कश्मीर : अब सख्ती से निपटने की तैयारी 

Publsihed: 24.May.2017, 05:27

एक और सर्जिकल स्ट्राईक हो गया | पाकिस्तान सुधर नहीं रहा | सोशल मीडिया में एक बात बार बार कही जाती है | लातों के भूत ,बातों से नहीं मानते | इस लिए भारत को बार बार सैन्य कार्रवाई करनी पड़ती है | कोई  दिन नहीं जाता , जब अपन नौशेरा सेक्टर में मुठभेड़ भी खबर न सुनें | नौशेरा नियन्त्रण रेखा घुसपैठ का रास्ता बना हुआ है | अब गर्मियां आ गयी हैं, तो घुसपैठ और बढनी थी | सो मंगलवार को अपनी सेना ने शुरुआती मेसेज भेज दिया | भारतीय सेना के मेजर जनरल अशोक नरूला ने शाम कोई चार बजे प्रेस कांफ्रेंस की | जिसमें उनने एलान किया - "भारतीय सेना ने नौशेरा में कार्रवाई कर पाकिस्तान की चौकियों को उड़ा दिया |" यह 16 मई,फिर 20-21 मई को नौशेरे में हुई पाक गोलीबारी का जवाब था | सीमा पार से लगातार हो रही गोलाबारी में 2,694 परिवारों के 10,042 लोग प्रभावित थे | मेजर जनरल अशोक नरूला ने कहा-"बर्फ पिघलने से घुसपैठ बढ़ने की आशंका है | इसलिए  घुसपैठ में मदद करने वाली नौशेरा स्थित पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया है |" पर पाकिस्तान की सेहत पर कोई असर नहीं दिखा | पाकिस्तान का सब से बड़ा अखबार है "डान" | उस पर घंटा भर बाद तक खबर नहीं थी | पाकिस्तान के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने शाम कोई पांच बजे ट्विटर किया | उनने कहा-" भारत की ओर से नौशेरा में किए गए हमले के दावे में कोई सच्चाई नहीं | " अपन को भी इसी बयान का इन्तजार था | सर्जिकल स्ट्राईक के वक्त भी पाकिस्तान का यही बयान था | जब मुम्बई पर आतंकी हमले में अजमल कसाब पकड़ा गया | तब भी पाकिस्तान ने कहा था-"वह पाकिस्तान का नागरिक नहीं |" जबकि पाकिस्तानी मीडिया अज़मल कसाब के मां-बाप और पडौसियों का इंटरव्यू ले रहा था | जब तक ओसामा बिन लादेन एबटाबाद में मारा नहीं गया | तब तक पाकिस्तान का दावा था कि ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में नहीं | पर मंगलवार को अपनी सेना ने पाक पर कार्रवाई का वीडियो भी जारी कर दिया | इस रणनीति को "हॉट-परसुएट" कहते हैं | अपनी बोल-चाल की भाषा में कहें तो, मांद में घुस कर मारना | मोदी सरकार आने के बाद कश्मीर के हालत सुधरे नहीं , बिगड़े हैं | पर एक बात की तारीफ़ करनी पड़ेगी | मोदी सरकार ने पाक से निपटने की सेना को खुली छूट दे रखी है | कश्मीर में अलगाववादियों से निपटने को भी पेलेट गन दी थी | पर अपने सेक्यूलरवादियों ने ऐसा बवाल खडा किया कि मोदी पीछे हट गए | सुरक्षा बलों का हौंसला टूटा है | सुरक्षा बालों को गोली चलाने की छूट नहीं | सरकार चाहती थी कि श्रीनगर लोकसभा चुनाव में कोई गोलीबारी न हो | पाकिस्तान समर्थकों ने उस दिन पोलिंग स्टाफ के साथ जो बदतमीजी की | उसे सारे देश-दुनिया ने देखा | पत्थरबाजी करते युवक पोलिंग स्टेशन को जलाने वाले थे | तभी मेजर लितुल गोगोई के दिमाग में आयडिया आया | उस ने एक कश्मीरी युवक को पकड़ा और जीप के आगे बाँध दिया | जिसे उमर अब्दुला ने मानवाधिकार का मामला बना दिया था | मोदी सरकार ने दो दिन में दो मेसेज दी हैं | 22 मई को लितुल गोगोई को सम्मानित किया | उसी रात नौशेरा में एलओसी पार बमबारी कर पाकिस्तान की छह चौकिया उड़ा दीं | मंगलवार को शाम चार इधर नौशेरा में सैन्य कार्रवाई का एलान | उधर श्रीनगर में लितुल गोगोई की भी प्रेस कांफ्रेंस | यानि कश्मीर में भी साफ़ सन्देश | पाकिस्तान को भी साफ़ सन्देश | छुपा-छिपी का खेल ख़त्म | खुल कर खेलने का खेल शुरू | जब 18 सितम्बर 2016 को अपनी सेना ने सर्जिकल स्ट्राईक किया था | तब भारत ने सभी राजदूतों-उच्चायुक्तों को सर्जिकल स्ट्राईक के बारे में बताया था | अब नौशेरा में नियंत्रण रेखा के पार सैन्य कार्रवाई की | तो बाकायदा वीडियो जारी कर के एलान किया | यह अपनी पुरानी  रणनीति में बड़ा परिवर्तन है | पहले भी कार्रवाई तो होती थी, पर अपन कभी प्रचार नहीं करते थे | अब प्रचार के दो मकसद हो सकते हैं | पहला- कश्मीर के बिगड़ते हालात पर बढ़ते आक्रोश को रोकना | कश्मीर से लौटती सैनिकों की लाशों से बढ़ते आक्रोश को थामना | दूसरा - पाकिस्तान के आवाम को बताना कि भारत कैसे कार्रवाई कर रहा है | यानी मोदी सरकार दोनों देशों की जनता को संबोधित कर रही है | ताकि भारत के वोटर सरकार की तीसरी सालगिरह पर नाराज न हों | पाकिस्तान का आवाम समझ ले कि मोदी सरकार क्या क्या कर सकती है | 

 

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