मुठभेड़ों के बाद जेल में गैंगवार

Publsihed: 09.Jul.2018, 20:50

अजय सेतिया / उत्तरप्रदेश में अपराधियों की शामत आई हुई है | कानूनी , गैर कानूनी सब तरीकों से मारे जा रहे हैं | जनता से इस पर दो तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं | ज्यादातर लोगों की प्रतिक्रिया सुखद एहसास की है | उन का मानना यह है कि गुंडे प्रशासन और राजनीतिज्ञों की शह से पनपते हैं | उन्हीं की शह पर सुरक्षित रहते हैं | पहली बार योगी ने गुंडों की नाक में दम किया है , सो आम जनता खुश है | दूसरा वर्ग वह है जो मानवाधिकारों की बात करता है | उन का कहना है कि अपराधियों को गैरकानूनी तरीके से मार दिया जाएगा , तो फिर क़ानून का राज कहाँ रहा | वे योगी को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं कि उन ने क़ानून का राज खत्म कर जंगल राज कर दिया है | आप समझ सकते हैं कि जंगल राज कहने वाले कौन लोग होंगे | पिछले दिनों यूपी में हो रही मुठभेड़ों के खिलाफ वे सुप्रीमकोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं | योगी सरकार को अब सुप्रीम कोर्ट में जवाब देना है |

योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद 57 गुंडे मारे जा चुके हैं | सैंकड़ों जेल की सलाखों में हैं, तो कुछ मुठभेड़ों में जख्मी हो कर अस्पतालों में | सडकों, गावों , खेतों में हो रही मुठभेड़ों के बाद अब गुंडे जेलों में भी मरने शुरू हो गए हैं | मुन्ना बजरंगी की जेल के अंदर हत्या हो गई | वह भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोपी था | जैसे ही गैंगवार में मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या की खबर आई | सवाल उठाया जा रहा है कि बन्दूक जेल में कैसे पहुंची | इस के बाद कहा जाएगा कि पुलिस ने जेल में गैंगवार प्रायोजित की | उस की भूमिका बननी शुरू हो गई है | मुन्ना बजरंगी की पत्नी के तथाकथित आशंका को आधार बनाया जा रहा है | यह आशंका उन ने जताई थी या नहीं , यह किसी को पता नहीं | पर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया कि मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने कुछ दिन पहले ही आशंका जताई थी | उस ने कहा था कि एसटीएफ उसके पति की हत्या करवा सकती है |

सुप्रीम की याचिका में अब यह मामला भी जुड़ जाएगा कि मुन्ना बजरंगी को एसटीएस ने मरवाया | हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब जेल में गैंगवार हुई हो | कई जेलों में कई गैंग वार हो चुकी हैं और उसमें कैदियों की जान गई है | जनवरी 2015 में उत्तर प्रदेश की मथुरा की जिला जेल में गैंगवार हुई थी | यह गैंगवार कुख्यात ब्रजेश मावी और राजेश टोटा गैंग के बीच हुई | गैंगवार में जख्मी राजेश टोटा को पुलिस एंबुलेंस से आगरा ले जा रही थी | तभी रास्ते में एंबुलेस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी गई | जिसमें राजेश टोटा की मौके पर ही मौत हो गई थी | जबकि एंबुलेंस में मौजूद सिपाही भी घायल हो गए थे | जबकि एक कैदी अक्षय सोलंकी जेल में ही मारा गया था | 2015 में ही राजस्थान के बीकानेर जेल में गैंगवार हुई थी | जिस में तीन कैदियों की मौत हो गई थी | जेल में ही बंद जयप्रकाश नाम के कैदी ने बलवीर बानूडा नाम के कैदी की गोली मारकर हत्या कर दी | इसके बाद बानूडा गुट के कैदियों ने जयप्रकाश और एक अन्य कैदी रामपाल की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी | कर्नाटक के मंगलुरू जेल में 2015 में खूनी गैंगवार में दो कैदियों की मौत हो गई थी | ये दोनों कैदी अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद के दाहिने हाथ छोटा शकील के लिए काम करते थे | गैंगवार में मदूर यूसुफ और गणेश शेट्टी की मौत हो गई थी | तिहाड़ जेल में भी कई बार गैंगवार की घटनाएं हो चुकी हैं | 2015 में ही तिहाड़ जेल में बंद नीरज बवानिया और नीटू दोबोडिया में गैंगवार हुई थी | इस मारपीट में दो कैदियों की मौत हो गई थी | 2017 में तिहाड़ जेल में कैदियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई थी | झड़प में हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे समेत 18 कैदी घायल हो गये थे | सलाहउद्दीन का बेटा सैयद शाहिद युसूफ आतंकवादीयों को आर्थिक मदद के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद है |

आपकी प्रतिक्रिया