मायावती ने यूपी के लड़कों को पछाड़ दिया 

Publsihed: 01.Dec.2017, 22:30

अजय सेतिया / उत्तर प्रदेश के स्थानीय चुनावों में भाजपा ने फिर परचम फहरा दिया | कांग्रेस, सपा,बसपा बड़ी उम्मींद लगा कर बैठे थे | इस राजनीतिक दलों से ज्यादा उम्मींद तो स्वयम्भू  बुद्धिजीवी लगा कर बैठे थे | इन में कई सक्रिय पत्रकार भी थे | राजनीतिक दलों को तो अपनी हालत पता होती है | सो उन को ज्यादा सदमा नहीं लगता | बेगानी शादी के दुल्ल्हे ज्यादा परेशान होते हैं | जब से फेसबुक और ट्विटर का सोशल मीडिया आया है | तब से निष्पक्षता का आवरण औढे बैठे मिडिया मुगलों की पोल खुल गई | वे अपनी फर्जी रिपोर्टों से वोटरों को प्रभावित करते रहते थे | अब हवा का रुख सोशल मीडिया से बेहतर मिल जाता है | जहां हर कोई सम्पादक है | इस लिए मीडिया हाऊसों ने भी उन फर्जी रिपोर्टों वालों को बर्फ में लगा दिया है | अब वे अपना फर्जीवाडा सोशल मीडिया पर पेलते हैं | जिन पर उन्हीं के पाठक उन की खाल खिंचते हैं | उन के सारे चुनावी आकलन गलत साबित हो रहे हैं | इन्हीं में से एक ने शुक्रवार सुबह लिखा-" पिछली बार भाजपा के 12 में से 10 मेयर थे, इस बार भाजपा 16 में से 10 भी जीत जाए, तो बहुत बड़ी जीत होगी |" अब यह बात उन ने रिजल्ट आने से सिर्फ तीन घंटे पहले लिखी थी | तो अपन ने उन्हें जवाब दिया -" आप कुछ घंटे रुक जाईए आप के आकलन की पोल खुल जाएगी | मेरा अनुमान है भाजपा कम से कम 12-13 मेयर पद जीतेगी |" और शाम को जब रिजल्ट पूरे हुए तो भाजपा 16 में से 14 मेयर जीत गई | फिरोजाबाद, सहारनपुर,मथुरा,अयोध्या चारों नए नगर निगम भाजपा जीती | अलीगढ़ बसपा से हार गई , तो इलाहाबाद बसपा से छीन ली | भाजपा के पास अब आगरा, इलाहाबाद,वाराणसी , मथुरा ,गौरखपुर, सहारनपुर,मुरादाबाद, अयोध्या , फिरोजाबाद, गाजियाबाद,कानपुर,झांसी, लखनऊ , बरेली होंगी | नगर पालिकाओं के अध्यक्ष भी पहले 198 में से सिर्फ 41थे |  अब बढ़ कर सौ से ज्यादा हो जाएंगे | प्रदेश की 438 नगर पंचायतों में से भी भाजपा आधी के करीब जीत गई |  प्रदेश के 7000 वार्डों में से 4000 से ज्यादा वार्ड भाजपा जीत गई | यूपी के भाजपा नेता तो गदगद हैं ही | भारी भरकम प्रेस कांफ्रेंस कर जश्न मनाया | जिस में मुख्यमंत्री , दोनों उप मुख्यमंत्री , संगठन का सारा अमला तो था ही | आधे मंत्री भी मौजूद थे | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने योगी आदित्य नाथ को बधाई दी | आखिर इन चुनाव नतीजों से गुजरात चुनावो में दोनों को मजबूती मिलेगी | जो राहुल गांधी की मंदिर राजनीति से जूझ रहे हैं | भाजपा को पहले चुनावों के जातिवादी होने का खतरा  था | ख़तरा था कि राहुल पाटीदारों , ओबीसी , दलितों के साथ मिल कर चुनाव को जातिवादी बना देंगे | पर राहुल ने मंदिर मंदिर जा कर मोदी से हिन्दू कार्ड छीनने की कोशिश शुरू कर दी | अब दो-चार दिनों से तो कांग्रेस नेता मोदी और अमित शाह को हिन्दू मानने से इनकार करने लगे हैं | कांग्रेस अच्छा भला सीरियस चुनाव लड़ रही थी | पर कपिल सिब्बल और राज बब्बर की हरकतों ने कांग्रेस को मसखरा बना दिया | ऐसे में योगी ने अमेठी से कांग्रेस के सफाए की खबर दे दी | वैसे अमेठी में कांग्रेस चुनाव मैदान से ही भाग गई थी | पर सन्देश अमेठी हारने का बना | क्योंकि "राहुल की अमेठी" में भाजपा की चन्द्रमा देवी जीत गई | कांग्रेस अमेठी लोकसभा की सारी विधानसभा सीटें पहले ही हार गई थी | अमेठी में राहुल गांधी का सूपड़ा साफ़ कर योगी ने मोदी को राहत पहुंचाई है | वैसे गदगद के इस माहौल में खुद योगी को सदमें वाली खबर मिली | गोरखपुर के वॉर्ड नंबर 68 से भाजपा उम्‍मीदवार माया त्रिपाठी चुनाव हार गई | यह खुद योगी आदित्य नाथ का गढ़ है | वहां से निर्दलीय उम्‍मीदवार नादिर ने जीत दर्ज की | इसी वॉर्ड में ही गोरखनाथ मंदिर स्थित है | डिप्टी सीएम केशव मौर्या के जिले कौशांबी की सभी 6 सीटों भी भाजपा हार गई | सपा का शहरों में पहले भी आधार नहीं था , अब भी नहीं बना | भाजपा को तो जीतना ही था | मायावती ने ही यूपी के लड़कों को पछाड़ दिया | बहुजन समाज पार्टी के पास पहले भी दो मेयर थे , अब भी दो मेयर हैं | वैसे बसपा ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को बर्फ में लगा दिया | लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बसपा का करीब करीब सूपड़ा साफ़ हो गया था | माना जा रहा था कि सपा और कांग्रेस के छौरे ही भाजपा का विकल्प बनेंगे | पर लोकल चुनावों ने बता दिया कि भाजपा की विकल्प जब भी बनेगी बसपा बनेगी | वैसे निकाय चुनाव में बसपा, कांग्रेस और सपा को जिस तरह से वोट मिले हैं | उससे  तीनों पार्टियों के महागठबंधन की चर्चा फिर शुरू हो सकती है | सेक्यूलर खेमा अब यही मुहीम चलाएगा कि महागठबंधन बन जाए | महागठबंधन  भाजपा को आसानी से शिकस्त से हरा देगा | पर ये किताबी सेक्यूलर यह नहीं जानते कि राजनीति में दो और दो चार नहीं होते | फिर बसपा ने जिस तरह से वापसी की है उससे यूपी में महागठबंधन की संभावना धूमिल ही लग रही है | अब मायावती आसानी से  सपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी | उन का दिमाग बहुत जल्दी आसमान पर भी चढ़ जाता है | 

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