मनामा : भारत और बहरीन ने आज आतंकवाद की निन्दा की और इसे सभी देशों के लिए संकट करार देते हुए कहा कि किसी एक देश के आतंकवादी को दूसरे देश की ओर से स्वतंत्रता सेनानी के रूप में महिमामंडित नहीं किया जा सकता. उल्लेकनीय है कि पाकिस्तान कश्मीर के आतंकवादियो को स्वतंत्रता सेनानी करार देता रहा है और आतंकवाद को स्वतंत्रता के लिए किया जा रहा संघर्ष बताता है.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह तथा बहरीन के गृहमंत्री राशिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा के बीच यहां हुई बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों देश हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ अपने कड़े रूख पर सहमत हैं. इसमें कहा गया कि ‘आतंकवाद सभी देशों तथा समुदायों के लिए एक संकट है.’ राशिद ने कहा कि बहरीन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में और पारस्परिक तक्षा क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने में भारत के साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित है।
बयान में कहा गया, ‘भारत और बहरीन आतंकवाद को किसी नस्ल, धर्म या संस्कृति से जोड़े जाने के खिलाफ हैं। दोनों देश इस बात पर सहमत हुए कि किसी एक देश के आतंकवादी को किसी दूसरे देश द्वारा स्वतंत्रता सेनानी के रूप में महिमामंडित नहीं किया जा सकता।’ बयान में कहा गया, ‘दोनों पक्षों ने सभी देशों से अन्य देशों के खिलाफ आतंकवाद के इस्तेमाल को खारिज करने, किसी देश के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने तथा आतंकवादी ढांचा जहां भी हो, उसके खिलाफ लड़ने का आह्वान किया।’
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