बिपिन रावत को खुली छूट का जनादेश 

Publsihed: 01.May.2017, 23:24

 

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कुलभूषण जाधव के मामले में पाकिस्तान अपनी एक नहीं सुन रहा | उलटे दिल्ली में बैठे उस के नुमाईंदे अब्दुल बासित ने दो-टूक कह दिया कि पाक विएना कन्वेंशन को नहीं मानता | उन ने कहा- हम खुद का बनाया क़ानून मानेंगे , अंतर्राष्ट्रीय क़ानून नहीं | कुलभूषण जाधव के मामले में अपन को कोई अंतर्राष्ट्रीय सहयोग भी नहीं मिल रहा | जैसे जैसे दिन बीत रहे है अपन को डर है कि सरबजीत वाला ही होगा | जनता में मोदी सरकार के बारे में भी आम धारणा बननी शुरू हो गई है | यह कि जैसे मनमोहन सिंह 2012 में सरबजीत को वापिस नहीं ला पाए थे | वैसे ही नरेंद्र मोदी भी कुलभूषण जाधव को नहीं ला पाएंगे | आखिर यह धारणा क्यूं बन रही है | इस के दो बड़े कारण है | पहला- मनमोहन सिंह ने सरबजीत के मामले में काउंसलर एक्सेस ले लिया था | मोदी सरकार जाधव के मामले में काऊंसलर एक्सेस ही नहीं ले पा रही | अलबत्ता अब्दुल बासित ने दिल्ली में ही कह दिया कि काऊंसलर अक्सेस नहीं देंगे | दूसरा कारण--मनमोहन सिंह ने आसिफ अली जरदारी से सरबजीत की फांसी माफ़ करवा ली थी | जिस से चिढ कर पाक सेना ने सरबजीत को जेल में ही मरवा दिया | नवाज शरीफ के पकौड़े खाने और चाय पीने के बावजूद मोदी काउंसलर अक्सेस तक नहीं ले पा रहे | मनमोहन के राज में पाकिस्तानी सेना अपने पांच सेनिकों का सर काट कर ले गई थी | तो मोदी के राज में भी वही दोहराया जा रहा | पुरानी बात छोडिए | सोमवार को फिर वही दोहराया गया  | पाकिस्‍तान ने एक बार फिर भारतीय जवानों के शवों के साथ बर्बरता की है | रविवार को ही पाक आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने एलओसी का दौरा किया था | वह अपने सैनिकों का हौंसला बढ़ा कर गए थे | उन का हौंसला बढ़ाना एक इशारा होता है | जो पाकिस्तानी सेना बाखूबी समझती है  | सोमवार तड़के ही पुंछ जिले के मेंढर इलाके में पाक ने  गोलीबारी शुरू कर दी |  इस गोलीबारी में भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए | शहीदों में भारतीय सेना का एक जेसीओ और एक बीएसएफ में हेड कांस्टेबल था |  पाक बॉर्डर एक्शन टीम ने शहीद जवानों के साथ बर्बरता की | दो भारतीय जवानों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया | भारत की तरफ से फिर कहा गया -पाक सेना को उचित जवाब दिया जाएगा | वह उचित जवाब कब दिया जाएगा | जनता अब यह पूछ रही है | रोज रोज सैनिकों की लाशें देख कर जनता के सब्र का प्याला भर गया है | मनमोहन सिंह के जाने और मोदी के आने से सीमा पर कोई फर्क नहीं पडा | अपने जवान हर रोज उसी स्पीड से शहीद हो रहे हैं | एक हफ्ता  पहले पाक सेना ने राजौरी जिले के नौशहरा सेक्टर में जमकर गोलाबारी की थी |  सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का काफी नुकसान हुआ | भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की थी | पाक सेना के भी आठ जवान भी मारे गए थे |  जिस के बाद पाक सेना कुछ दिन ठंडी हो कर बैठ गई थी , पर यह ज्यादा दिन नहीं चलता | भारत और पाकिस्तान की सेना में एक मूल अंतर है | हमारी सेना में जवान सीमाओं की रक्षा करने के भर्ती होता है | पाकिस्तानी सेना में जवान कश्मीर को आज़ाद करवाने के लिए भर्ती होता है | जवान जब यह भूलने लगे, तो पाक का आर्मी चीफ उन्हें याद करवाने सीमा पर जाता है | रविवार को पाक आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा एलओसी पर यही याद करवाने आए थे | उन ने राजनीतिक नेताओं की तरह भाषण दिया | कमर जावेद बाजवा ने कहा कि पाक कश्मीर को भारत से आज़ाद करवा कर रहेगा | उस के बयान की पाकिस्तान में जमकर तारीफ़ हुई | सरकार और विपक्ष दोनों ने तारीफ़ की | अपने यहाँ आर्मी चीफ बिपिन रावत ने एक बयान दिया , तो विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया | हालांकि बिपिन रावत ने वही कहा था, जो देश की जनता सोच रही है | तब तक मुठभेड़ के वक्त कश्मीर के लडके सेना पर पथराव करते थे |  मकसद होता था आतंकियों को बच निकलने का मौक़ा देना | बिपिन रावत ने दो-टूक कहा था -- सेना पर पत्थर फैंकने वालों से  जेहादियों की तरफ निपटेंगे | वे आतंकवादियों के ग्राऊंड वर्कर हैं | आईएस और पाक का झंडा फहराने वालों को देशद्रोही माना जाएगा | तीन लाईन का यह बयान हर भारतीय की आवाज़ है | हर भारतीय चाहता है कि सेना पाकिस्तान के ग्राऊंड वर्करों को सख्ती से कुचल दे | चाहे पेलेट गन चलाए, चाहे देखते ही गोली मार दे | कांग्रेस पहले आतंकवादियों के स्लीपिंग सेलों को पालती पोसती रही | अब पत्थर फैंकने वाले पाकिस्तान के जागते हुए सेलों को पाल रही है |  केजरीवाल, दिग्विजय,येचुरी  ब्रिगेड ने आर्मी चीफ की आलोचना की | मुकाबला करिए पाक आर्मी चीफ के बयान की पाक में हुई तारीफ़ की | और भारत में भारत के आर्मी चीफ के बयान की हुई आलोचना की | तब पंजाब, गोवा, यूपी और उत्तराखंड के चुनाव हो रहे थे | उस से ठीक पहले केजरीवाल,येचुरी और राहुल गांधी जेएनयू गए थे | जहां कश्मीर की आज़ादी के नारे लगाए गए थे | पंजाब की जनता ने केजरीवाल को पंजाब और गोवा में सबक सीखा दिया | यूपी और उत्तराखंड ने राहुल गांधी को सबक सीखा दिया | अब भले ही सोनिया गांधी ने दिग्विजय सिंह को पैदल करना शुरू कर दिया है | केजरीवाल को तो पंजाब, गोवा और दिल्ली की जनता ने ही पैदल कर दिया | क्या जनता का सन्देश मोदी समझेंगे | क्या बिपिन रावत को वह खुली छूट देंगे , क्या वैसे करने देंगे , जैसे उन ने फरवरी में कहा था | अन्दर वाले गद्दारों से भी निपटने दो, सीमा पार के दुश्मनों से भी |  

 

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