भारत के डेबिट कार्डो पर चीन का हमला

Publsihed: 21.Oct.2016, 13:39

नई दिल्ली। अभी हाल ही में उत्तराखंड से एक खबर आई थी कि किस तरह एक व्यक्ति अपनी बेटी की शादी के संदर्भ में बैंक से पैसे निकालने गया तो उस के बैंक अकाऊंट से 6 लाख रुपए गायब थे. वित्त मंत्री अरुण जेतली ने इस बात की पुष्टि की है बारत के बाहर से बारतीय खातो से बडे पैमाने में पैसे निकाले गए हैं. उन्होने कहा कि सरकार इस मामले को देख रही है. 

एसबीआई ने 32 लाख कार्डो को एह्तियात के तौर पर रद्द कर दिया है. 641 ग्राहको ने अपने खाते में से पैसा निकाले जाने की सूचना दी है. एसबीआई समेत 19 बैन्को से पैसा निकाले जाने की सूचना है. एक अनुमान है कि 130 करोड के घोटाले का अनुमान है. आप को तुरंत अपना एटीएम पिन बदल लेना चाहिए.

एसबीआई ने अभी हाल ही में सुरक्षा कारणों के चलते अपने करीब 6 लाख डेबिट कार्ड ब्लॉक किए हैं। ये कार्ड्स ऐसे एटीएम पर इस्तेमाल किए गए हैं जहां से मालवेयर के जरिए सूचनाएं चोरी की गई हैं। अब तक 19 बैंकों ने धोखाधड़ी से पैसे निकालने की सूचना दी है। कुछ बैंकों को यह भी शिकायत मिली है कि कुछ एटीएम कार्ड का चीन व अमेरिका सहित अनेक विदेशों में धोखे से इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि ग्राहक भारत में ही हैं।

सरकार ने ग्राहकों से कहा घबराएं नहीं

भारतीय बैंकिंग क्षेत्र को प्रभावित करने वाली अपनी तरह की सबसे बड़ी डेटा सुरक्षा में सेंधमारी की घटना से सरकारी और निजी क्षेत्र के अनेक बैंकों के 32 लाख से अधिक डेबिट कार्ड प्रभावित होने की आशंका है। डेटा में यह सेंध कुछ एटीएम प्रणालियों में साइबर मालवेयर हमले के रूप में हुई है। हालांकि, सरकार ने लोगों से कहा है कि वे घबराएं नहीं। भारतीय स्टेट बैंक सहित अनेक बैंकों ने बड़ी संख्या में डेबिट कार्ड वापस मंगवाए हैं, जबकि अनेक अन्य बैंकों ने सुरक्षा सेंध से संभवत: प्रभावित एटीएम कार्डों को ब्लॉक कर दिया है और ग्राहकों से कहा है कि वे इनके इस्तेमाल से पहले पिन अनिवार्य रूप से बदलें।

ये चोरी अब की सबसे बड़ी चोरी बताई जा रही है। यह सुरक्षा चूक हिताची पेमेंट्स सर्विसेज की प्रणाली में एक मालवेयर के जरिये हुई है। यह कंपनी यस बैंक को सेवा देती है। हिताची पेमेंट्स एटीएम सर्विसेज, प्वाइंट ऑफ सेल सर्विसेज, इमर्जिग पेमेंट्स सर्विसेज आदि के जरिए सेवाएं देती है।

हिटाची पेमेंट सिस्टम से हुई चोरी

वहीं यस बैंक का कहना है कि उसके एटीएम नेटवर्क में को समस्या नहीं है और वह अपने ग्राहकों की हर जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए अहम कदम उठा रहा है। बैंक ने कहा- हमने अपने सभी एटीएम की जांच की है, जिसमें सेंधमारी को कोई मामला सामने नहीं आया है। आपको बता दें कि यस बैंक का एटीएम नेटवर्क बहुत ही छोटा है, लेकिन इन मशीनों से थर्ड पार्टी ट्रांजैक्शन के कारण कई बैंक प्रभावित हुए हैं।

ज्यादातर एटीएम फ्रॉड मशीनों पर स्किमर लगा कर या फिर हिडन कैमरे के जरिए पिन नंबर चुराकर किए जाते हैं। जानकारों की मानें तो मालवेयर ने एसबीआई के हार्डवेयर सिक्योरिटी मॉड्यूल तक अपनी पहुंच बना ली है, जिसके चलते एसबीआई ने नए डेबिट कार्ड जारी करने का फैसला किया है। आपको बता दें कि ऐसा करके मालवेयर कार्ड की जानकारी और पिन नंबर जान सकता है।

हिटाची पेमेंट सर्विस के एमडी लॉनी एंटनी ने कहा, ‘पहली नजर में तो हमारे सिस्टम की सुरक्षा में कोई कमी नजर नहीं आ रही है, लेकिन जांच की रिपोर्ट आने तक कुछ नहीं कहा जा सकता।

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