शुद्र मानसिकता का परिचय दिया पाकिस्तान ने 

Publsihed: 26.Dec.2017, 20:48

अजय सेतिया / अपन ने कल कुलभूषण जाधव के साथ उस की  मां और पत्नी  से मुलाक़ात पर लिखा था | जो कल ही इस्लामाबाद में हुई थी | उस में अपन ने तीन महत्वपूर्ण बातें कही थी | पहली - मुलाक़ात में शीशे की दीवार खडी की गई | दूसरी - मां-बेटे को मातृभाषा मराठी में बात नहीं करने दी गई | तीसरी - आईसीजे में इस्तेमाल करने के लिए अंगरेजी में करवाई गई बातचीत की वीडियोग्राफी की गई | सोमवार देर रात ही कुलभूषण की मां अवंती और पत्नी चेतानकुल दिल्ली लौट आए | तो कुछ और खुलासे हुए हैं | जो पाकिस्तान की शुद्र मानसिकता का खुलासा करते हैं | जाधव की पत्नी का मंगलसूत्र, बिंदी और चूड़ियां तक उतरवाई गई | उन दोनों के जूते उतरवाए और कपड़े भी बदलवाए गए | बाद में जाधव की पत्नी के जूते वापस नही किए गए | दोनों ने मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाक़ात की | तो बातचीत का खुलासा भी हुआ है कि कैसे मराठी बोलते ही टोका गया | इस मुलाक़ात के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की शुद्र मानसिकता की बखिया उधेड़ी | पाकिस्तान की पहली शुद्र्ता तो यह थी कि उस ने कुलभूषण का वीडियो दिखाया था | जिस में कुलभूषण यह कह रहा था कि वह भारत का जासूस है | वह यह कहता हुआ भी दिखाया गया कि उस ने मां और पत्नी से मिलवाने की अपील की थी | जिसे पाकिस्तान ने मान लिया , वह पाक का आभारी है | यह भी अंगरेजी में रिकार्ड करवाया गया | यानी हेग की अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में दिखाने के लिए | मंगलवार को भारत ने पाक के झूठ की पोल खोली | पहला खुलासा- कुलभूषण को परिवार से  मिलने देने की गुजारिश कुलभूषण ने नहीं अलबत्ता भारत ने की थी | बैठक से पहले दोनों तरफ से कूटनीतिज्ञों ने बैठक के तौर-तरीक़े तय किए थे | जिक का पाकिस्तान ने उलंघन किया | जरा उन दस आरोपों को देखें जो भारत ने पाकिस्‍तान पर लगाए हैं | पहला आरोप - " हमें इस बात का खेद है कि पूरी बैठक का माहौल परिवार के लोगों को डराने वाला था | दूसरा - जाधव बहुत तनाव में थे और ऐसा लग रहा था कि वह लाचारी में पाकिस्तान का मकसद पूरा कर रहा है | तीसरा- पाकिस्‍तान ने सुरक्षा के नाम पर जाधव के परिवार की सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई | उनका मंगलसूत्र, बिंदी और चूड़ियां उतरवाई गई | कपड़े बदलवाए गए और जूते उतरवाए गए | चौथा- लगातार अनुरोध के बावजूद बैठक के बाद भी जाधव की पत्नी के जूते वापस नही किए गए | भारत को इस मामले में किसी शरारतपूर्ण मक़सद की आशंका हैं | पांचवां- पाकिस्तान ने मुलाकात में परस्पर समझ के सिद्धांतों का उल्लंघन किया | छटा आरोप - जाधव की मां-पत्नी से मुलाकात अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप नहीं हुई | सातवाँ आरोप - पाकिस्तानी प्रेस को परिवार के सदस्यों के क़रीब जाने की इजाज़त दी गई | जिस ने उन्हें तंग किया, उनका पीछा किया और जाधव को लेकर झूठे इल्ज़ाम लगाए | जबकि भारत-पाक में समझ साफ़ थी कि मीडिया को क़रीब आने नहीं दिया जाएगा | आठवाँ - जाधव की मां को अपनी मातृभाषा मराठी में बोलने से रोका गया | हालांकि ये बातचीत का सहज माध्यम थी | जब भी मां मराठी में बोलने की कोशिश करती | इंटरकाम का माईक्रोफोन बंद कर दिया जाता था | नौवां आरोप- तय हुआ था कि उप-उचायुक्त बातचीत के समय मौजूद रहेगा | पर इस के उल्ट उप उच्चायुक्त को परिवार के सदस्यों से अलग कर दिया गया |  उप- उच्चायुक्त को सूचित किए बिना ही दोनों को मिलवाने ले जाया गया | दसवां आरोप-  पहले उप उच्चायुक्त मौजूदगी के बिना बैठक शुरू कर दी गई | जब संबद्ध अधिकारियों के सामने मामला रखा गया तो उच्चायुक्त को एक अलग पार्टीशन में बिठा दिया गया | उच्चायुक्त को मुलाक़ात में उस तरह शामिल नहीं होने दिया गया जिस तरह सहमति बनी थी | " अब आप सोमवार को पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल की कही बातें याद करें | उन ने कहा था कि उप उच्चायुक्त को बातचीत में शामिल करना काउंसलर एक्सेस होता | जबकि मौजूदगी काउंसलर एक्सेस नहीं होता | काउंसलर एक्सेस तब होता, जब वह बातचीत का हिस्सा होते | अपना कल का शक और पुख्ता हुआ है | पाकिस्तान ने इस मुलाक़ात से पहले कुलभूषण को बहुत टार्चर किया था | उसे धमकी दी गई थी कि वह क्या बोलेगा, क्या नहीं बोलेगा | यह इस बात से सिद्ध होता है - जब मां ने जख्म दिखाने को कहा , तो जाधव बेचैन हो कर उठ खड़ा हुआ | साफ है कि पाकिस्तान ने शीशे की दीवार और इंटरकॉम का बंदोबस्त सिर्फ सुरक्षा कारणों से नहीं किया था | बल्कि अपनी साजिश को साबित करने के सबूत जुटाने की मंशा से किया था | कुलभूषण तब असहज हो गया जब उसकी मां ने कहा -" बेटा जब भी बोलना सच बोलना और बताना कि तुम एक कारोबारी हो, ईरान में कारोबार के सिलसिले में थे |"  पाकिस्तान की तरफ से वहां मराठी भाषा को समझने वाला कोई नहीं था | पाकिस्तानी को डर था कि अगर मराठी में बात हुई तो कहीं कुलभूषण मार-पीट का खुलासा न कर दें | इसलिए पाक ने मराठी में बातचीत नहीं होने दी | जैसा अपन ने कल लिखा था अब जब आईसीजे में सुनवाई होगी | तो कुलभूषण जाधव का वीडियो और मां-बेटे की बातचीत का वीडियो आईसीजे के सामने रखा जाएगा | पर अपन जानते हैं आईसीजे इन वीडियो को अदालत में दिखाने या सुनाने की इजाजत नहीं देगा | पिछली बार भी कथित कबूलनामे के वीडियो को खारिज कर दिया था | इस बार भी वीडियो खारिज होगा | 

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