हिंदुत्व में लौटी कांग्रेस ने भी पास करवाया तीन तलाक बिल

Publsihed: 28.Dec.2017, 21:13

 अजय सेतिया / मोदी सरकार ने तीन तलाक के खिलाफ बिल ला कर कांग्रेस को फंसा दिया | गुजरात से हिन्दू हो कर लौटी कांग्रेस कनफूजन में फंस गई | एक तरफ मुस्लिम पुरुषों का दबाव था | जिन के साथ कांग्रेस का राजीव गांधी से समय से गहरा रिश्ता था | जो राजीव गांधी ने सुप्रीमकोर्ट की और से मुस्लिम महिलाओं को दिए गुजारे भत्ते को क़ानून बना कर नकारा था | अब जब तीन तलाक का मामला सुप्रीमकोर्ट में गया | तो मोदी सरकार ने कोर्ट में तीन तलाक के खिलाफ राय स्पष्ट कर दी | सरकारी राय के बाद सुप्रीम कोर्ट ने गत 22 अगस्त को तलाक-ए-बिद्दत को असंवैधानिक करार दे दिया था | इतना ही नहीं सुप्रीमकोर्ट ने सरकार से क़ानून बनाने की सिफारिश की थी | सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बावजूद मुसलमानों ने अपनी पत्नियों को उसी तरह तलाक देना जारी रखा | वीरवार सुबह भी रामपुर में इसी तरह तीन तलाक दिया गया | उस की गलती यह थी कि वह सुबह लेट उठी थी | लेट उठने पर पहले उस की पिटाई की और फिर कह दिया तलाक तलाक तलाक | जरूरी था कि तीन तलाक को अपराध करार दिया जाता | मोदी सरकार ने अपना वादा निभाने की शुरुआत कर दी है | वीरवार को बिल पेश करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा-" यह बिल किसी धर्म, मजहब या पूजा से नहीं जुड़ा | बल्कि लैंगिक समानता के लिए है |" लोकसभा में तीन तलाक पर प्रतिबंध का बिल पास हो गया | कन्फ्यूजन में फंसी कांग्रेस ने भी शुरुआती विरोधों के बाद बिल पास होने दिया | वीरवार सुबह अपन लोकसभा टीवी पर जब खबरों की समीक्षा कर रहे थे | तो अपन ने दो टूक कहा था कि अगर कांग्रेस ने तीन तलाक बिल पास करवाने में अडचन डाली | तो यह कांग्रेसव की शाहबानों मामले जैसी ही गलती होगी | अलबत्ता उस से भी बड़ी गलती होगी | राजीव गांधी के जमाने में कांग्रेस ने शाहबानों के बहाने मुस्लिम महिलाओं को गुजारा भत्ता नहीं मिलने दिया | अच्छा हुआ कांग्रेस ने लोकसभा में वैसी गलती नहीं की | जब बहस शुरू हुई तो शुरू में कांग्रेस इस मांग पर अड़ी थी कि बिल स्टेंडिंग कमेटी में भेजा जाए | पर सरकार तुरंत बिल पास करवाने का मन बना चुकी थी | हालांकि बुधवार रात तक कन्फ्यूजन बना हुआ था | कन्फ्यूजन था कि सरकार तुरंत बिल पास करवाएगी या सिर्फ पेश करेगी | यों भाजपा और कांग्रेस दोनों बड़ी पार्टियों ने व्हिप जारी किया था | पर कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे | राजीव गांधी की गलती से कांग्रेस को हुए नुकसान का उदाहरण सामने था | गुजारा भत्ता देने से इनकार वाला क़ानून बनने  के बाद कांग्रेस को कभी भी बहुमत नहीं मिला | कांग्रेस पर अल्पसंख्यकवाद चिपक गया | हिन्दू एक जुट होते गए और आज सिर्फ हिन्दुओं के बूते भाजपा सत्ता में है | कांग्रेस को अपनी गलती का एहसास है | इसी लिए तो राहुल गांधी गुजरात से हिन्दू बन कर लौटे हैं | सो तीन तलाक पर भी आखिकार कांग्रेस ने समझदारी से काम लिया | शुरुआती अडचन के बाद स्पीकर को बिल पेश करने दिया | सुष्मिता सेन और अधीर रंजन चौधरी के संशोधन नामंजूर हो गए | तो कांग्रेस ने पूरी तरह घुटने टेक दिए | मुस्लिम लीग के ओवैसी तो एक दम अलग थलग पड गए | उन के दो संशोधनों की बुरी तरह पिटाई हुई | एक संशोधन में तो उन्हें गलती से उन के अलावा एक और वोट मिल गया | उन के संशोधन के पक्ष में दो और विरोध में 241 वोट पड़े | पर दूसरे संशोधन में तो वह बिलकुल अकेले पड गए | जब उन के संशोधन को सिर्फ उन का वोट मिला और विरोध में 248 वोट पड़े | इस तरह जब बिल पास करने के लिए वोट डालने की बारी आई | तो किसी ने वोटिंग की मांग ही नहीं की | ध्वनिमत से ही बिल पास हो गया | इस बिल की खासियत यह है कि तीन तलाक देने वाले मुस्लिम पुरुष को तीन साल की कैद होगी | वीरवार को जब लोकसभा में बिल पास हो गया | तो मुस्लिम नेताओं ने कहा क़ानून का मुसलमानों के खिलाफ दुरूपयोग होगा | जैसे पोटा और मकोका का मुसलमानों के खिलाफ इस्तेमाल किया गया था | अपन अभी नहीं कह सकते राज्यसभा में कांग्रेस का क्या रुख रहेगा | अपन ने कल ही के कालम में उदाहरण दिया था | कैसे मोदी की मनमोहन सिंह पर टिप्पणी के मुद्दे कांग्रेस राज्यसभा नहीं चलने दे रही थी | जब कि लोकसभा चलने में चुप्पी मार कर बैठी थी | यह पहले भी हो चुका है जब लोकसभा में बिल पास करवाने के बाद कांग्रेस ने राज्यसभा में अटकाया था | अपन को लगता है भाजपा अपने फायदे का जमा घटाओ देख कर ही राज्यसभा में बिल पेश करेगी | राज्यसभा में कांग्रेस के पास दो विकल्प होंगे | पहला विकल्प होगा कि बिल को गिरवा दे | पर अंदरुनी कन्फ्यूजन के बावजूद अब ऐसा नहीं लगता | कांग्रेस की कोशिश होगी कि बिल स्टेंडिंग कमेटी में चला जाए | वैसे अगर ऐसा हो जाए , तो भाजपा को दोहरा फायदा होगा | स्टेंडिंग कमेटी के चेयरमेन भूपेन्द्र यादव हैं | तो अपन समझ सकते हैं कि स्टेंडिंग कमेटी की रिपोर्ट कैसी होगी | थोड़ी रुकावट से भाजपा को कर्नाटक में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने का मौक़ा मिलेगा | और कर्नाटक विधानसभा चुनाव से ठीक पहले स्टेंडिंग कमेटी की रिपोर्ट आ जाएगी | जिस से भाजपा को चुनाव में डबल फायदा होगा | तीन तलाक को अपराध घोषित करने से मुस्लिम महिलाए जरुर भाजपा की तरफ झुकेंगी | तो चुनावी फायदा होगा ही | राहुल गांधी के सॉफ्ट हिंदुत्व से अगर कुछ हिन्दू वोट कांग्रेस को मिलेंगे | तो भाजपा ने उस से ज्यादा मुस्लिम वोटों में सेंध लगा ली है | 
 

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