तहलका के काले कारनामों की खुली पोल

Publsihed: 06.Nov.2017, 21:27

अजय सेतिया / चौदह साल बाद जया जेटली ने सोनिया पर पलट वार किया है | पहले कुछ जया जेटली के बारे में | वाजपेयी सरकार के समय वह जनता दल यूनाईटेड की राष्ट्रीय अध्यक्ष थी | जार्ज फर्नाडिस तब रक्षा मंत्री थे | नितीश कुमार रेल मंत्री थे और शरद यादव लेबर मिनिस्टर | तीनों बड़े नेता मंत्री थे , तो पार्टी का काम कौन करे | इस लिए जया जेटली पार्टी की अध्यक्ष बनाई गई | जया उस समय जार्ज फर्नाडिस के बहुत करीब हुआ करती थी | वह केरल के राज परिवार से थीं | उस का बचपन दिल्ली में बिता | दिल्ली में ही उनकी स्कूली और कालेज की शिक्षा हुई | पहले प्रेमी और फिर पति अशोक जेटली जम्मू कश्मीर काडर के आईएएस थे | अशोक जेटली की दिल्ली में पोस्टिंग हुई तो जया जेटली की जार्ज फर्नाडिस से दोस्ती हो गई | दोनों के बीच संबंध इतने करीब हो गए कि वह जनता पार्टी की अध्यक्ष बना दी गई | जया जेटली ने उस जमाने समाजवादी धुरंधरों मधु दंडवते, मधु लिमये और रबि राय से भी करीबी बना ली थी | तभी अशोक जेटली ने जया जेटली से तलाक ले लिया | जया जेटली तब जार्ज फर्नाडिस के साथ ही उन के घर रहने लगी थी | क्योंकि वह जार्ज फर्नाडिस के बहुत करीब थीं | और जार्ज फर्नाडिस रक्षा मंत्री थे | इस लिए तहलका ने जब एनडीए सरकार के खिलाफ साजिश रची | तब भाजपा अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण के साथ जद  अध्यक्ष जया जेटली पर निशाना साधा गया | तहलका के पत्रकारों ने साजिश के तहत खुद को हथियारों का दलाल बताते हुए बंगारू लक्ष्मण से मुलाक़ात की | और चंदे के नाम पर उन्हें एक लाख दिए | जिसे जासूसी वाले कैमरे में रिकार्ड कर लिया गया | जया जेटली से भी तहलका के पत्रकार फर्जी पहचान के साथ मिले | उन से भी हथियारों के बारे में बात की | जया जेटली ने उन्हें कहा -" आप थ्रो परोपर चेनेल से मंत्रालय में बात करें | अगर आप के साथ कोई भेदभाव हो , तो मुझे बताना , तब मैं बात करूंगी | "  पर कांग्रेस ने बवाल खडा किया कि जया जेटली को अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पडा | बंगारू लक्ष्मण को भी भाजपा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पडा था | एनडीए सरकार को तहलका ने कटघरे में खड़ा कर दिया था | एनडीए सरकार को तभी तहलका के हवाला लेनदेन का पता चला | सरकार ने आयकर विभाग, आईडी और सीबीडीटी को तहलका के पीछे लगा दिया | कई चीजें सामने आने लगी | जिन से खुलासा हो रहा था कांग्रेस और तहलका मिल कर काम कर रहे थे | तरुण तेजपाल पत्रकारिता नहीं ,अलबत्ता कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे | जैसे हाल ही में विनोद वर्मा कांग्रेस के साथ सांठगांठ में धरे गए हैं | वह कांग्रेस से पैसे लेकर छतीसगढ़ की रमन सिंह सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे थे | हूँ-ब-हूँ इसी तरह वाजपेयी सरकार के समय तरुण तेजपाल कांग्रेस से सुपारी ले कर काम कर रहे थे | जब सरकार ने आयकर विभाग, आईडी और सीबीडीटी को तहलका के पीछे लगाया | तो कांग्रेस के वकील तेजपाल की मदद कर रहे थे | जैसे ही यूपीए सरकार आई छह महीनों में तहलका की सारी जांच बंद कर दी गई | वह जांच कैसे बंद हुई | तहलका को कैसे दूध का धुला बताया गया | अब जया जेटली ने सोनिया गांधी पर पलट वार किया है | जया जेटली की जल्द छप कर आने वाली किताब-" लाइफ अमंग थ्रो स्कोर्पियन " में खुलासा किया है | जया जेटली ने उस में सोनिया गांधी की दो चिठ्ठियाँ छापी हैं | जो उन ने तब के वित्तमंत्री पी.चिदम्बरम को लिखीं थी | तहलका की फाईनेंसर कम्पनी "फर्स्ट ग्लोबल" के डायरक्टर शंकर शर्मा ने सोनिया गांधी से मुलाक़ात की | यह मुलाक़ात 20 सितम्बर 2014 को हुई थी | शंकर शर्मा ने दखल देने के लिए सोनिया को चिठ्ठी सौंपी | जिस में कहा गया था-" एनडीए सरकार चली गई | पर हमारे खिलाफ जांच अभी भी जारी है |" सोनिया गांधी ने तुरंत पी.चिदम्बरम को चिठ्ठी लिखी, जिस में  लिखा -" तहलका के मामले में सर्वोच्च स्तर पर विचार हो चुका है | इन के सभी मामले स्पीड से निपटाए जाएं |" चिदम्बरम ने सोनिया की चिठ्ठी पर नोटिंग में तुरंत आदेश दिया-" सीबीडीटी ,ईडी और आईटी से तुरंत सलाह की जाए | " और छह दिन के भीतर तहलका के खिलाफ सारी जांच रद्द कर दी गई | यह दस्तावेज विस्फोटक है | बिलकुल वैसा ही विस्फोटक, जैसा 2जी पर राजा और मनमोहन सिंह की चिठ्ठिया बाहर आने से हुआ था | पी.चिदम्बरम तो हक्के बक्के रह गए | उन ने कहा है कि वह तब प्रतिक्रिया देंगे , जब चिठ्ठियाँ देख लें | सोनिया गांधी के यहाँ से तो जवाब का सवाल ही नहीं | यूपीए के खिलाफ सरकारी दस्तावेजों का यह दूसरा मामला है | इस से पहले बोफोर्स घोटाले की जांच बंद करने की साजिश सामने आ चुकी है | सीबीआई हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीमकोर्ट में चुनौती देना चाहती थी | पर तब के विधि मंत्री हंस राज भारद्वाज ने सीबीआई को मुहं बंद रखने को कह दिया था | अब कोर्ट पूछ रही है और बोफोर्स घोटाला भी फिर से खुल रहा है | 

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