होंगे गोगोई ही पर तेवरों के साथ

Publsihed: 04.Sep.2018, 20:43

अजय सेतिया / याद होगा 12 जनवरी 2018 को दूसरे नंबर के जज जस्टिस चमलेश्वर ने प्रेसकांफ्रेंस कर बवाल खडा किया था | वह 22 जून को रिटायर होने वाले थे | वामपंथी नेताओं के नजदीकी जस्टिस चमलेश्वर के बवाल खडा करने के दो मकसद थे | पहला मकसद तो था कि किसी तरह चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को कटघरे में खड़ा कर के इस्तीफे के लिए मजबूर करना | ताकि वह खुद रिटायर होने से पहले चीफ जस्टिस बन जाएं, भले एक दिन के लिए ही सही | उनका दूसरा मकसद मोदी सरकार को बदनाम करना था | परदे के पीछे से वामपंथी और कांग्रेस नेताओं ने जस्टिस चमलेश्वर को समर्थन दिया हुआ था | जस्टिस चमलेश्वर का सपना पूरा करने के लिए कपिल सिब्बल ने राजनीतिक प्रयास भी किया | जब उन्होंने राज्यसभा में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव रखा | मकसद था कि प्रस्ताव मंजूर होते ही दीपक मिश्रा पर पद से हटने का दबाव बनाया जाएगा | तब तक जस्टिस चमलेश्वर कार्यकारी चीफ जस्टिस हो जाएंगे | पर राज्यसभा के चेयरमैन वंकैयानायडू ने महाभियोग का प्रस्ताव मंजूर ही नहीं किया |

जस्टिस चमलेश्वर ने तीन और जजों को अपने साथ बरगला लिया था | उन में तीसरे नंबर के जज जस्टिस रंजन गोगोई भी थे | जिन का दीपक मिश्रा के बाद चीफ जस्टिस बनाना तय था | जस्टिस गोगोई को यह बात बाद में समझ आई | जब समझ आई तो उन्होंने कहा कि उन्हें यह नहीं बताया गया था कि जस्टिस चमलेश्वर ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई हुई है | फिर खबरें आती रही कि मोदी सरकार बदला लेगी | अनुशासनहीनता करने वाले सभी जजों को सबक सिखाया जाएगा | इन चारों में से कोई चीफ जस्टिस नहीं बनेगा | ऐसा सबक नेहरु और इंदिरा गांधी सिखाते रहे हैं | 6 नवम्बर 1951 में चीफ जस्टिस हीरा लाल का देहांत हो गया था | तब नया चीफ जस्टिस बनाया जाना था | नेहरू दूसरे नम्बर के जज जस्टिस पतंजली शास्त्री को चीफ जस्टिस नहीं बनाना चाहते थे | इस पर उस समय के सभी छह जजों ने नेहरु को इस्तीफे की धमकी दे दी थी | तब जा कर नेहरु डरे और जस्टिस पतंजली को चीफ जस्टिस बनाया | पर इंदिरा गांधी ने वह कर के दिखाया , जो उन के पिता नहीं कर सके थे | उन्होंने 25 अप्रेल 1973 को तीन जजों की वरीयता को दरकिनार कर जस्टिस ए.एन राय को चीफ जस्टिस बना दिया था | फिर आपातकाल के दौरान 29 जनवरी 1977 को एच आर खन्ना की वरीयता को लांघ कर जस्टिस एम.एच बेग को चीफ जस्टिस बना दिया था |

मोदी विरोधी बार बार उन में अपनी नेता इंदिरा गांधी जैसी अधिनायकवादी छवि देखते हैं | इस लिए जब चीफ जस्टिस टी.एस.ठाकुर रिटायर हो रहे थे तो अफवाहें उडाई गई कि मोदी दूसरे नम्बर के जज जस्टिस कहर सिंह को चीफ जस्टिस नहीं बनाएंगे | पर मोदी ने उन की आशंकाएं खारिज कर जस्टिस कहर सिंह को ही चीफ जस्टिस बनाया | अब जब चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा रिटायर हो रहे हैं तो पहले रिटायरमेंट की उम्र 65 से बढ़ा कर 68 करने की अफवाह उडी | दीपक मिश्रा ने मोदी सरकार के नजदीक होने की छवि जरुर बनाई , पर मोदी सरकार का कोई भला नही किया | उन्होंने अयोध्या का केस भी लटकाए रखा और संविधान की धारा 35ए का मसला भी लटकाए रखने दिया | तो मोदी सरकार उन्हें क्यों ढोती | फिर अफवाहें उडाई गई कि जस्टिस गोगोई किसी भी हालत में चीफ जस्टिस नहीं बनेंगे | पर मोदी सरकार ने फिलहाल तो पुरानी पम्परा को निभाया है | क़ानून मंत्री रविशंकर प्रशाद ने बाकायदा दीपक मिश्रा से सिफारिश माँगी | दीपक मिश्रा ने बीती ताहि बिसार दे वाली कहावत पर अमल किया | उन्होंने अपने खिलाफ प्रेसकांफ्रेंस करने वाले जस्टिस गोगोई की ही सिफारिश भेजी है |

पर जस्टिस गोगोई निश्चित ही मोदी और हिंदूवादी शक्तियों पर भारी पड़ेंगे | उन्होंने चीफ जस्टिस बनने से पहले ही मंगलवार को अपने तेवर दिखा दिए | जब उन्होंने कर्नल श्रीकांत पुरोहित की याचिका खारिज कर दी | कर्नल पुरोहित ने सुप्रीमकोर्ट से मांग की थी कि उन के खिलाफ साजिश रचने और मालेगांव ब्लास्ट में फंसाने लिए उन्हें टार्चर करने की जांच एसआईटी से करवाई जाए | उनका यह भी कहना था कि उन पर केस चलाने की विधिवत इजाजत भी नहीं ली गई थी | वह चाहते थे कि जांच तक मुम्बई हाईकोर्ट को चार्जशीट का आदेश देने से रोका जाए | गोगोई की रहनुमाई वाली बेंच ने उन की यह जायज मांग भी ठुकरा दी | उनकी तीन सदस्यीय बैंच में एक जज जस्टिस कुरियन भी थे, जो प्रेस कांफ्रेंस में भी उन के साथ थे | पर बैंच ने यह जरुर कहा कि केस चलाने की विधिवत इजाजत नहीं लिए जाने का मामला ट्रायल कोर्ट के सामने रखा जाए | गोगोई ने जैसे ही पुरोहित की याचिका ठुकराई मुम्बई हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट से कहा कि वह चार्जशीट करने से पहले उन पर केस चलाने की विधिवत इजाजत की समीक्षा करे | इस से ट्रायल कोर्ट को रोकने का कुछ रास्ता तो खुला है | पर जस्टिस गोगोई ने कर्नल पुरोहित के खिलाफ साजिश की जांच न बिठाकर कांग्रेस का मकसद पूरा किया है |    

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