मोदी ने अपने अपमान को बना लिया गुजरात्त का अपमान 

Publsihed: 08.Dec.2017, 21:26

अजय सेतिया / सोशल मीडिया में राहुल के समर्थक भी अजीब हैं | मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री को नीच कहा  | तो राहुल गांधी ने तो मणिशंकर अय्यर को निलम्बित करवा दिया | गुजरात के चुनाव न होते | उस चुनाव में मोदी को नीच कहा गया भारी न पड़ता | तो अय्यर कभी निलम्बित नहीं होते | वह तब निलम्बित नहीं हुए थे जब उन ने मोदी का सत्ता पलट करने के लिए पाकिस्तान की मदद माँगी थी | वह तो राष्ट्रद्रोह था | पर सोनिया गांधी ने तब उन्हें निलम्बित नहीं किया | मोदी ने शुक्रवार को याद दिलाया कि मणिशंकर ने उन्हें हटवाने के लिए पाकिस्तान को सुपारी दी थी | मणिशंकर अय्यर को तब भी निलम्बित नहीं किया गया था जब उन ने मोदी के लिए कहा था -" वह लौह पुरुष नहीं लौ पुरुष है | वह सांप ,बिच्छू , गंदा और आदमी है | वह तब भी निलम्बित नहीं हुए थे , जब लोकसभा चुनाव में उन ने कहा था कि चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता |  मणिशंकर अय्यर तब भी निलम्बित नहीं हुए थे, जब उन ने कहा था कि मोदी रावण का अवतार हैं | पर अब जब मणिशंकर अय्यर की बदजुबानी की आंच गुजरात के चुनाव पर पहुंची | तो राहुल ने उन्हें निलम्बित करवाया |  उस से पहले ही मणिशंकर ने कह दिया था-" मैं तो फ्रीलांसर कांग्रेसी हूँ |" पर मणिशंकर को निलम्बित करने के बाद राहुल का सोशल मीडिया ब्रिगेड भाजपा को खरी खोटी सुना रहा है | कहने की जरूरत नहीं, उन में ज्यादातर अपने पत्रकार मित्र हैं | जो अपना कांग्रेस प्रेम छिपा नहीं पा रहे | उन की परेशानी है कि मणिशंकर को बलि  का बकरा बना दिया गया | अपने एक मित्र ने लिखा-"सवाल उठता है कि सोनिया गांधी को जर्सी गाय , मुगल व औरंगजेब से कांग्रेस का रिश्ता जोड़ने | शशि थरूर की पत्नी को 50 करोड़ की प्रेमिका बताने | राहुल गांधी को पप्पू जैसे शब्दों से नवाजने वाले आदरणीय महानुभावों की नीच प्रवृति फिर भी नहीं रुकी , तो कांग्रेस पार्टी और हिन्दुस्तान के लोग उनका क्या करेंगे ? वाणी की शुचता का एकतरफा पालन कैसे होगा ? ऐसा तो नहीं -"भैंस  के आगे बीन बजाए , भैंस खडी पगुराय |" ये सब भाजपा के अनेक नेताओं की बदजुबानी है | जैसे मणिशंकर अय्यर की निंदा होनी चाहिए | वैसे इन सब भाजपा नेताओं की भी उतनी ही निंदा होनी चाहिए | पर ये सब बेहूदा टिप्पणियाँ किसी प्रधानमंत्री के लिए नहीं की गई थी | अपन यह कहेंगे, तो यह भाजपा का बचाव ही होगा | अपने इस मित्र की राजनीति में कोई हैसियत नहीं | पर वह खुद कई बार देश के प्रधानमंत्री को फेंकू लिख चुके हैं | सोशल मीडिया पर जो भी मोदी की तारीफ़ करे उन्हें भक्त लिख देते हैं | अफ़सोस यह है कि जिन पत्रकारों से निष्पक्ष होने की उम्मींद की जाती है | वे बेशर्मी से ऐसी हरकतें कर रहे हैं | तो उन्हें किसी भी राजनीतिज्ञ को कटघरे में खड़ा करने का क्या हक़ बनता है | आधे पत्रकार मोदी को कटघरे में खड़ा करते हैं | आधे राहुल गांधी को | मोदी को कटघरे में खड़ा करने वाले कभी राहुल को कटघरे में खड़ा नहीं करते | राहुल को कटघरे में खड़ा करने वाले कभी मोदी को कटघरे में खड़ा नहीं करते | इस तरह सब नंगे हो गए हैं | नंगे हो गए कहने का मतलब सचमुच नगा होना नहीं होता | पर कई बार बातों का शाब्दिक अर्थ निकाल कर अनपढ़ता दिखाई जाती है | मोदी ने एक बार कहा था -" इंसान तो क्या कोई कुत्ता भी कार के नीचे आ जाए, तो दर्द होता है |" अब इस वाक्य में क्या गलत है | पर क्या मीडिया और क्या कांग्रेसी और क्या वामपंथी | सब ने यह कहना शुरू कर दिया कि मोदी ने मुसलमानों को कुत्ता कहा | कौन कौन किस किस बात को बेबात मुद्दा बनाता रहा है | यह आईना दिखाने की जरूरत नहीं | पर अपन वह दौर भी जानते हैं | जब संसद में बढती जनसंख्या पर इंदिरा गांधी ने अविवाहित राम मनोहर लोहिया पर फब्ती कसी थी | तो राम मनोहर लोहिया के जवाब से संसद हसीं के ठहाकों से गूँज उठी थी | आज तो अपन को वह टिप्पणियाँ  लिखने से भी डर लगता है | आज कोई वैसी ही टिप्पणी कर दे तो संसद सत्र ही न चले | पर बात बेजुबानी और बदतमीजी की | तो इस में कोई पीछे नहीं | कोई सेर , तो कोई सवा सेर | जिस तरह अपने मीडिया के मित्र ने सोनिया और राहुल पर किए गए कटाक्षों को याद किया है | उसी तरह नरेंद्र मोदी ने भी सब का काला चिठ्ठा खोल दिया | मोदी ने अपने अपमान को बना लिया गुजरात्त का अपमान | अपने भाषण में मोदी ने वह पर्चा पढ़ कर सुनाया | जो उन की रिसर्च टीम ने रात भर तैयार किया होगा | जरा आप भी रिसर्च पेपर देख लीजिए | मोदी मौत के सौदागर हैं - सोनिया गांधी | मोदी जहर की खेती करते हैं - सोनिया गांधी | मोदी देश जवानों के खून की दलाली कर रहे हैं - राहुल गांधी | प्रधानमंत्री (मोदी) अस्वस्थ मानसीकता से गुजर रहे हैं | वह बीमार हैं, यह राष्ट्रीय समस्या है -आनंद शर्मा | मोदी तो बंदर है- आनन्द शर्मा | इसे कहते हैं ............को भक्त बनाना और भक्तों को ..........बनाना - दिग्विजय सिंह | यह राक्षस राज है- दिग्विजय सिंह | मोदी स्टूपिड (मूर्ख ) प्रधानमंत्री हैं - रशीद अल्वी | गदाफी, मुसोलिनी , हिटलर और मोदी एक ही हैं- प्रमोद तिवारी | मोदी भस्मासुर हैं- जयराम रमेश | मोदी तो पागल कुत्ता है, लोकतंत्र के मंदिर में पागल कुत्ते को घुसने नहीं देंगें - बेनी प्रशाद वर्मा | मोदी तो गंगू तेली है- गुलामनबी आज़ाद | मोदी के टुकड़े टुकड़े कर देंगें- इमरान मसूद | मोदी वायरस है, नमो-निया वायरस- रेणुका चौधरी | मोदी की तुलना दाऊद इब्राहिम से करने में संकोच नहीं -मनीष तिवारी | इन में ज्यादातर टिप्पणियाँ तब की गईं, जब मोदी देश के प्रधानमंत्री बन चुके थे | 
 

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