जीडीपी ने दिया मोदी विरोधियों को झटका

Publsihed: 28.Feb.2018, 21:23

 

नई दिल्ली: चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के आज जारी किए गए जीडीपी के आंकड़ों से मोदी विरोधियों को करारा झटका लगा है | साल की अंतिम तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ बढ़ कर 7.2 फीसदी हो गई है | यह आंकड़ा अर्थशास्त्रियों के अनुमानों से तो  बेहतर रहा ही चीन की जीडीपी से भी आगे निकल गया है |

अर्थशास्त्रियों ने 6.9 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया था | इन बेहतर आंकड़ों के बाद भारत इस तिमाही में चीन की वृद्धि दर 6.8 फीसदी को पीछे छोड़कर दुनिया में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाला देश बन गया है | रॉयटर्स द्वारा 35 अर्थशास्त्रियों के एक पोल में इस बात की संभावना जताई गई थी | वहीं, वित्त वर्ष 2017-18 में भारत की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहेगी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 7.1 प्रतिशत रही थी |

चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत थी और पहली तिमाही में 5.7 प्रतिशत रही थी. स्टेनली की रिपोर्ट में कहा गया है कि सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) के संदर्भ में वृद्धि दर सालाना आधार पर दूसरी तिमाही के 6.1 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर तीसरी तिमाही में 6.7 प्रतिशत रही है. |
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियों की आय में भी दिसंबर तिमाही के दौरान सुधार हुआ है. वाहन एवं दोपहिया वाहनों की बिक्री भी इस दौरान तेजी से बढ़ी है. वस्तुओं के निर्यात की वृद्धि में भी दहाई अंकों में वृद्धि दर्ज की गयी है. हालांकि उद्योग एवं सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर तेज होने तथा कृषि क्षेत्र में घटने का अनुमान है |
 

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