बिहार में भी हुई एनडीए सरकार

Publsihed: 27.Jul.2017, 00:02

नई दिल्ली | एनडीए विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नितीश कुमार ने भाजपा-जदयू विधायकों के साथ राजभवन जा कर सरकार बनाने का दावा पेश किया | भाजपा और उस के समर्थक दलों ने नीतीश कुमार के समर्थन में पत्र सौंपे , जिन में उन दलों के सभी विधायकों के दस्तखत थे | राजभवन ने एनडीए के दावे के मंजूर करते हुए शाम पांच बजे शपथ ग्रहण करवाने का समय तय किया है | 

जब नितीश कुमार राजभवन में दावा पेश कर रहे थे, तभी तेजस्वी यादव और लालू यादव ने राजभवन में राज्यपाल से मिलने का वक्त माँगा | तेजस्वी और लालू यादव ने कहा कि राजद सब से बड़ा दल है और पहले उन्हें सरकार बनाने का मौक़ा मिलना चाहिए |राजभवन ने तेजस्वी और लालू यादव को सुबह 11 बजे मिलने का समय दिया है |  राजद के नेताओं ने दावा किया  उन्हें 130 विधायकों का समर्थन हासिल है |

बिहार में जेडीयू के 71 विधायक हैं और बीजेपी के 53, ऐसे में दोनों पार्टियां मिलकर आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर लेती हैं | बिहार में बहुमत का आंकड़ा 122 है और दोनों पार्टियों के 124 विधायक हो रहे हैं | राजद के 80 और कांग्रेस के 27 विधायक हैं | 

इस से पहले नीतीश कुमार ने जदयू की विधायक दल की बैठक के बाद शाम 6.30 पर राजभवन जा कर महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था | बाद में नीतीश कुमार के घर पर हुई जदयू और भाजपा विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार ने जदयू के एनडीए में शामिल होने की घोषणा की और उस के तुरंत बाद उन्हें एनडीए का नेता चुन लिया गया |

बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि नई सरकार में बीजेपी शामिल होगी और नीतीश को समर्थन देने के अपने फैसले के बारे में गवर्नर को पत्र भेजा गया है | अब नीतीश कुमार आज (गुरुवार को) मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेंगे | केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और भाजपा महासचिव अनिल जैन कल पटना जाएंगे | भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भी पटना पहुँचने की उमींद है | इससे पूर्व नीतीश कुमार ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को इस्तीफा सौंपने के बाद राजभवन के बाहर मीडिया से कहा कि 'बिहार में जो माहौल था उसमें महागठबंधन की सरकार चलाना मुश्किल हो गया था' | उन्होंने नई सरकार बनाने के लिए भाजपा का समर्थन लेने की बात से भी इंकार नहीं किया था |

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