एक बलात्कारी की सत्ता को चुनौती 

Publsihed: 25.Aug.2017, 21:08

राम रहीम तब 35 साल का था जब उस पर बलात्कार का आरोप लगा था | बलात्कार का आरोप वहां की साध्वी ने ही लगाए थे | साध्वी ने अप्रेल 2002 में  तब के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को चिठ्ठी लिखी थी | साध्वी ने चिठ्ठी हाई कोर्ट को भी लिखी थी | हाईकोर्ट ने शुरुआती जांच के बाद जांच सीबीआई को सौपी | आखिर वह साध्वी भी ढूंढ ली गई , जिस ने चिठ्ठी लिखी थी | तभी बलात्कार की शिकार दो और महिलाएं भी सामने आई | साध्वियों की इज्जत लूटने का यह धंधा पता नहीं कब से चल रहा होगा | पता नहीं कितनी साध्वियां राम-रहीम की यौन हिंसा का शिकार हुई | पर उस महिला ने वाजपेयी को चिठ्ठी लिखने की हिम्मत की | तो डेरा सच्चा सौदा का असली सच सामने आ गया | साध्वियों की इज्जत लूटी जाती थी | देखा-देखी कहीं डेरा के साधू भी साध्वियों की इज्जत न लूटने लगें | इसलिए साधुओं का  कास्ट्रेशन किया जाने लगा | ताकि कोई सम्भोग करने लायक ही नहीं रहे | राम रहीम पर खस्सी करने का मुकद्दमा भी चल रहा है | हालांकि कई साधुओं ने अपनी गवाही में कहा कि उन ने अपनी मर्जी से कास्ट्रेशन करवाया | राम रहीम को तो पता ही था कि वह बलात्कारी है | इस लिए उस ने अपने समर्थकों को हिंसा के लिए तैयार किया हुआ था | वह सरकार को ब्लैकमेल करना चाहता था | उसे पता ही था कि वह अदालत में दोषी करार दिया जाएगा | इसलिए राम रहीम ने चढ़ते सूरज को सलाम करने का फैसला किया | राम रहीम पहले कांग्रेस को सपोर्ट करता था | कांग्रेस ने दस साल तक राम रहीम का सीबीआई से बचाव किया | 2014 में राम रहीम को लगा कि भाजपा सत्ता में आ रही है | तो राम रहीम ने भाजपा को समर्थन की पेशकश की | भाजपा ने राम-रहीम का समर्थन लेकर खुद को अपराधी के साथ जोड़ लिया | भाजपा न सिर्फ लोकसभा चुनाव जीती | अलबत्ता पहली बार विधानसभा का चुनाव भी जीती | पिछले तीन साल से राम रहीम भाजपा के हर प्रोग्राम का हिस्सा बन रहे थे | प्रधानमंत्री ने जब खुद झाडू लगा कर स्वच्छता अभियान चलाया | तो भाजपा के सभी मुख्यमंत्री झाडू हाथ में ले कर फोटो खिंचवाने में लगे थे | तभी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने झाडू और राम रहीम के साथ फोटो खिंचवाया | खट्टर सरकार के मंत्री राम रहीम के सामने नतमस्तक होते देखे गए | राम रहीम सिख परम्परा को चुनौती देने वाले ढोंगी बाबा हैं | सिखों के आख़िरी गुरु गोबिंद सिंह थे | उन्होंने गुरुग्रंथ साहिब लिख कर गुरु परम्परा को खत्म कर दिया था | गुरु ग्रन्थ साहिब में संतों की वाणियां हैं | गुरु परम्परा को खत्म करते हुए उन्होंने लिखा था - "सब सिक्खन को हुक्म है , गुरु मानियो ग्रन्थ |" इस के बावजूद समय समय पर कुछ ढोंगी सिखों ने खुद को गुरु घोषित किया | तो सिखों के सर्वोच्च अकाल तख्त ने उस के खिलाफ आदेश जारी किए | उन्हें तनखैया घोषित किया गया | राधास्वामी , निरंकारी और सच्चा सौदा तीन ऐसे ही धार्मिक संगठन हैं | जिन का गुरु ग्रन्थ साहिब को गुरु मानने वाले सिख शुरू से विरोध करते रहे हैं | शुरू शुरू में तो इन डेरों की सिखों से भिडंतें भी होती रही हैं | आप को याद होगा पंजाब का आतंकवाद जब चरम पर था | तब सिख आतंकवादियों ने निरंकारी बाबा की हत्या भी कर दी थी | अकाली दल हमेशा से ही अकाल तख़्त के प्रभाव में रहा है | इस लिए अकाली दल का इन डेरों के बाबाओं से हमेशा विरोध रहा है | सिख वोट मौटे तौर पर अकाली दल के साथ थे | इसलिए कांग्रेस ने राधास्वामी , निरंकारी और डेरा सच्चा सौदा को बढ़ावा दिया | ताकि गुरु ग्रन्थ साहिब को अंतिम गुरु न मानने वाले भटके हुए सिखों का समर्थन हासिल हो सके | राधा स्वामी सत्संग का ज्यादा असर पंजाब के दोआबा में था | इस लिए राधास्वामी सत्संग का हेडक्वार्टर अमृतसर और जालन्धर के बीच ब्यास में है | डेरा सच्चा सौदा का ज्यादा प्रभाव मालवा में है | पर डेरा सच्चा सौदा के साथ सिखों का टकराव बहुत लम्बे समय तक चलता रहा | इस लिए डेरा सच्चा सौदा ने अपना मुख्यालय पंजाब में बनाने की हिम्मत नहीं की | अलबत्ता पंजाब के मालवा से लगते हरियाणा के सिरसा में हेडक्वार्टर बनाया | शहर के बीचों बीच सौ एकड़ जमीन पर बना है यह डेरा | शुरू में सिखों के डर से डेरा सच्चा सौदा ने डेरे में हथियार जमा किए | जिन्हें तब हरियाणा की सरकार ने जमा करने दिया | बाद में धीरे धीरे डेरा ने अपनी खुद की फ़ौज जैसी हथियारबंद फ़ौज बना ली | जब से राम रहीम डेरे के बांबा बने थे | तब से डेरे का स्वरूप बदल गया था | वह किला बन गया था | जिस में बाहरी आदमी की आसानी से एंट्री नहीं हो सकती | उसी का नतीजा आज हमारे सामने है | राम रहीम को बलात्कार का दोषी ठहराए जाने से पहले लाखों लोग बलात्कारी के समर्थक में पंचकुला पंहुचे हुए थे | पंजाब के मालवा में बेहिसाब हिंसा हुई है | हरियाणा में भी बेहिसाब मौतें हुई हैं | दोनों राज्यों की सरकारे अगर चौकस होती | तो इस तांडव से बचा जा सकता था | 

 

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