकी हुई है।यूएन में भारत के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि अजित कुमार ने कहा कि पाकिस्तान का पिछला निराशाजनक रिकॉर्ड जगजाहिर है। कई देशों ने बार-बार पाकिस्तान से कहा है कि वह सीमा पार से होने वाले घुसपैठ को रोके, आतंकवाद के ढांचे को नष्ट करे और आतंकवाद के सेंटर के तौर पर काम करना बंद करे।  कुमार ने आगे कहा कि एक शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक समाज के तौर पर भारत की साख सबको अच्छी तरह से पता है जो कि अपने लोगों के भले के लिए लगातार काम कर रही है। इसके उल्टे पाकिस्तान की पहचान तानाशाही, अलोकतांत्रिक और बलूचिस्तान के साथ अपने ही देश में व्यापक मानवाधिकार उल्लंघन करने वाले की है।

पाकिस्तान को तीन तरफ से घेरने की तैयारी

सितंबर के आखिर में यूएन जनरल असेंबली के दौरान न्यूयॉर्क में भारत-अमेरिका-अफगानिस्तान के बीच बातचीत होगी। इससे आतंकवाद के खिलाफ तीनों देशों की स्ट्रैटजी को और मजबूती मिलेगी।

  1. भारत: मोदी इंडिपेंडेंस-डे पर लाल किले से अपनी स्पीच में बलूचिस्तान और पाक के आतंक फैलाने का मुद्दा उठा चुके हैं। एक महीने से दोनों देशों के बीच कश्मीर और बलूचिस्तान पर बयानबाजी हो रही है। अब भारत ने पहली बार यूएन जैसे फोरम पर बलूचिस्तान का मुद्दा उठा दिया है।
  2. अमेरिका:ओबामा एडमिनिस्ट्रेशन बलूचिस्तान पर भारत के रुख का खुलकर सपोर्ट तो नहीं करता लेकिन पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड टेररिज्म पर उसका रुख सख्त होता जा रहा है। यूस ने एफ-16 फाइटर प्लेन की बिक्री रोकने के साथ पाक को आतंकवाद के खिलाफ अभियान के लिए 30 करोड़ डॉलर की सालाना मदद भी रोक दी है।
  3. अफगानिस्तान:प्रेसिडेंट अशरफ गनी ने बुधवार को दिल्ली में मोदी से मुलाकात की और खुलकर पाकिस्तान के खिलाफ बोले। उन्होंने कहा कि जो हमें रोकने की कोशिश कर रहे हैं, हम उन्हें रोक देंगे। आतंकवाद सांप की तरह डसता है। यह टलने वाला खतरा नहीं है। गनी भारत के दूसरे दौरे पर आए थे।

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