राजनीतिक उथल-पुथल और दाऊद के भाई की गिरफ्तारी 

Publsihed: 19.Sep.2017, 23:15

अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम फिर चर्चा में है | अब खबर यह है कि भले ही वह पाकिस्तान में रह रहा है | पर मुम्बई में जबरन वसूली का उस का धंधा अभी भी चल रहा है | उसका भाई इकबाल कासकर धंधा देख रहा है | जबरन वसूली यानि एक्स्टार्शन  की एक शिकायत पर इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया गया है | अपन को गिरफ्तारी के मुद्दे को लेकर थोड़ा शक है | शक की एक वजह है 2015 की घटना | इकबाल कासकर को हूँ-ब-हूँ जबरन वसूली के मामले में ही पहले भी गिरफ्तार किया गया था | पर पुलिस अदालत में साबित नहीं कर पाई | यहाँ तक कि इकबाल कासकर को जब 2003 में दुबई से प्रत्यार्पित किया गया था | और भारत लाने  के बाद उस पर सारा सहारा मामले मे मुकदमा चला | तब भी सबूत की कमी की वजह से वह बरी हो गया था | अब ठाणे पुलिस के एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया है | पहले वाले केस में सिर्फ तीन लाख हफ्ता की जबरन वसूली का मामला था | अबके हर बिल्डर से हर प्रोजेक्ट से तीन तीन फ्लैटों की वसूली का मामला है | पर अबके गिरफ्तारी ठीक उस समय हुई है , जब महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल पुथल मची है | jखबर है कि ठाणे, उल्हासनगर और डोम्बिवली के बिल्डरों से जबरन वसूली हो रही थी | जबरन वसूली तो तब से जारी थी जब से  बिल्डर लूट-खसूट कर रहे थे | वे चुप कर के दाऊद का हिस्सा कासकर को पहुंचा रहे थे | मोदी सरकार ने बिल्डरों की लूट खसूट का धंधा चौपट कर दिया | तो बिल्डरों का अपने खर्चे निकालना ही मुश्किल हो गया | जेपी और डीएलऍफ़ जैसे बड़े बड़े बिल्डर ,जिन के पाँव जमीन पर नहीं पड़ते थे | सुप्रीमकोर्ट में नाक रगड़ते घूम रहे हैं | इकबाल कासकर की ओर से की जा रही वसूली की खबरें तो पहले से आ रही थीं | उन्ही में से एक बिल्डर ने सीधे ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह से शिकायत की हिम्मत की | जिस पर ठाणे एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने जांच कर कार्रवाई | जांच के आधार पर मुंबई के नागपाड़ा से कासकर को गिरफ्तार किया गया | इकबाल कासकर को उस की बहन हसीना पारकर के घर  गिरफ्तार किया गया | वह टीवी देखते हुए बिरयानी खा रहा था | पर महत्वपूर्ण बात यह है कि दाऊद के वसूली गैंग में राष्ट्रवादी कांग्रेस का नाम आ गया है | राष्ट्रवादी कांग्रेस के दो मुम्बई महानगर पार्षदों का नाम हवा में उछला है | लोग दबी जुबान से शरद पवार तक का नाम ले रहे हैं | पवार का नाम आते ही अपन को वोरा कमेटी की रोपोर्ट याद आ गई | मुम्बई में बम धमाके कर के दाउद इब्राहिम पाकिस्तान भाग गया था | तभी खबर आई थी कि दाऊद मुम्बई के राजनीतिज्ञों की मदद से भागा | अपराधियों और राजनीतिज्ञों का गठजोड़ सामने आ रहा था | नरसिंह राव प्रधानमंत्री थे | मनमोहन सिंह वित्त मंत्री थे | राजेश पायलट गृह राज्य मंत्री थे | तब नरसिंह राव ने व्यापक जांच के लिए एनएन वोहरा कमेटी गठित की थी | कमेटी गृह मंत्रालय की ओर से गठित हुई थी | एनएन वोहरा कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में पुलिस, ब्यूरोकेट व राजनेताओं के गठजोड़ को उजागर किया था | वोहरा कमेटी की रिपोर्ट संसद में 1995 में पेश की गई थी | जिसमें महाराष्ट्र-गुजरात के बड़े कांग्रेसी नेताओं के दाऊद इब्राहीम से संबंधों का खुलासा था | उस समय रिपोर्ट यह कहते हुए दबा दी गई थी कि यह अधूरी है | रिपोर्ट का एन्क्श्चर संसद में रखा ही नहीं गया | इसी एन्क्श्चर  में राजनीतिज्ञों के नाम थे | इस बात को 25 साल हो गए | यह रिपोर्ट अभी तक संसद के गलियारों और गृह मंत्रालय में दफ़न है | यह अपने लोकतंत्र का काला सच है | पर सच सौ दरवाजे तोड़ कर निकल आता है |  अपन दाऊद इब्राहिम के साथ मधुर सम्बन्धों वाले नेताओं के नाम बताते हैं | शरद पवार, सलीम ज़कारिया, जावेद खान (तब के सभी मंत्री) | पर अपन ताज़ा मुद्दे पर आएं | मुद्दा है दाऊद के साथ एनसीपी का गठजोड़ | दो  साल पहले राम जेठमलानी ने खुलासा किया था कि दाऊद भारत आना चाहता था | उसकी कुछ शर्तें थी , मैंने तब के मुख्यमंत्री शरद पवार से बात की थी | पर शरद पवार ने दाऊद की शर्तें नहीं मानीं | तब राम जेठमलानी ने कहा था कि अगर दाउद भारत आ जाता तो कई राजनीतिज्ञों का भंडाफोड़ हो जाता | ख़बरें उडी थी शरद पवार ने इसी लिए दाऊद की शर्तें नहीं मानीं थी | जब राम जेठमलानी ने खुलासा किया | तो शरद पवार को मुहं खोलना पडा | उन ने माना कि दाऊद ने आने की पेशकश की थी | उन ने कहा कि उस की शर्तें फाईव स्टार सुविधाएं देने की थी | सरकार भगोड़े को पांच सितारा सुविधाएं कैसे मुहैया करवा सकती थीं | उनने कहा था -"क्या यह ठीक होता कि दाऊद को भारत लाकर उसके रहने के लिए पांच सितारा व्यवस्था की जाती ?" तब तो लच्चर सा तर्क दे कर शरद पवार छूट गए थे | अब फिर शरद पवार की पार्टी का नाम जबरिया वसूली के सहयोग में आ गया है | और वह नाम ऐसे वक्त पर आया है जब महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल पुथल हो रहा है | नरेंद्र मोदी की शरद पवार से बात टूट गई है | और शिवसेना एनडीए बाहर जाने की धमकी दे रही है | 

 

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