फ्रीलांसर कांग्रेसियों की "नीचता" का शिकार राहुल 

Publsihed: 07.Dec.2017, 22:01

अजय सेतिया / सत्ता से बाहर होने के बाद बूढ़े कांग्रेसियों का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है | इस की शुरुआत खुद सोनिया गांधी ने की थी | जब उन ने नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा | कांग्रेस को उस का खामियाजा भुगतना पड़ा | पर सोनिया गांधी ने आज तक माफी नहीं माँगी | इस से कांग्रेसी छुटभैयों के होंसले बुलंद होते गए | कभी दिग्विजय सिंह अपनी मर्यादा तोड़ देते हैं | कभी कपिल सिब्बल और कभी मणिशंकर अय्यर | मोदी लम्बी लम्बी हांकते होंगे | जिस लिए वामपंथी बुद्धिजीवियों ने उन्हें फेंकू कहना शुरू किया | राहुल गांधी से बोलने में लाख गलतियाँ होती होंगी | वह राजनीति के पप्पू साबित होते होंगे | पप्पू और फेंकू से शुरू हुई राजनीतिक भाषा की नीचता अब यहाँ तक पहुंच गई है | विदेश सेवा का ज्वायंट सक्रेटरी और मंत्री रहा व्यक्ति प्रधानमंत्री के लिए "नीच" शब्द का इस्तेमाल करता है | अपन दो दिन से कह रहे है कि कांग्रेस के नेहरूवादी राहुल के रास्ते का रोड़ा हैं | हालाकि मणिशंकर अय्यर को खुद नहीं पता होता कि वह क्या बोल रहे होते हैं | जिस दिन राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पर्चा भर रहे थे | उस दिन  मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस पार्टी के लोकतंत्र की पोल खोल कर रख दी थी | उनने कह दिया था कि जब राहुल पैदा हुए थे तभी तय हो गया था कि वह कांग्रेस अध्यक्ष बनेंगे | राहुल को अध्यक्ष बनाने पर जब भाजपा ने कांग्रेस की चुनाव प्रक्रिया की खिल्ली उडाई | तो मणिशंकर ने कहा- "वह नहीं बनेंगे , तो कौन बनेगा | जब शाहजहां ने जहांगीर की जगह ली थी क्या तब चुनाव हुए थे | जब औरंगजेब ने शाहजहां की जगह ली ,तब क्या चुनाव हुए थे | यह सब जानते हैं कि जो बादशाह है उसकी संतान को ही सत्ता मिलेगी |" मणिशंकर ने वही कह दिया, जो सालों से कांग्रेस विरोधी कहते थे कि यह परिवार की पार्टी है | राहुल गांधी कांग्रेस की गलतियां सुधारते हुए दीखते हैं | जिस तरह उन ने गुजरात में मुसलमानों से मुहं फेरा | उस से साफ़ था कि कांग्रेस को अपनी गलती का अहसास हो गया है | वह कांग्रेस को सोनिया गांधी के दिखाए रास्ते से हटाना चाहते हैं | वह कांग्रेस को अपने पिता राजीव गांधी के रास्ते पर लाना चाहते हैं | जिन ने राम जन्मभूमि का ताला खुलवाया था | हालांकि ताला अदालत के आदेश पर खुला था | पर राजनीतिक इच्छा शक्ति न होती , तो अदालत के फैसले को सरकार ही चुनौती दे देती | राहुल गांधी समझ चुके है कि मुस्लिम तुष्टिकरण नीति ने कांग्रेस को कितना नुक्सान पहुंचाया | इस के लिए शायद वह दिग्विजय सिंह, सुशील कुमार शिंदे और पी.चिदम्बरम को भी दोषी मानते हैं | इस लिए उन ने गुजरात के चुनाव से उन तीनों को दूर रखा | अलबत्ता सॉफ्ट हिंदुत्व की छवि वाले अशोक गहलौत को अपना नया सलाहाकार बनाया | अपन लम्बे समय से कांग्रेसी मित्रों से कहते रहे हैं कि वे कांग्रेस में हिन्दुओं का प्रेशर ग्रुप बनाएं | वी.एन. गाडगिल कांग्रेस में हिन्दुओं के आख़िरी पैरवीकार थे | के.एन.सिंह,अर्जुन सिंह , दिग्विजय सिंह जैसों ने कांग्रेस को हिन्दुओं से दूर कर कर दिया | अब जब राहुल गांधी को यह एहसास हुआ है | तो उन ने गुजरात से कांग्रेस को रास्ते पर लाने की शुरुआत की | जिस से पुराने कांग्रेसियों की नींद हराम है | वे आए दिन कोई न कोई तमाशा खड़ा कर रहे हैं | बुधवार को कपिल सिब्बल ने सुप्रीमकोर्ट में जा कर अयोध्या मामले की सुनवाई टलवानी चाही | जब कि उन ने खुद जुलाई में कहा था कि जनवरी से सुनवाई शुरू की जाए | सिब्बल ने बहिष्कार की धमकी दे कर अदालत को धमकाना भी चाहा | उन ने कहा कि लोकसभा चुनाव तक सुनवाई टाली जाए | जिन वकीलों को कानूनी दलीलें देनी चाहिए | वे अदालत में राजनीतिक दलीलें देने लगा | बाद में बवाल हुआ , सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कहा कि सिब्बल ने राजनीतिक बयान दिया है | वे तो जल्द सुनवाई चाहते हैं | तो कपिल सिब्बल ने झूठ भी बोला कि वह सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील नहीं | जब कि कोर्ट ने गुरूवार को साफ़ किया कि सिब्बल सुन्नी वक्फ बोर्ड के ही वकील हैं | गुरूवार को सुप्रीमकोर्ट जब केजरीवाल के मामले की सुनवाई कर रही थी | तो कोर्ट ने सीनियर वकीलों की हरकतों पर फटकार भी लगाई | सिब्बल ने मंगल और बुधवार को गुजरात में राहुल गांधी की राजनीति को नुक्सान पहुंचाया | तो गुरूवार को मणिशंकर अय्यर की बारी थी | मणि शंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी को "नीच" कह दिया | मोदी ने इसे तुरंत लपका | सूरत में चुनावी रैली में कहा - मणिशंकर ने मेंरा ही नहीं पूरे गुजरात का अपमान किया है | मैं नीच जाति का भले ही हूँ , पर नीच काम नहीं किया |" बवाल खड़ा हुआ , तो राहुल ने ट्वीट करते हुए कहा, "पीएम मोदी पर मणिशंकर द्वारा दिए गए बयान से हम सहमत नहीं है. उम्मीद करते हैं कि अय्यर माफी मांगेंगे |"  फिर भी वह सफाई देने से बचते रहे | बोले-" जब वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तो मैंने उन्हें भी एक बार नालायक कह दिया था | मोदी जिस तरह की गंदी भाषा बोलते हैं, तो मैं उन्हें नीच न कहूं , तो क्या कहूं |"  मोदी लाख झूठ बोलते होंगे | कोई यह नहीं कह सकता कि मोदी गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं | मणिशंकर ने राहुल के कहे को भी टालने की कोशिश की |  कहा- " मेरे पास कांग्रेस की कोई जिम्मेदारी नहीं | मैं तो फ्रीलांसर कांग्रेसी हूँ | " पर जब एक पत्रकार ने कहा कि राहुल बेहद खफा हैं, उन के बयान से गुजरात में कांग्रेस को नुक्सान हुआ है | तो वह बोले-" अगर कांग्रेस को नुक्सान हुआ है, तो मैं माफी माँगता हूँ |"  पर शुरू में खुद के तमिल होने का लाभ उठाने की कोशिश की | बोले -" मुझे नहीं पता था कि नीच का मतलब नीच जाति होता है | पर वक्त आ गया है जब राहुल कांग्रेस को फ्रीलांसरों से मुक्त करें | 
 

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