पिथौरागढ़ ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहाँ भाजपा की रैली को संबोधित करते हुए कहा की अटल बिहारी वाजपेयी जे तीन राज्य बनाए थी, झारखंड और छतीसगढ़ विकास पथ पर अग्रसर है और उत्तराखंड को बरबाद कर दिया . उन्होंने जनता से कहलवा की उत्तराखंड को बरबाद किस ने किया, उत्तराखंड कपो लूटा किस ने. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को बरबाद करने वाले फिर सता में न आए.
लोग यहाँ से पलायन करते हैं, लेकिन हरीश रावत भी आप से धोखा कर के पलायन कर गए. दुर्भाग्य है कि कुछ लोग हमारी सेना की कुर्बानी पर भी शक करते हैं. कभी किसी ने फ़ौज पर सवालिया निशान नहीं लगाया था, लेकिन जब फ़ौज ने सर्जिकल स्ट्राईक किया तो कांग्रेस नमे सवालिया निशान लगा रहे हैं. दुनिया भर में विश्लेष्ण हो रहा है की यह सर्जिकल स्ट्राईक हुआ कैसे , लेकिन कांग्रेसी हम से पूछ रहे हैं कि कब हुआ, कहाँ हुआ, कितने फ़ौजी गए थे, कितने हथियार ले कर गए थे, क्या यह उन को शोभा देता है.
भाईयो और बहनों हम ने वन रैंक वन पेन्शन लागू किया, इन्होने कभी इस विषय का अध्ययन ही नहीं किया. झूठ बोलते रहे कि लागू कर रहे हैं, चालीस साल तक इन्होने अध्धयन तक नहीं किया की मांग क्या है, कितना खर्च होगा, कितने लोग प्रभावित हो रहे हैं. मैंने सितम्बर २०१३ में रेवाड़ी में घोषणा कर दी कि हम सत्ता में आने पर वन रैंक वन पेंशन लागू करेंगे, तो दर कर उन्होंने २०१४ के बजट में ५०० करोड़ रख कर प्रचार करने लगे कि हाँ ने लागू कर दिया, जब कि हम ने जब जांच करवाई तो पता चला की साधे बारह हजार करोड़ खर्च होगा. मैंने फौजियों से मदद माँगी की किस्तों में दे सकते है, वे तुरंत सहमत हो गए. और हम ने लागू किया, लगभग साधे छः हजार करोड़ दे चुके हैं. बाकी भी दे देंगे. सातवाँ वेतन आयोग भी वन रेंक वन पेंशन के साथ ही लागू करने का फैसला हुआ, इस से फ़ौजी परिवारों को डबल लाभ हो गया.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम ने तीसरे और चौथे वर्ग की नौकरियों की साक्षात्कार बंद कर दिया क्योंकि इस में भ्रष्टाचार होता है, योग्य लोगो को नौकरियाँ नहीं मिलाती. हम ने हरीश रावत से कहा की आप भी बंद करो, लेकिन उन्होंने साक्षात्कार बंद नहीं किए. नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह इस कहावत को बदल देगे कि न पहाडो का पानी पहाड़ों के काम आता है, न पहाड़ों की जवानी. उन्होंने कहा कि विकास न होने के कारण पहाडो से पलायन हो रहा है, भाजपा की सरकार इस दिशा को ही बदल देगी , पहाड़ों का विकास कर पलायन को रोका जाएगा. नौकरियाँ पहाड़ों में ही उपलब्ध हो , इस तरह के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे.
मोदी ने ऐसी कई योजनाएं बताई कि केंद्र सरकार पैसा देने को तैयार बैठी हैं , लेकिन इन्हें परियोजना तक बनमानी नहीं आती. उन्होंने कहा की पंचेश्वर बाँध से ६००० मगावात की बिजली उत्पन्न होगी, सालों से यह प्रोजेक्ट अटका पडा था, लेकिन मैंने आते ही प्रोजेक्ट को पास कर दिया, पंचेश्वर बाँध से कुमाऊँ में जहां बिजली का उत्पोआदन होगा , वहीं कुमाऊँ पर्यटन का केंद्र भी बनेगा.
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