तो गुजरात चुनाव से पहले ही घटा जीएसटी

Publsihed: 10.Nov.2017, 20:53

अजय सेतिया / जीएसटी तो सभी राजनीतिक दलों ने मिल कर बनाया है | संसद से सभी दलों की सहमति से पास हुआ है | सारी राज्य सरकारों ने मिल कर तैयार किया है | नरेंद्र मोदी ने दस दिन पहले गुजरात में व्यापारियों के सामने यह सफाई दी थी | उन्हीं नरेंद्र मोदी ने , जिन ने 30 जून की आधी रात को संसद के सेंट्रल हाल में जीएसटी का जश्न मनाया था | यह वैसा ही जश्न था, जैसा 14 अगस्त 1947 को आज़ादी का जश्न था | जिसे आज़ादी जैसा जश्न बताया गया था | उस पर चार महीने बाद ही सफाई देनी पडी | अपना शुरू से ही मत रहा कि 18 फीसदी से ज्यादा टेक्स नहीं होना चाहिए | इस में अपन पेट्रोल को भी शामिल करने के हिमायती रहे हैं | सिर्फ शराब, गुटके , सिगरेट और 1600 सीसी से ऊपर की कारों पर 28 फीसदी टेक्स लगना चाहिए | बीडी पर अगर टेक्स लगाना जरूरी ही हो तो सिर्फ 5 फीसदी टेक्स लगना चाहिए | बाकी सभी चीजों पर अगर मोदी 18 फीसदी अधिकतम टेक्स का वीटो लगा देते | तो मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ और ऊपर चला जाता | जब कांग्रेस ने 18 फीसदी की जिद्द पकड़ी थी, तब मोदी खुद सोनिया को बुला कर बात करते | उन्हें कहते कि वह कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों से लिखवा कर दे दें | पर मोदी ने खुद सोनिया गांधी से बात नहीं की | अपना शुरू से ही मानना था कि 18 फीसदी की लिमिट  वाला कांग्रेस का स्टेंड ठीक था | उसे अपने स्टैंड पर अड़े रहना चाहिए था | पर वह अपने ही मुख्यमंत्रियों के दबाव में स्टैंड पर अडी नहीं रह सकी | कांग्रेसी मुख्यमंत्री शराब अपने हाथ में रखना चाहते थे | शराब राजनीतिक कमाई का धंधा है | शराब से टेक्स का स्वाद भी उन के मुहं लग चुका है | टेक्स की सब से ज्यादा चोरी शराब के धंधे में है, जो राजनीतिक कमाई का जरिया बनी है | इस लिए आप ने देखा होगा , किसी भी राज्य का एक्साईज मंत्री कोई भी हो | शराब के ठेके सीएम के घर से मिलते हैं | और राज्य सरकारें पट्रोल पर ज्यादा टेक्स इस लिए चाहती हैं | क्योंकि पेट्रोल पर 50 फीसदी से ज्यादा टेक्स है, जो राजस्व का मोटा हिस्सा देता है | अपन ने एक बार इसी कालम में लिखा था कि अगर पेट्रोल जीएसटी में होता | और उस पर 28 फीसदी जीएसटी भी होता | तो भी पेट्रोल 44 रूपए लीटर होता | राहुल गांधी अपने ट्विटर हैडल करने वाले की बचकानी हरकत से भले ही जीएसटी को गब्बर सिंह टेक्स कहें | पर इस अधकचरे जीएसटी के पीछे कांग्रेस के मुख्यमंत्री भी कम नहीं | जिन की संख्या अब घटती जा रही है | अगले महीने एक कांग्रेसी मुख्यमंत्री और कम हो जाएगा | हाँ यशवंत सिन्हा की बात में अपन को ज्यादा दम लगता है | जिन ने शुक्रवार को पटना में अरुण जेटली पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा- " उन्होंने जीएसटी का कबाड़ा कर दिया है | इसलिए कुछ चीजों में टैक्स घटाने से बात नहीं बनेगी | इसमें आमूल-चूल परिवर्तन करना होगा, इसलिए वित्त मंत्री को बदलना होगा |" जेटली के पीछे हाथ धोकर पड़े सिन्हा ने अब उन्हें कबाड़ा कहना शुरू कर दिया है |  सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो सुझाव दिए हैं | पहला यह कि अरुण जेटली को वित्त मंत्री पद से हटाएं | और दूसरा यह कि जीएसटी पर विजय केलकर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाएं | पर अपन ने बात शुरू की थी जीएसटी पर मोदी के स्पष्टिकरण से | गुजरात के जीएसटी विरोध ने सभी राजनीतिक दलों के होश ठिकाने ला दिए | जब जीएसटी कौंसिल की 23सवीं मीटिंग गुवाहाटी में होना तय हुआ | तभी से अंदाज लग गया था 28 फीसदी की लिस्ट घटेगी | और यह भी तय था कि गुजरात की वोटिंग से पहले ही जीएसटी घट जाएगा | और यही हुआ , जेटली ने एलान किया है कि घटे हुए टेक्स 15 नवम्बर से लागू होंगे | हालांकि कांग्रेस की रणनीति अपन को अब भी समझ नहीं आ रही | राहुल गांधी गुजरात में गब्बर सिंह टेक्स बताते हैं | और गुवाहाटी में पुदुच्चेरी के कांग्रेसी मुख्यमंत्री वी नारायणसामी प्रदर्शन करते हैं | पंजाब और कर्नाटक के मंत्रियों के साथ प्रदर्शन में वी नारायणसामी ने कहा कि जीएसटी से उन का राजस्व घट गया | अब यह गब्बर सिंह टेक्स है, तो घटा कैसे | खैर जैसी उमींद थी गुवाहटी में जीएसटी में बड़ा बदलाव हुआ |  228 चीजों पर 28 फीसदी टेक्स था | जिन में से 178 चीजों पर तो घटा कर 18 फीसदी कर दिया | दो चीजों पर घटा कर 12 फीसदी कर दिया | यानि अब सिर्फ 48 चीजें 28 फीसदी टेक्स की रह गई हैं | अपना मानना है कि दो-चार चीजें ही 28 फीसदी में होनी चाहिए | अब बताईए जीएसटी कोंसिल ने कितना विद्वतापूर्ण फैसला किया था | जब टूथ पेस्ट और  शैम्पू को लग्जरी बता दिया था | टूथ पेस्ट और  शैम्पू हर इंसान की जरुरत है | बल्कि आज के दौर में जिन्दगी जरूरियात की चीजें  है | जो टेक्स मुक्त होनी चाहिए | पर इन विद्वानों ने उसे लग्जरी बता कर 28 फीसदी जीएसटी लगाया हुआ था | अब भी 18 फीसदी नाजायज है | खैर शुक्रवार को 207 चीजों पर से जीएसटी घटा और 6 को जीएसटी फ्री कर दिया |  रोज़मर्रा के इस्तेमाल की शैम्पू, डियोडरेंट, टूथपेस्ट, शेविंग क्रीम, आफ्टरशेव लोशन, जूतों की पॉलिश, चॉकलेट, च्यूइंग गम तथा पोषक पेय पदार्थ जैसी वस्तुएं अब सस्ती हो जाएंगी.| रस्टोरेंट में खाने पर टेक्स भी अब घट कर 5 फीसदी रह गया | पर लाख टके का सवाल है कि यह अक्ल गुजरात चुनाव से पहले क्यों नहीं आई | 

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