- अयोध्या, गंगा, तिरंगे पर कोई खेद नहीं
- अयोध्या में राममंदिर बनकर रहेगा
- अयोध्या आंदोलन में भागीदारी पर गर्व
नई दिल्ली: बाबरी विध्वंस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने आज अहम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने कहा है कि आडवाणी, जोशी, उमा भारती समेत 13 पर आपराधिक साजिश का केस चलेगा. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने रोजाना सुनवाई के आदेश दिए हैं. इस मामले पर उमा भारती ने कहा कि वहां किसी तरह की आपराधिक साजिश नहीं थी, जो था खुल्लम खुल्ला था. अयोध्या, गंगा और तिरंगे पर कोई खेद नहीं है. हां मैं 6 दिसंबर को मौजूद थी, इसमें साजिश की कोई बात नहीं. अयोध्या आंदोलन में मेरी भागीदारी थी, मुझे कोई खेद नहीं.मैं इसके लिए कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं. मुझे इस आंदोलन में भागीदारी का गर्व रहा है.
कांग्रेस द्वारा इस्तीफा मांगने की बात पर उमा ने कहा जो 1984 की सिख विरोधी हिंसा के पीछे थे उन्हें इस्तीफा मांगने का कोई हक नहीं. वैसे, अपराध अभी साबित नहीं हुए, इस्तीफे का सवाल ही नहीं. वकील कोर्ट में अपनी बहस करेंगे. मैं आज रात अयोध्या जा रही हूं. मैं रामलला, हनुमानगढ़ी में आभार जताने जाऊंगी कि मुझे इतना यश और सम्मान दिया. मैं वहां संकल्प करूंगी की राम मंदिर तो बनकर रहेगा. कोर्ट के बाहर हल की स्थिति बनेगी. मेरे जैसा व्यक्ति पद से चिपकने वाला नहीं है. मेरे लिए सम्मान जरूरी है. राममंदिर निर्माण होगा और गंगा साफ करके रहूंगी.
बाबरी केस पर विनय कटियार ने कहा है कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं. कोई आपराधिक साजिश नहीं रची गई. जानबूझकर सीबीआई ने आपराधिक केस चलाने की पहली की. राम मंदिर के लिए जेल जाना पड़ा तो जाएंगे.
बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम लोग इस पर बैठकर विचार करेंगे.राम मंदिर के विषय में जो आरोप हैं वो इस प्रकार के नहीं हैं कि हमारे वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाए.
बाबरी एक्शन कमेटी के जफरयाब जिलानी ने कहा कि इसका ताल्लुख मस्जिद बनाने से नहीं है. इसका ताल्लुख है उन लोगों को सजा देने से जिन लोगों ने मस्जिद को गिराया था या इसकी साजिश की थी. और हमें उम्मीद है कि इनको सजा होगी.
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