गुजरात बना मोदी-सोनिया की इज्जत का सवाल 

Publsihed: 08.Aug.2017, 21:00

गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों का चुनाव कांग्रेस-भाजपा में झगडे की नई वजह बन गया है | कांग्रेस के 57 विधायक थे, तो तीन में से एक सीट कांग्रेस की थी | कांग्रेस ने पांचवीं बार भी अहमद पटेल को टिकट दे दिया | अहमद पटेल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ख़ास-उल-ख़ास हैं | सोनिया गांधी के रानजीतिक चाणक्य | पर जैसे ही अहमद पटेल को पांचवीं बार टिकट मिला | तो कांग्रेस में बवाल मच गया | शंकर सिंह वाघेला ने तो कांग्रेस छोड़ दी | वाघेला के साथ कांग्रेस के 13 एमएलए थे | अहमद पटेल के पास 44 विधायक ही बचे थे | जिन्हें बचाने के लिए कांग्रेस बेंगलूर ले गई | अमित शाह ने मौक़ा देख कांग्रेस से टूटे बलवंत राजपूत को भाजपा का तीसरा उम्मीन्द्वार बना दिया | चुनाव जीतने के लिए अहमद पटेल को 45 वोटों की दरकार थी | अब अहमद पटेल की जीत एनसीपी के दो और जदयू के एक विधायक पर निर्भर थी | मंगलवार को दिन भर वोट पड़े | कांग्रेस शाम पांच बजे तक बेफिक्र थी | अपन दिन भर संसद के सेंट्रल हाल में कांग्रेस -भाजपा के नेताओं से पल-पल की खबर ले रहे थे | कई खबरें तो न्यूज चेनलों से भी फास्ट मिल रहीं थी | अहमद पटेल ने मीडिया के सामने आकर जीत का दावा कर दिया था | अपने पास दोपहर से अहमद पटेल को 45 वोट मिलने का आंकडा था | बेंगलूर से लौटे 44 में से एक एम्एलए ने भाजपा को वोट दे दिया था | व्हिप के बावजूद एनसीपी के एक विधायक ने भाजपा को वोट दे दिया था | पर जनता दल यूनाईटेड के छोटू भाई वासवा ने नीतीश का आदेश नहीं माना | वासवा को नीतीश ने केसी त्यागी के माध्यम से सन्देश भिजवाया कि भाजपा को वोट दो | पर शरद यादव ने वासवा से कांग्रेस को वोट दिलवा दिया | शाम पांच बजे तक सब ठीक-ठाक था | पर अचानक पांच बजे गिनती शुरू होने से पहले कांग्रेस का नाटक शुरू हुआ | कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग से कहा कि भोला पटेल और राघव जी पटेल का वोट रद्द किया जाए | इन दोनों ने सुबह 9.20 पर वोट डाला था | असल में ये दोनों शंकर सिंह वाघेला गुट के कांग्रेसी विधायक हैं | पहले से पता था कि ये दोनों अहमद पटेल को वोट नहीं देंगे | ये कांग्रेस के विधायकों के साथ बेंगलूर भ्रमण पर भी नहीं गए थे | पर दोनों पटेलों ने भाजपा के चुनाव एजेंट को दिखा कर भाजपा को वोट डाला | जो नियम 39 का उल्लंघन है | यह बात सुबह साढे 9 बजे की थी | कांग्रेस के एजेंट को चाहिए था, वह वोट को बाक्स में डालने से रोकता | अहमद पटेल का दावा है कि कांग्रेस के एजेंट ने आपत्ति दायर कर दी थी | पर उन ने वोट को बाक्स में डालने से नहीं रोका था | जो वीडियो सामने आया ,उस में तो भोला पटेल कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल को वोट दिखा रहा था | अमित शाह तो वीडियो में दिखे नहीं , स्मृति ईरानी दूसरी तरफ देख रही थी | पर कांग्रेस का कहना है यह वीडियो अधूरा है | जब गिनती शुरू होने वाली थी, तब कांग्रेस ने एतराज जताया | यानि कांग्रेस का 45 का आंकडा गडबडा चुका था | इसी लिए वोट रद्द करवाने का नाटक शुरू हुआ | कांग्रेस ने कहा कि उस के दो विधायकों के वोट रद्द किए जाएं | पर राज्य चुनाव आयोग ने कांग्रेस की मांग उक्रा दी | चुनाव आयोग ने वोटों की गिनती शुरू करने की हरी झंडी भी दे दी | पर तभी कांग्रेस के दो प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और आरपीएन सिंह दिल्ली में चुनाव आयोग जा पहुंचे | दोनों ने मांग की कि दो वोट रद्द किए जाएं | उन की दलील थी कि हरियाणा में भी गिनती के वक्त वोट रद्द किया गया था | रूल 39 के मुताबिक़ किसी अन्य को वोट दिखाना गलत था | दोनों ने आयोग से गुहार लगाई कि वह वीडियो देख कर फैसला करे | सुरजेवाला और आरपीएन ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाया | आयोग दबाव में था , उस ने गिनती रोकी और वीडियो देखनी शुरू की | तब अमित शाह कैम्प में हडकम्प मचा | आदेश हुआ और छह मंत्री अरुण जेटली, रविशंकर प्रशाद, सीतारमन , नकवी, धर्मेन्द्र प्रधान , पीयूष गोयल चुनाव आयोग पहुंचे | जब कांग्रेस को लगा कि चुनाव आयोग पर केंद्र सरकार का दबाव पड गया है | तो कांग्रेस का भी भारी-भरकम डेपुटेशन भेजा गया | जिस में पी.चिदम्बरम, आनन्द शर्मा ,आरपीएन , सुरजेवाला शामिल थे | चिदंबरम सुप्रीम कोर्ट के वकील भी हैं | उन ने वकीलों की तरह केस पेश किया | आयोग को अपने तरीके से धमकाया भी | राजस्थान और हरियाणा में अन-अथोराईजड व्यक्ति को दिखाने पर वोट रद्द होने के उदाहरण याद कराए | हरियाणा की राज्यसभा सीट का चुनाव 11 जून 2016 को हुआ था | तब कांग्रेस के एक विधायक का वोट रद्द हुआ था | इस से पहले 2000 में राजस्थान में भी ऐसा हुआ था | जब अन-अथोराईजड लोगों ने वोट देखा था | तो वोट रद्द किया गया था | चिदम्बरम आयोग पहुंचे , तो भाजपा में फिर हडकम्प मचा | जेटली,रविशंकर,सीतारमन फिर चुनाव आयोग पहुंचे | देर रात तक बवाल जारी था , आयोग माथा-पच्ची कर रहा था | होटल से डिनर मांगा लिया गया था | अमित शाह भाजपा के चाणक्य हैं, तो अहमद पटेल कांग्रेस के चाणक्य है | चाणक्यों की लड़ाई को सोनिया और मोदी ने इज्जत का सवाल बना लिया है | चुनाव आयोग के दफ्तर से निकले | तो रविशंकर को बोलना पडा कि बड़े नेताओं को लाकर कांग्रेस ने आयोग पर दबाव डाला था | इस लिए उन्हें दुबारा आना पडा | रविशंकर ने कहा कांग्रेस के सारे उदाहरण गलत हैं , बाक्स में पड़ने के बाद कभी वोट रद्द नहीं हुआ | इस के बाद अशोक गहलोत और राजीव शुक्ल को लेकर सुरजेवाला और आरपीएन सिंह फिर आयोग पहुंचे | इस बार सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट और आयोग का सर्कुलर भी साथ लेकर गए | अब आयोग के पास कोई चारा नहीं बचा | सो दोनों कांग्रेसी विधायकों के वोट रद्द कर दिए | भाजपा खेमे में आधी रात को हडकंप मचा था | आधी रात के बाद अरुण जेटली के घर मीटिंग चल रही थी | भाजपा ने बहुत देर तक गिनती शुरू नहीं होने दी | लगता है मामला अदालत में जाएगा ही | 

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