नई दिल्ली ( अजय सेतिया) सेंसर बोर्ड की और से तकनीकी आधार पर "पद्मावती" फिल्म लौटा दिए जाने के बाद संजय लीला भंसाली ने आज सारे विवाद को खत्म करने के लिए न्यूज चनलों के संपादकों को फिल्म दिखा दी | फिल्म देखने के बाद सभी संपादकों ने कहा है कि फिल्म में कुछ भी आपत्ति जनक नहीं है | फिल्म में अलाऊद्दीन खिलजी का सपने में पद्मावती से मिलन का सीन काट दिया गया है | उस की जगह पर अलाउद्दीन खिलजी यह कहता हुआ दिखाया गया है कि जब वह ख़्वाब में भी पद्मावती को देखने की कोशिश करते हैं, आप सामने आ जाते हैं |
आज रात 9 बजे सभी न्यूज चेनलों ने अपने प्राईम टाईम कार्यक्रम में खुलासा किया कि फिल्म में पद्मावती को क्षत्राणी के तौर पर पेश किया गया है और अंत में यह भी कहा गया है कि पद्मावती के जौहर अलाउद्दीन खिलजी की सब से बड़ी हार थी | उधर सेंसर बोर्ड की और से फिल्म लौटाए जाने के बाद पहली दिसंबर को प्रस्तावित रिलीज़ टलने के आसार हैं। सूत्रों के मुताबिक, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) ने तकनीकी कारणों से फिल्म को वापस फिल्म मेकर्स को लौटा दिया है।
सूत्रों ने बताया कि अब जब यह फिल्म दोबारा सेंसर बोर्ड के पास आएगी तब इसका दोबारा नियमों के अनुसार रिव्यू किया जाएगा। हालांकि फिल्म को प्रड्यूस कर रही कंपनी Viacom 18 मोशन पिक्चर्स के सीओओ अजित अंधारे ने ट्वीट कर 'पद्मावती' की रिलीज़ डेट आगे बढ़ाए जाने की खबरों को महज अफवाह बताया है।
उन्होंने कहा, 'सेंसर बोर्ड ने फिल्म को वापस नहीं किया है बल्कि यह एक छोटी सी तकनीकी खामी है जिसमें सेंसर बोर्ड ने एक ऑनलाइन ऐप्लिकेशन को दोबारा अप्लाई करने को कहा है और यह एक मामूली चीज है।'
यह पूछे जाने पर कि क्या फिल्म समय पर रिलीज़ हो पाएगी? इस बारे में उन्होंने कहा, 'हमने तो अप्लाई कर दिया है और इंतजार कर रहे हैं कि वे जल्द से जल्द फिल्म को देखकर उसे पास कर दें। हम फिल्म को 1 दिसंबर को ही रिलीज़ कराना चाहते हैं।' फिल्म की मार्केटिंग टीम के सूत्रों का भी कहना है कि फिल्म पहले से निर्धारित डेट यानी 1 दिसंबर को ही रिलीज़ की जाएगी।
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