अपनों ने ही देश के जख्मों पर नमक छिडका 

Publsihed: 11.Apr.2017, 23:26

अब एक नई बात सामने आई है | पूर्व नौसेना कमांडर कुलभूषण जाधव का ईरान में आतंकियों ने अपहरण किया था | यह बात जर्मन राजदूत ने कही है | जाधव अपने व्यापार के सिलसिले में ईरान गया था | एक ईरानियन जाधव का बिजनेस पार्टनर भी है | अपहरण के बाद जाधव को आतंकियों ने पाकिस्तान को बेच दिया | पाक कई सालों से बलूचिस्तान में बगावत का ठीकरा भारत के सर फोड़ने के सबूत ढूंढ रहा था | पर कोई सबूत कभी नहीं मिला | पाकिस्तान ने जाधव को भारत का जासूस घोषित कर दिया | सेनिक अदालत में चुपके से मुकद्दमा चलाया और सोमवार  को सजा-ए-मौत सुना दी | मंगलवार को पाकिस्तान पर गुस्सा तो बहुत हुई संसद | सरकार चाहती थी कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर आम सहमति बने | शायद इसी इरादे से कांग्रेस के नेता खडगे से शुरुआत करवाई गई | पर कांग्रेस गलती पर गलती करने की आदी हो गई है | खडगे ने उसी परम्परा को निभाया | संसद शुरू होते ही स्पीकर ने बाकी एजेंडा रोक कर कुलभूषण जाधव का मुद्दा उठाने दिया | खडगे ने मौके का राजनीतिक फायदा उठाया | उनकी भाषा देखिए | वह बोले-" सरकार क्यों चुप बैठी है | आप बिना न्योते के पाकिस्तान चले जाते हैं |  कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर आप पाक से बात तक नहीं करते | टेलीफोन पर बात कर सकते थे | आप ने कुलभूषण जाधव को भारत लाने के कोई प्रयास नहीं किए | सरकार की मुहं तोड़ जवाब देने की हिम्मत होनी चाहिए |" लोकसभा में पहले राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की निंदा की | राज्यसभा में सरकार की तरफ से नकवी ने निंदा की | फिर दोनों सदनों में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने सरकार का रूख रखा | पर जो बात अनुराग ठाकुर ने रखी थी | वह सब से महत्वपूर्ण थी | उस पर सुषमा स्वराज के बयान में जिक्र नही | अनुराग ठाकुर चाहते थे कि पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित किया जाए | भारत दुनिया भर से तो मांग करता है | खुद पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित नहीं कर रहा | अब जब भाजपा के ही सांसद ने  सवाल उठाया है, तो सरकार को जवाब देना होगा | आखिर भारत के सामने क्या मजबूरी है | भारत को बर्बाद करने की पाकिस्तान कोई कसर नहीं छोड़ रहा | लोकसभा चुनाव में कश्मीरियों ने जम कर वोटिंग की | सन्देश साफ़ था कि कश्मीरियों ने हुर्रियत को ठुकरा दिया | पाकिस्तान तब तक हुर्रियत पर निर्भर था | लोकसभा चुनाव के बाद पाकिस्तान की कश्मीर नीति बदली है | पाकिस्तान की नजर में भी अब हुर्रियत की ज्यादा औकात नहीं | अब कश्मीर के बेरोजगार किशोरों से आईएसआई सीधे सौदा कर रही है | सेना पर पत्थर फैंकने के पैसे अब दुसरे तरीकों से पहुँच रहे हैं | अपन ने एक वीडियो चौंकाने वाला देखा | जिस में सेनिक पत्थर फैंकने वाली भीड़ में घिर गया है | वह निकालने की कोशिश कर रहा | पत्थरबाज भारत विरोधी नारे लगा रही है | एक पत्थर सेनिक के सर पर लगता है | एक तरफ कश्मीर में यह मंजर है | इधर दिल्ली में भारत के बुध्दीजीवी भी पाकिस्तान की मदद पर उतर आए हैं | जब भारतीय सेना ने पत्थर फैंकने वालों पर पेलेट गन से फायर किए  | तो भारत के बुद्धीजीवियों ने पेलेट गन को अमानवीय बताना शुरू कर दिया |  कांग्रेस समेत भारत के  विपक्षी दलों ने आसमान सर पर उठा लिया | जब अपनों ने ही विरोध  किया तो मोदी सरकार को  पीछे हटना पडा | भारत के विपक्षी दल मोदी सरकार को इजराईल जैसी हमलावर रणनीति नहीं बनाने देंगे | ऊपर से अब यह शान्ति दूतों का गैंग फिर खडा हो गया | पहले सिर्फ राजेन्द्र सच्चर और कुलदीप नय्यर का मोमबत्ती गैंग हुआ करता था | अब राजेन्द्र सच्चर के साथ मणिशंकर, राम जेठमलानी , विनोद शर्मा का नया गैंग बन गया | इस गैंग में लाल कृष्ण आडवाणी का राजनीतिक भविष्य खराब करने वाले सुधीन्द्र कुलकर्णी भी हैं | इस गैंग में पीडीपी के मुज्जफ्फर बेग और कांग्रेस के सैफुद्दीन सोज भी हैं | पैंथर पार्टी के भीम सिंह और कपिल काक भी हैं | कुलभूषण जाधव को सजा सुनाए अभी 24 घंटे नहीं बीते थे | यह मोमबती गैंग शान्ति की बातें करने लगा | उधर संसद में पाकिस्तान की निंदा हो रही थी | इधर यह गैंग दिल्ली के फाईव स्टार क्लब इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में इक्कठा हुआ | भारत के टुकडे करने वाले जेएनयूं गैंग के बाद  इंडिया इंटरनेशनल सेंटर का नया अखाड़ा | क्या यह कोई पाकिस्तान की सोची समझी योजना थी | क्या तारीख सोच समझ कर रखी गई थी | क्या यह शान्ति और मोमबत्ती गैंग पाकिस्तान के लिए नयी हुर्रियत कांफ्रेंस का काम करेगा | जैसे पहले पाकिस्तान का उच्चायुक्त हुर्रियत को ब्रीफ करता था | वैसे ही आईआईसी में पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने ब्रीफ किया | उन ने अपने शुरुआती भाषण में कहा -" कल जो खबर इस्लामाबाद से आई है ,मीडिया उस पर सवाल करने की कोशिश करता है | उन के सवालों पर कोई जवाब नहीं देना चाहिए |" आईआईसी में घुसते हुए कसूरी से मीडिया ने तीखे सवाल दागे थे | सब से तीखा सवाल यह था कि आप ने एक सिविलियन पर सेनिक अदालत में मुकद्दमा कैसे चलाया | तो उन ने मीडिया से कहा -" पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ भी सेनिक अदालत में कई मुकद्दमें चले हैं |" यानि उन ने ताल ठोक कर कह दिया, हमने जो करना था कर दिया | और अपने मोमबत्ती गैंग से कहा कि मीडिया को जवाब ही न दो | तो क्या पाकिस्तान अब राजनीतिक-बुद्धीजीवी हुर्रियत बना रहा है | जिस में कांग्रेस ,पीडीपी, नेशनल कान्फ्रेसं और कई खाली बैठे रिटायर्ड अधिकारी शामिल हो रहे हैं | इन सब ने मिल कर 24 घंटे के भीतर भारत के जख्मों पर नमक छिडका है | 

आपकी प्रतिक्रिया