पटना. बिहार कैडर के एक आईएएस अधिकारी एसएम राजू ने पहले अपने पापा की किडनी की बीमारी और फिर बेटे के कैंसर के इलाज के लिए खुद ही आयुर्वेदिक दवाएं बनाईं और दोनों का इलाज कामयाब रहा. आज उनकी बनाई 14 दवाओं को सरकारी लाइसेंस मिल चुका है.
बिहार की न्यूज़ वेबसाइट livepatna.in में छपी रिपोर्ट के मुताबिक एसएम राजू की दवाओं का सेवन कई बड़ी हस्तियां भी करके अपनी बीमारियों से मुक्ति पा चुके हैं. राजू ने कैंसर, डायबिटिज, एंटी एंजिग, किडनी, लिवर की बीमारी को लेकर आयुर्वेदिक दवाएं बनाई हैं. राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एसएन झा, फिल्म अभिनेता आदित्य पंचोली से लेकर कई मंत्री और बड़े अधिकारी उनकी दवाओं के इस्तेमाल से ठीक हो चुके हैं. दरअसल राजू के पिता को किडनी की बीमारी थी और बाद में बेटे को कैंसर हो गया था. दोनों के इलाज में अंग्रेजी दवाइयां काम नहीं कर पा रही थीं और उनके साइड इफेक्ट्स अलग थे.
इसके बाद एग्रीकल्चर ग्रैजुएट राजू ने ठान लिया कि वह खुद अपने पिता और बेटे की बीमारी के लिए आयुर्वेदिक दवा बनाकर उनका इलाज करेंगे. दृढ़निश्चय और मेहनत से राजू ने ऐसी दवा बना डाली और देखते ही देखते उन दवाओं से उनके पिता ठीक हो गए और बेटे की हालत में सुधार दिखने लगा.
14 दवाओं को मिला सरकार से लाइसेंस
बिहार सरकार के रेवेन्यू विभाग में अपर सचिव राजू शुरू से ही विज्ञान और आयुर्वेद में रुचि रखते थे. राजू अपने काम के बाद आयुर्वेदिक दवाओं पर रिसर्च करने लगे जिसका नतीजा यह हुआ कि भारत सरकार ने राजू की बनाई कुल 14 दवाओं को लाइसेंस दे दिया है. इनमें कैंसर, डायबिटिज, लिवर, एंटी एजिंग, बोन औंर किडनी की बीमारियों की दवाएं शामिल हैं. पहली नवम्बर से इन की बनाई दवाईया बाजार में आ रही हैं.
राजू का कहना है कि आयुर्वेदिक दवाओं को बेंगलुरु की एक कंपनी बना रही है. दवा से होने वाली आय का 50 फीसदी हिस्सा गरीब बच्चों की शिक्षा पर खर्च होगा. ये दवाएं पूरी तरह से आयुर्वेदिक हैं जिनका कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है. ये दवाएं ‘मिरेकल ड्रिंक्स’ के नाम से उपलब्ध हैं. इनसे संबंधित जानकारी www.miracledrinks.in वेबसाइट पर भी उपलब्ध है.
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