मंदसौर पर कठुआ जैसा हल्ला क्यों नहीं

Publsihed: 30.Jun.2018, 08:10

अजय सेतिया / मध्य प्रदेश के मंदसौर में 7 साल की बच्ची के साथ ही रेप की घटना ने निर्भय की याद ताज़ा की | कठुआ की कहानी को जैसा बढ़ा चढ़ा कर पेश किया गया | वैसा हल्ला अपन मंदसौर रेप काण्ड पर नहीं देख रहे | एक राजनीतिक सोच के जितने लोग सोशल मीडिया पर कठुआ मामले पर भड़के थे | या अखबारों और न्यूज चेनलों में भड़के थे | हिन्दुओं को बदनाम करने के लिए बच्ची की पहचान और फोटो जाहिर किया गया | जो पोक्सो और जेजेएक्ट का खुला उलंघन था | उन की पेशी अभी सुप्रीमकोर्ट में होना बाकी है |

अब वे सभी के सभी मंदसौर काण्ड पर आपराधिक चुप्पी साधे हुए हैं | मध्य प्रदेश में भी तो भाजपा सरकार है | वे लोग कठुआ में मंदिर को निशाना बना रहे थे | तो मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को ही घेर सकते थे | आखिर सोशल मीडिया से गायब हो जाने की क्या वजह है | वजह साफ़ है, बच्ची के साथ घृणित अमानवीय अपराध करने वाला मुस्लिम है | कठुआ में रेप का केस हिन्दुओं पर दायर हुआ था और रेप की जगह मंदिर बताई गई थी | अपराधी मुस्लिम हो तो भारत के वामपंथी बुद्धिजियों की बुद्धी काम करना बंद कर देती है | वरना मंदसौर में बच्ची से जैसी ज्यादती की गई है उसे पढ़ कर सभी की रूह कांप जाए । क्या वामपंथी, क्या दक्षिणपंथी , क्या हिन्दू, क्या मुस्लिम | मंदसौर का मामला तो कठुआ की “कहानी” से भी भयानक है | पर अंतर्राष्ट्रीय तो छोडो, राष्ट्रीय हल्ला भी नहीं मचा |

मंदसौर में पिता सिर्फ 10 मिनट देर से स्कूल पहुचा और आरोपी ने उसे अपना शिकार बना लिया । बच्ची की हालत बहुत नाजुक है । डॉक्टर भी उस स्थिति में एक छोटी  सी बच्ची को कराहते  देख सहम गए । सात घंटे उसकी सर्जरी चली । रेक्टम(मलाशय ) बुरी तरह फट चुका है । प्राइवेट पार्ट लहूलुहान है । बिलकुल निर्भय काण्ड जैसी दरिंदगी | प्राइवेट पार्ट को संक्रमण से बचाने और रेक्टम से मोशन पास करने के लिए आँतों को काट कर रास्ता बनाना पड़ा है । जगह जगह पूरे शरीर पर दांतो से काटने के निशान हैं। नाक पर जख्म इतने गहरे है कि ट्यूब लगानी पडी और मुह के घावों को ढकने के लिए ल्यूकोप्लास्टी की गई है। सुनो और जानो और महसूस करो उसके दर्द को । इंसान कितना  घिनौना हो सकता है उसकी सारी हैवानियत उस बच्ची के शरीर पर दर्ज है । कोई भी माँ बाप जिनकी बच्ची है वो इस तरह की घटनाएं होने से सहम जाते है।

बाप की मांग है कि उस दरिंदे को बीच सड़क में फांसी हो । सिर्फ बाप की क्यों , सभ्य समाज की मांग है कि आरोपी को जल्द से जल्द फांसी हो | आरोपी की पहचान हो गई है । वह पकड़ा भी जा चुका है | उस का फोटो भी रिलीज कर दिया गया है | पुलिस ने वादा किया है कि 20 दिन में चार्जशीट दाखिल हो जाएगी | शिवराज सिंह ने वादा किया है कि हाईकोर्ट में भी फास्ट ट्रेक से फैसला करवाएंगे | फांसी की सजा दिलाने का वादा भी कर रहे हैं शिवराज | मध्यप्रदेश सरकार ने बच्ची से रेप करने वाले को फांसी की सजा का प्रावधान कर रखा है | शिवराज सरकार ने पहल की थी | उस के बाद केंद्र सरकार भी अप्रेल में अध्यादेश ला चुकी है | 18 जुलाई से शरू संसद सत्र में क़ानून पास हो जाएगा | बाढ़ साल से छोटी बची से रेप पर फांसी का प्रावधान है |

अफ़सोस हा कि मीडिया जिम्मेदार नहीं बन रहा | जैसे कठुआ मामले में हुआ , हूँ-ब-हूँ वही मंदसौर मामले भी हो रहा है | सोशल मीडिया में उस बच्ची की पहचान उजागर हो गई है । जबकि यह पोक्सो और जेजे एक्ट का उलंघन है | भारत को महिलाओ के लिए सबसे असुरक्षित कहा गया तो उसपर चिल्ल पो मची हुई है । हम दूसरे देशों से तुलना कर रहे हैं कि कहाँ रेप कम नहीं होते

। माना जाता है कि जिन देशों में युद्ध होते है, वहां महिलाये सबसे ज्यादा रेप की शिकार होती हैं | भारत युद्ध का शिकार नहीं है, यहाँ सिर्फ वैचारिक युद्ध लड़ा जा रहा है । वैचारिक युद्ध में बच्चियों से रेप हो रहे हैं | वैचारिक युद्ध में रेप के आरोपी को वैचारिक आधार पर कटघरे में खड़ा किया जा रहा है | इस लिए मंदसौर के रेप पर कठुआ के रेप जैसा हल्ला नहीं मचता |

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