अब बाबा की नामर्द सेना पर हरियाणा को देनी है रिपोर्ट 

Publsihed: 28.Aug.2017, 19:44

न राम न रहीम | एक अय्याश इंसान | जिस ने राम को भी बदनाम किया | रहीम को भी बदनाम किया | बाबा के पवित्र नाम को भी इनकार किया | अब वह दो बलात्कारों के जुर्म में जेल में है | पता नहीं बलात्कार की शिकार कितनी ही बच्चियों को फैसला सुन कर खुशी हुई होगी | दस साल कैद की सजा हुई, तो जज के सामने गिडगिडाने लगा | पता नहीं इस कुकर्मी ने और कितने कुकर्म किए हैं | सीरियल कीलर भी है बाबा गुरमीत सिंह | अपने हरम की सुरक्षा के लिए जैसे मुगल बादशाह नामर्दों की फ़ौज बनाते थे | वैसी नामर्दों की फ़ौज भी बना रखी है इस कुकर्मी ने | आज अपन इन दोनों कुकर्मों पर से कुछ पर्दा हटाएंगे | सब से पहले पत्रकार छत्रपति की हत्या का मामला | हाईकोर्ट ने भी  छत्रपति की हत्या के मामले में ना-नुकर की थी | जब एक साध्वी ने वाजपेयी को बलात्कार किए जाने की चिठ्ठी लिखी थी | छत्रपति वह पत्रकार था जिसने सच्चा सौदा में बलात्कार की पहली खबर छापी थी | यह बात 2002 की है | उसी साल छत्रपति के घर में घुस कर हत्या कर दी गई थी | गुरदास सिंह तूर इस हत्या की साजिश रचे जाने के चश्मदीद गवाह हैं | सिरसा के रहने वाले गुरदास सिंह तूर 1996 से 2002 तक सच्चा सौदा में साधु थे | वह खुद गवाही देने के लिए सीबीआई कोर्ट गए थे | राम-रहीम ने गवाही रोकने के लिए गुरदास सिंह तूर को कई तरह के लालच दिए थे | जब गुरदास सिंह नहीं माना , तो उस पर अपहरण का केस दायर किया गया | गोरा नाम का एक साधु भी गुरुदास के साथ डेरे में साधु था | इन दोनों को डेरे की हरकतों से नफ़रत हो गई थी | दोनों ने मिल कर डेरे के उन 200 साधुओं की लिस्ट बनाई , जिन्हें हिजड़ा  बना दिया गया था | गुरमीत सिंह राम-रहीम ने उस गोरे को 2012 में गायब करवा दिया | उस के अपहरण का केस उसी के साथी गुरदास सिंह तूर पर लगा दिया | गुरदास सिंह तूर खुद इस की जांच करवाने हाईकोर्ट गए थे | तब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी | कांग्रेस सरकार ने केस सीबीआई को देने से इनकार कर दिया | पता है सीबीआई की क्या दलील थी | सीबीआई की दलील थी कि अपहरण में गुरदास सिंह तूर का हाथ नहीं | जब तक मामला किसी बड़ी हस्ती से न जुडा हो | तब तक सीबीआई को नहीं सौंप सकते | हाईकोर्ट ने गुरदास सिंह तूर की याचिका खारिज कर दी | दूसरी हत्या पर भी पर्दा पद गया | तभी गुरदास सिंह तूर  का सम्पर्क हंस राज नाम के एक व्यक्ति से हुआ | उसे सच्चा सौदा डेरे में ही हिजड़ा बना दिया गया था | गुरदास सिंह तूर उसे ले कर हाईकोर्ट के सामने पेश हो गए | उस ने कोर्ट के सामने खुद बयान दिया | उसने कहा कि डेरे में उस के अंग काट कर उसे नामर्द बनाया गया | दो साल से यह केस उसी हाईकोर्ट में है , जो पिछले हफ्ते बहुत सख्त दिखाई दी | डेरे का कोर्ट में जवाब है कि साधू  अपनी मर्जी से नामर्द हुए हैं | इस केस की पिछली तारीख 17 अगस्त थी | पहली बार इस केस में जान तब आई ,जब 17 जुलाई को दक्षिण भारतीय जज ने सख्ती दिखाई | जज ने डेरे की दलीलों को खारिज करते हुए कहा कि मर्जी से नामर्द बनना भी मानवीय नहीं है | अब हरियाणा सरकार के पास कोई चारा नहीं था | हरियाणा सरकार ने डेरे में नामर्द बनाने वाली वारदातों की छानबीन के लिए कोर्ट से एक महीने वक्त माँगा है | इसी बीच एक और घटना | दिल्ली का एक वकील था ओमवीर सिंह | वह रोहिणी कोर्ट में प्रेक्टिस करता था |  गुरदास सिंह तूर की ओमवीर सिंह से मुलाक़ात हुई | दोनों ने सच्चा सौदा डेरे में नामर्द बनाने के मुद्दे पर सुप्रीमकोर्ट में पीआईएल लगाने की सोची | पर समस्या यह थी कि गवाह कहाँ से आएगा | इस लिए वह खुद की एप्लिकेंट बन गया | पर 2013 में जब वे सुप्रीमकोर्ट पहुंचे | तो सुप्रीमकोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट का रास्ता दिखा दिया | ओमवीर सिंह ने हाईकोर्ट में जाने से पहले हरियाणा के डीजीपी को सुरक्षा देने के लिए चिठ्ठी लिखी | इसी चिठ्ठी के आधार पर डीजीपी ने जांच शुरू करवा दी | ताकि जरुरत पड़े तो हाईकोर्ट को जांच की बात बता कर पीआईएल खारिज करा सके | डीजीपी 1336 नंबर से जांच फाईल बन गई | पर तब पुलिस ओमवीर सिंह से पूछा कि गवाह कहाँ है | गवाह के तौर पर गुरदास सिंह तूर और नामर्द हुआ हंस राज मौजूद था | पर कांग्रेस सरकार की पुलिस कई महीने तक गवाहियां दर्ज करने से आनाकानी करती रही | आखिर एडवोकेट ओमवीर सिंह ने सख्ती दिखाई | तो ओमवीर, हंसराज और गुरदास सिंह तूर तीनों के बयान दर्ज हुए | हंस राज ने अपने बयान में कहा था कि बाबा गुरमीत राम रहीम ने एक फ़ौज बना रखी है | जिस में 200  नामर्द शामिल हैं | जिन्हें बाबा ने डेरे में नामर्द बनवाया है | करीब चार महीने पहले ओमवीर सिंह की भी गोली मार कर हत्या कर दी गई है | गोली मारने वाले डेरे के ही लोग हैं | जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है | क्या हरियाणा पुलिस अब ओमवीर सिंह की हत्या की जांच बाबा गुरमीत राम रहीम तक ले जाएगी | आखिर सारी हत्याएं तो वही करवा रहा था | 

 

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