भारत अमेरिका का इस्लामी आतंकवाद नष्ट करने का संकल्प

Publsihed: 27.Jun.2017, 10:05

वाशिंगटन | भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक साझा बयान में कहा , ''अमेरिका और भारत के बीच सुरक्षा साझेदारी बेहद अहम है | दोनों देश आतंकवाद का शिकार हैं और हम दोनों ही देश आतंकी संगठनों को एवं उन्हें संचालित करने वाली चरमपंथी विचारधारा को नष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं| हम चरमपंथी इस्लामी आतंकवाद को नष्ट कर देंगे |"

आतंकवाद से लड़ने और आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को मजबूत करने का भी संकल्प लिया है | इस बयान को सर्जिकल स्ट्राईक की दिशा में देखें तो दोनों बड़े लोकतांत्रिक देशों ने इस्लामी आतंकवाद को खत्म करने के लिए सर्जिकल स्ट्राईक का संकल्प लिया है , जो साझा सर्जिकल स्ट्राईक भी हो सकते हैं | मोदी ने व्हाईट हॉउस में ट्रम्प के साथ साझा प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आतंकवाद का खात्मा हमारी शीर्ष प्रार्थमिकताओं में है | 

पाकिस्तान को चेतावनी 

भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए उससे यह सुनिश्चित करने को कहा कि उसकी धरती का इस्तेमाल सीमा पार आतंकी हमलों के लिए नहीं होने चाहिए | दोनों देशों ने पाकिस्तान से कहा कि वह मुंबई हमलों और पठानकोट में हुए आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं को जल्द कठघरे में लाए |

दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद जारी संयुक्त ब्यान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने ''पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वह अपनी धरती का इस्तेमाल अन्य देशों के खिलाफ आतंकी हमलों के लिए न होने दे.''

पाकिस्तान से यह भी कहा गया कि वह ''पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों की साजिश वाले 26/11 मुंबई हमलों, पठानकोट हमले और सीमापार से अन्य आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को शीघ्रता से न्याय के कठघरे में लेकर आए.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमने आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ के बारे में बात की और हम इसके खिलाफ सहयोग करने के लिए सहमत हुए. आतंकवाद से लड़ना, आतंकियों की शरणस्थलियों को नष्ट करना हमारे सहयोग का अहम हिस्सा होगा |'' ट्रंप ने कहा कि दोनों देश आतंकी संगठनों को और उन्हें संचालित करने वाली चरमपंथी विचारधारा को नष्ट करने के लिए 'संकल्पबद्ध' हैं |

विदेश सचिव एस जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक बुराई है, जिससे विश्व के हर हिस्से में लड़ा जाना चाहिए और अमेरिका तथा भारत एक साथ मिलकर यह काम करेंगे |

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