सेक्स, सीडी और सियासत 

Publsihed: 14.Nov.2017, 20:19

अजय सेतिया / हार्दिक पटेल की सेक्स सीडी से गुजरात में बवाल मच गया | गुजरात क्यों सारे देश में बवाल मच गया | विजुअल मीडिया को बैठे ठाले टीआरपी का मसाला मिल गया | हालांकि वह असली सीडी दिखाने की कोई हिम्मत नहीं कर रहा | जिस ने दिखा दी, उस का लाइसेंस रद्द होगा | किसी ब्ल्यू फिल्म से कम नहीं हार्दिक की सीडी | भाजपा को समर्थन करने वाले न्यूज चैनल हार्दिल पटेल की बखिया उधेड़ रहे हैं | कांग्रेस को समर्थन करने वाले हार्दिक की सेक्स सीडी को व्यक्तिगत आज़ादी बता रहे हैं | सब से मजेदार टिप्पणी कांग्रेस के साथ जुड़ने वाले जिग्नेश मवानी की आई | आप भी पढ़िए | उन ने ट्विटर पर लिखा-" सेक्स मौलिक अधिकार है | किसी को किसी की निजता भंग करने का हक़ नहीं |" पता नहीं किस संविधान से पढ़ा है जिग्नेश मवानी ने | अपन ने ढूंढा, तो अपन को नहीं मिला | शायद अभिषेक मनु सिंघवी बेहतर बता पाएंगे | वह एक सीडी में आने के बावजूद सोनिया गांधी से राज्यसभा टिकट पाने में सफल रहे थे | खैर अभी तो यह शुरुआत है | हार्दिक पटेल की कई महिलाओं के साथ मौलिक अधिकार वाली सीडी सामने आएगी | अश्विन पटेल पहले हार्दिक पटेल के साथ था | अब उस के साथ नहीं है | अश्विन ने कहा है कि जो सीडी जारी हुई है यह तो मई 2017 की है | उस के पास भी एक सीडी मई 2015 की है | यानी बहुत रंगीला आदमी है | इसी लिए अश्विन पटेल ने नेहरू के जन्म दिन पर चटकी लेते हुए कहा-" हार्दिक छोटा पटेल नहीं, छोटा नेहरू है |" चुनाव के मौके पर अश्विन की यह टिप्पणी सब से राजनीतिक टिप्पणी है | उन ने हार्दिक पटेल की तुलना सरदार पटेल से करने की बजाए नेहरू से कर दी | जिस के एडविना माउंटबटन के साथ किस्से असंख्य किताबों में भरे पड़े हैं | कैथरीन क्लैमां की किताब "एडविना और नेहरु " में विस्तार से लिखा है | उस में एक जगह तो यह भी लिखा है -" माऊंटबटन ने अपनी पत्नी के नेहरू से संबंधों का राजनीतिक फायदा उठाया |" किताब के मुताबिक़ माउंटबटन ने हिन्दुस्तान के क्षत-विक्षत नक्शे की मंजूरी के लिए एडविना का इस्तेमाल किया था | अब एक तरफ हिन्दुस्तान के मौजूदा नक्शे के निर्माता सरदार पटेल | जिन के नाम पर हार्दिक पटेल राजनीति कर रहे हैं | और दूसरी तरफ हार्दिक की नेहरू से तुलना होगी | तो राजनीति का इस से बड़ा दांव क्या होगा | इस का गुजरात की राजनीति पर बड़ा प्रभाव पडेगा | यह एहसास कांग्रेस को तुरंत हो गया | इस लिए गुजरात कांग्रेस के दिग्गज शक्ति सिंह गोहिल ने तुरंत हार्दिक के पक्ष में बयान दिया | उन ने हार्दिक की तरफ से सफाई देते हुए कहा-" हार्दिक में सरदार पटेल का डीएनए है |" सीडी ने कांग्रेस को नेहरु और पटेल के डीएनए तक पहुंचा दिया | यानी सीडी ने पटेलों को नया नेता देने की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया | मीडिया में कुछ लोग नेताओं के सेक्स को मौलिक अधिकार मानते होंगे | अपन नहीं मानते | अपन इसे राजनीति का सब से घिनौना पक्ष मानते हैं | अपना मानना है कि सार्वजनिक जीवन में चरित्र का ख्याल रखना पड़ता है | अगर ऐसा करना जरुरी न होता , तो एनडी तिवारी को राज्यपाल पद से इस्तीफा न देना पड़ता | 20०9 में तीन महिलाओं के साथ बिस्तर की सीडी तेलगू के एक न्यूज चैनल पर चल गई थी | तो सोनिया गांधी ने एनडी तिवारी को इस्तीफा देने को मजबूर किया था | फिर कभी सोनिया गांधी ने एनडी तिवारी को कोई तव्वजो नहीं दी | 2014 में दिग्विजय सिंह की सीडी आई थी | तो दिग्विजय सिंह ने सार्वजनिक तौर पर कबूल कर 2015 में अमृता से शादी की | उनने यह नहीं कहा कि "यह" उन का मौलिक अधिकार है | केरल के राजस्व मंत्री एच.वाई मैती की सेक्स सीडी आई थी , तो उन्हें इस्तीफा देना पडा था | केरल के ही जोश थोरियाल को भी इस्तीफा देना पडा था | जब एक महिला ने उन पर सेक्सुयल शोषन का आरोप लगाया था | महिपाल मदेरणा की भंवरी देवी के साथ सेक्स सीडी आई थी | तब भी सोनिया गांधी ने दखल दिया था | उन्हीं के आदेश पर अशोक गहलोत ने मदेरणा को मंत्री पद से हटा दिया था | एक अभिषेक मनु सिंघवी का केस निराला है | जिन्हें 2012 में सीडी के बावजूद राज्यसभा का टिकट मिला | "आप" जैसी पार्टी ने भी सेक्स के बदले राशन कार्ड बनवाने वाले किस्से पर कार्रवाई की थी | जहां आचरण को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता | उस के मंत्री संदीप कुमार को भी दो महिलाओं के साथ सीडी के मंत्री पद से हटाया गया | अलबत्ता पार्टी से भी निकाला गया | हरियाणा के मंत्री गोपाल कांडा को भी जाना पडा था | भाजपा के राघव जी को आरोप लगते ही मंत्री पद गवाना पडा था | भाजपा के महासचिव संजय जोशी की सीडी आते ही उन्हें पद से हटा दिया गया था | हालांकि तभी भाजपा के अनेक नेताओं ने सीडी को "डाकटरड" कहा था | नितिन गडकरी के समय साबित हो गया था कि वह सीडी संजय जोशी की नहीं थी | पर उन की भाजपा की सक्रिय राजनीति में अभी तक वापसी नहीं हुई | और अमरमणि त्रिपाठी अब कहाँ है राजनीति में | 

आपकी प्रतिक्रिया