सीमा पर कूटनीतिक तनाव, देश में राजनीतिक टकराव 

Publsihed: 29.Jun.2017, 21:28

टकराव और तनाव की दोनों खबरें साथ साथ आई | चीन सीमा पर कूटनीतिक तनाव के हालात हैं | देश के भीतर कांग्रेस ने राजनीतिक टकराव खडा कर दिया | राष्ट्रपति पद के बाद अब उपराष्ट्रपति पद पर टकराव | राष्ट्रपति पद पर तो कांग्रेस ने दलित बनाम दलित की लड़ाई बना दी | बेचारी मीरा कुमार को बलि का बकरा बना दिया | अब पोल खुलनी शुरू हो गई है | स्पीकर पद का कैसे कैसे दुरूपयोग किया | एक कोठी अपने पिता जगजीवन राम के नाम पर अवैध कब्जा था | बगल वाली कोठी पर भी कब्जा कर लिया | दो सरकारी कोठियों पर अवैध कब्जा | राष्ट्रपति बन गई , तो रिटायर होने पर राष्ट्रपति भवन नहीं छोड़ेंगी | या उस के किसी हिस्से को जगजीवन राम की समाधी बना देंगी | 
अब बात उपराष्ट्रपति पद की | भाजपा ने उपराष्ट्रपति पद पर मुस्लिम को उतारा | तो कांग्रेस कम्यूनिस्ट क्या अंसारी को हरवाने के लिए उतारेंगे | वैसे जब बिना किसी मैरिट के वामपंथियों के सहारे दो बार उपराष्ट्रपति बने | और राज्यसभा के चैनल को वामपंथियों का न्यूज चेनेल बना दिया | तो अब हारने के लिए भी लड़ें | मैदान से भागें नहीं | और भाजपा ने किसी पूर्व ब्राह्मण सांसद को उतारा , तो क्या भी कोई ब्राह्मण उतारेगी |
अब बात जीएसटी की | खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे वाली कहावत तो सुनी होगी आप ने | कांग्रेस ने जीएसटी फंक्शन के बायकाट का ऐलान कर इस कहावत को चरितार्थ कर दिया | खुद बिल पास करवा कर अब जीएसटी पर टकराव का ऐलान | पर तीनों ही घरेलू मोर्चों पर मोदी मजबूत है | कांग्रेस ने जीएसटी लागू होने पर सेंट्रल हाल में आयोजित समारोह के बायकाट का ऐलान किया | उधर नीतीश कुमार ने जीएसटी समारोह में भी हिस्सा लेने का ऐलान कर दिया | उपराष्ट्रपति के चुनाव में भी यही होना है | हालांकि शरद यादव किधर जाएंगे , अभी नहीं कह सकते | क्या यह शरद यादव के राजनीतिक बनवास की तैयारी होगी | वैसे जीएसटी पर अपन को कुछ कहना  है | पहली बात यह कि संविधान संशोधन के वक्त जीएसटी पर 18 फीसदी कैप लगाने की जरुरत थी | यह कांग्रेस की मांग थी | कांग्रेस बताए कि वह मांग से पीछे क्यों हटी | मोदी के बिना कैप वाले बिल को क्यों पास करवाया | अब 28 फीसदी तक जीएसटी हो गया | पेट्रोल पर तो 57 फीसदी टेक्स | कांग्रेस ने बिना पेट्रोल के जीएसटी बिल पास क्यों करवाया | जब एक्साईज और वेट बंद हो रहे हैं | तो सिर्फ पेट्रोल के लिए क्यों रखे | यह कैसा जीएसटी है | दूसरी बात - जीएसटी पर संसद के सेंट्रल हाल में आधी रात को किस बात का जश्न | कौन सी आज़ादी का जश्न | देश के व्यापारी तो हड़ताल पर जा रहे हैं | तीसरी बात-कांग्रेस ने जीएसटी को अपना बच्चा बताया | पर अपने बच्चे के बायकाट का ऐलान किया | क्या कांग्रेस अपना मानसिक संतुलन खो चुकी है | कांग्रेस ने खुद तो राज्यसभा में जीएसटी पास करवाया था | अब बायकाट की नौटंकी क्यों || 
अब बात चीन के बार्डर की | अब तक तो मुसीबत यह थी कि चीन आए दिन घुस आता था | अपने यहाँ खबर आती रहती थी कि चीन अन्दर घुस आया , बंकर बना लिए , बंकर तोड़ दिए | इस बार चीन ने आरोप लगाया है | पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता ने कहा-"भारतीय सैनिक सिक्किम सेक्टर के डोंगलोंग क्षेत्र में चीन की सीमा में घुस आए हैं |" अपने रक्षा मंत्री बिपिन चन्द्र रावत के बयानों से पहले भारत के कम्युनिष्ट सकपकाए थे | अब उन के गुरु चीन को मिर्ची लगी है | चीन ने 1962 याद करवाने की कोशिश की है | ' रावत ने कहा था -" चीन और पाकिस्तान के साथ-साथ भारत अंदरूनी सुरक्षा के खतरों से निपटने के लिए भी पूरी तरह तैयार है |" सकपकाए चीन ने कहा-"'भारतीय थलसेना में एक खास शख्स ऐतिहासिक सबक से सीख लें और युद्ध का शोर मचाना बंद करें |" उधर भूटान ने भी चीन पर  हमला बोला है | चीन यहां चुंबी घाटी में भूटान से सटे इलाके में सड़क बना रहा है | जबकि भूटान के चीन के साथ राजनयिक संबंध नहीं हैं | भारत इसका विरोध कर रहा है | वजह यह कि अगर यह सड़क बनी तो चीन सिलीगुड़ी (चिकन-नैक) के बेहद करीब आ जाएगा | जो सामरिक तौर से भारत के लिए एक बड़ा खतरा है | चीन की यह सड़क भारत और भूटान दोनों के लिए खतरे की घंटी है | भारत ने ऐतराज जताया है | चीन इसी से चिढ गया है | उस ने कहा कि भारत क्यों भूटान  की तरफ से बोल रहा है | जबकि चीन और भूटान की सीमा रेखा तय नही है | अब भूटान ने सड़क के निर्माण पर चीन को 'डिमार्शे' (शिकायती पत्र) जारी किया है | बीजिंग से फ़ौरन काम रोककर यथास्थिति बहाल करने को कहा है | इसी लिए मानसरोवर यात्रा रोक कर चीन ने बलैकमेलिंग की | पर खबर जब भारतीय सेना के चीन में घुसने की है | तो पलड़ा भारत का ही भारी है | तभी तो गुरूवार को जवानों की पीठ थपथपाने सेनाध्यक्ष रावत सिक्किम पहुंचे हैं | 

 

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