कम्युनिस्ट बचा रहे हैं बलात्कारी बिशप को

Publsihed: 12.Sep.2018, 21:39

अजय सेतिया / अगस्त में रांची के मिशन आफ चैरिटी के निर्मल छाया होम से बच्चों की बिक्री की करतूत सामने आई थी | जून में एक नन ने मिशन के ही एक बिशप पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाया था | सेवा करने वाले इस ईसाई धर्म की कई और सेवाएं सामने आ रही हैं | ईसाई समुदाय के बड़े पादरी इसे षड्यंत्र बता कर खंडन कर रहे हैं | सिर्फ खंडन नहीं कर रहे अलबत्ता धमकियां भी दे रहे हैं कि उन्हें बदनाम करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे | यानि धमकियों से मीडिया को डराने की कोशिश हो रही है |  ये वही ईसाई धर्मावलम्बी हैं जिन्होंने मोदी सरकार बनते ही ईसाई स्कूलों और ईसाई संस्थानों पर हमलों के फर्जी आरोप लगाए थे | मिशन की  चर्चों और स्कूलों को भारत में बड़े सम्मान के साथ देखा जाता है | सफेद चौगे में लिपटे पादरियों और ननों को देख कर हर भारतीय का मस्तिष्क वैसे ही झुकता रहा है, जैसे गेरुआधारी किसी साधू को देख कर | पर इस सफेद चुगे के पीछे की करतूतें सिर्फ भारत नहीं , भारत के बाहर भी सामने आ रही हैं |

सेवा वाले इस धर्म की दुनिया भर में सेवा योजनाओं का कुछ और ब्योरा सुन लीजिए | जुलाई महीने में अमेरिका के कार्डिनल थ्योडोर मेकारिक को इस लिए हटा दिया गया था क्योंकि उस पर किशोर के साथ बलात्कार का मामला सामने आया था | तब पोप पर आरोप लगे थे कि उन्होंने कार्डिनल पर कार्रवाई करने की बजाए सिर्फ हटा कर एक तरह से उस का बचाव करने की कोशिश की थी | अब अमेरिका के बिशप और कार्डिनल का एक प्रतिनिधिमंडल 13 सितम्बर को पोप को मिल कर अपना रोष प्रकट करेगा | अमेरिकी बिशपों के हैड डेनियल डीनार्डो ने वेटिकन स्तर की जांच की मांग रखी है | अभी 26 अगस्त को ही न्यूयार्क टाईम्स में खबर छपी थी | जिस में कहा गया था कि पोप खुद यौन शोषण की शिकायतों को छुपाते रहे हैं | अमेरिका में वेटिकन सिटी के डिप्लोमेट रहे कार्लो मारिया विगानों ने इस सम्बन्ध में अपनी चिठ्ठी सार्वजनिक कर के यह खुलासा किया | उन्होंने इस चिठ्ठी में लिखा है कार्डिनल थ्योडोर मेकारिक की करतूतों की जानकारी पोप को कई साल पहले से थी | पर वह कार्डिनल की करतूतों की शिकायतों को छुपाते रहे हैं | इस लिए जब केरल की ननों ने एक नन के साथ हुए बलात्कार की शिकायत पोप को भेजने की खबर आई तो अपन को हंसी आई | पोप का रिकार्ड तो यौन शोषण की शिकायतों को दबाने का रहा है | वह क्या इन्साफ देंगें |

नन ने यह शिकायत तब पोप को भेजी , जब उसे एहसास हुआ कि केरल की कम्युनिस्ट सरकार बलात्कार के आरोपी बिशप फ्रांको मुल्क्क्ल की मदद कर रही है | भारत के लिए क्या यह शर्म की बात नहीं कि एक अबला 78 दिन से इन्साफ मांग रही है | उसे इन्साफ देना तो दूर की बात , उसे जलील किया जा रहा है | अगर कम्युनिस्ट सरकार की मदद न होती तो बलात्कारी बिशप अगस्त के पहले हफ्ते में ही गिरफ्तार हो जाता | केरल पुलिस फ्रांको मुल्क्क्ल के खिलाफ बाकायदा हाईकोर्ट में आठ पेज का हल्फिया बयान दे चुकी है | 13 अगस्त को दाखिल इस हल्फिया बयान में कहा गया है कि शुरुआती जांच के मुताबिक़ बिशप फ्रांको ने नन सिस्टर अनुपमा से कई बार बलात्कार किया | केरल की पुलिस ने केरल के अलावा दिल्ली, उज्जेन और जालन्धर में बारीकी से जांच कर सबूत जुटाए थे | इस हल्फिया बयान में उस सेंट फ्रांसिस मिशन होम के कमरा नंबर 20 का भी जिक्र है, जिस में बलात्कार किया गया था | वैसे तो कोर्ट में हल्फिया बयान से पहले ही बिशप को हिरासत में लिया जाना चाहिए था | पर हल्फिया बयान के बाद भी हिरासत में ले कर पूछताछ नहीं की गई | क्या किसी सामान्य नागरिक पर बलात्कार का आरोप लगने पर पुलिस इस तरह की नरमी बरतती है | अब जब कि देश भर में शोर मच गया है और ननों ने पोप को चिठ्ठी लिख दी है, तब भी पुलिस ने बिशप को 19 सितम्बर को पूछताछ के लिए बुलाया है |

हल्फिया बयान में लिखी गई बातें पुलिस जांच में निकले कुछ पुख्ता सबूत हैं | नंन ने अपनी शिकायत में जिन जिन तारीखों में जहां जहां उस से रेप होने की शिकायत की है | पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि उन तारीखों में ईसाई मिशन के होमों में बिशप की एंट्री भी दर्ज पाई गई है | डाक्टर की जांच रिपोर्ट में नन के साथ हुए यौन शोषण की पुष्टि हुई है | सिस्टर अनुपमा ने अपने पिता को लिखी चिठ्ठी में कहा था कि उस की जिन्दगी खतरे में है और अगर उसे कुछ होता है तो बिशप फ्रांको जिम्मेदार होंगे | नन की ओर से 164 के अंतर्गत दर्ज बयान में यहाँ तक कहा गया है कि बिशप ने कई बार जब उस के साथ जबरदस्ती की तो उस के साथ आप्राकृतिक यौन शोषण भी किया | कोट्टयम के जिला पुलिस प्रमुख के सामने 10 जुलाई को बाकायदा बिशप का लुकआउट नोटिस जारी करने की याचिका भी रखी गई थी | जांच अधिकारी ने यह लुकआउट याचिका इस लिए लगाई थी ताकि बिशप देश छोड़ कर भाग न सके | पर कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार ने न लुकआउट नोटिस जारी होने दिया , न हल्फिया बयान के बावजूद गिरफ्तारी होने दी |   

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