आपरेशन बेनामी सम्पत्ति शुरू 

Publsihed: 16.Nov.2017, 01:00

अजय सेतिया / नोटबंदी से भी बड़ा आपरेशन शुरू हो चुका है | पर नरेंद्र मोदी ने इस बार प्रचार नहीं किया | अलबत्ता कोई एलान भी नहीं किया | रेडियो या टीवी से सीधा प्रसारण भी नहीं किया | पिछली बार एक छुटभैये ने इसी को मुद्दा बना दिया था कि पीएम का एलान लाईव नहीं रिकार्डिड था | सो मोदी ने इस बार ऐसा कुछ नहीं किया | हिमाचल की सुंदरनगर चुनाव रैली में भाषण के दौरान उन ने संकेत जरुर दिया था | यह भाषण 5 नवम्बर को हुआ था | कांग्रेस के "बलैक डे" से तीन दिन पहले | अपने भाषण में उन ने कहा था -" उनकी चिंता है कि उन की बेनामी जमीन ,फ़्लैट , दुकानों का क्या होगा | जो उन ने 500 और 1000 के नोटों की तरह छुपा रखे हैं | इस लिए वे हल्ला कर रहे हैं | इस लिए जनता को गुमराह करने के लिए वे 'ब्लैक मनी डे' मना रहे हैं | " अपन को लगा अब नोटबंदी से भी बड़ा आपरेशन होगा | अपन को लगता था कि 8 नवम्बर को रात आठ बजे वह फिर टीवी पर आएँगे | और कहेंगे - " भाईयो और बहनों आज रात आठ बजे के बाद आप सब की सारी संपत्तियों की रजिस्ट्रियां रद्द ........" पर लगता है मोदी गुजरात की बदली आबो-हवा से खुद डर गए | वह टीवी पर नहीं आए | उन्हें पता है जीएसटी का दाव उलटा पड गया है | कांग्रेस के समझाने के बावजूद उनने 28 फीसदी तक जीएसटी लगा दिया था | वह भी टूथपेस्ट जैसी जरूरी चीजों पर | इस लिए वह पहले उसे सुधारने में लग गए | उन्हें पता है कि गुजरात में लुढके, तो पीएम की कुर्सी भी गई हाथ से | संघ और भाजपा का एक खेमा तानाशाही हरकतों से खफा हुआ बैठा है | भाजपा का मिडिल क्लास वर्कर भरा पडा है | मौक़ा मिलते ही खाट खड़ी कर देगा | इस लिए उन ने सब्र से काम लिया | वरना सब जानते हैं कि मोदी का इरादा बेनामी सम्पत्तियों की पड़ताल का बना हुआ था | सुंदरनगर में उसी का इशारा किया था | इशारा क्योंकि नोटबंदी की सालगिरह से पहले हुआ था | सो अपनी आशंका 8 नवम्बर को सीधा प्रसारण होने की थी | एंटी बेनामी सम्पत्ति एक्ट पास करवाया जा चुका है | योजना बन चुकी थी कि देश भर की रजिस्ट्रियों का नवीकरण होगा | सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ चुकीं थी कि पुरानी सभी रजिस्ट्रियां रद्द कर दी जाएँगी | सभी संपत्तियों का बिना पैसा दिए इ-रजिस्ट्रेशन होगा | जिस में आधार कार्ड को जोड़ दिया जाएगा | आधार कार्ड यानी आँखों की पुतलियाँ भी आएंगी और हाथों की उंगलियाँ भी | हालांकि उंगलियाँ न नीली की जाएँगी, न काली | क्योंकि आधार कार्ड में उँगलियाँ और आँखों की पुतलियाँ पहले से ही जमा हैं | इसी के साथ ही बेनामी सम्पत्तियां बेमौत मारी जाएँगी | पर आधार कार्ड का फैसला सुप्रीम कोर्ट में लटका हुआ है | सो मोदी बड़ा फैसला नहीं ले सके | पर मोदी 8 नवम्बर की आधी रात से ही कदम उठा चुके हैं | आदेश हो चुके हैं | चुपके से पड़ताल शुरू हो चुकी है | फिलहाल तीस लाख रुपये से ज्यादा कीमत की सारी रजिस्ट्रियों की जांच चल रही है | इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ऐंटी बेनामी ऐक्ट के तहत कार्रवाई शुरू कर चुका है | तीस लाख रुपये से ज्यादा कीमत वाली प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन का टैक्स प्रोफाइल मिलाया जा रहा है | यानी आप ने टेक्स कितना दिया हुआ है | उस हिसाब से आप के पास तीस लाख रूपए से ज्यादा राशि थी भी या नहीं | सीबीडीटी चीफ ने मंगलवार को यह जानकारी सार्वजनिक कर दी है | सीबीडीटी यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने खुलासा किया | शेल कंपनियों और उनके डायरेक्टर्स की भी जांच हो रही है | जिन का खुलासा नोटबंदी के समय हुआ | इन सारी कम्पनियों पर रोक लग चुकी है | अब उन के गढ़े मुर्दे उखड रहे हैं | अक्टूबर के आखिर तक उन शेल कम्पनियों की 1833 करोड़ की प्रापर्टी सीज हो चुकी है | बेनामी संपतियों का डाटा तैयार किया जा रहा है | इनकम टेक्स विभाग प्रापर्टियों की नई रजिस्ट्रियों पर नजर रख रहा है | रजिस्ट्रेशन क्योंकि स्टेट सब्जेक्ट है | इसलिए भी थोड़ी दिक्कत है | जैसे पहुंच वालों ने बैंक मनेजरों से जुगाड़ पर काला धन सफेद करवा लिया था | वैसे ही कहीं संपतियों का भी न हो | इस लिए मोदी फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं | अफरा तफरी मचा कर कुर्सी को दाव पर नहीं लगाएंगे | 

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